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IPL 2019 के प्लेऑफ से BCCI को इतने करोड़ रुपये की आमदनी की उम्मीद

बीसीसीआई (BCCI) ने आईपीएल (IPL) के 12वें एडिशन के लिए जारी किए बजट में यह दर्शाया है कि 2018 में टिकटों की ब्रिकी से जो आमदनी हुई थी उससे इस बार 2 करोड़ का इजाफा हुआ.

Updated on: 30 Apr 2019, 09:14 PM

नई दिल्ली:

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई (BCCI)) को आईपीएल (IPL) के 12वें एडिशन के प्लेऑफ मैचों की टिकटों की बिक्री से 20 करोड़ रुपये की आमदनी की उम्मीद है. ग्रुप स्टेज में खेले गए मुकाबलों के टिकटों से होने वाली आमदनी विभिन्न फ्रैंचाइजियों को दी जाती है जबकि अंतिम 4 मुकाबलों का पैसा बोर्ड को दिया जाता है. आईपीएल (IPL)-12 का फाइनल मैच 12 मई को खेला जाएगा जिससे पहले प्लेऑफ मैच होने हैं.

प्राप्त दस्तावेजों के अनुसार, बीसीसीआई (BCCI) ने आईपीएल (IPL) के 12वें एडिशन के लिए जारी किए बजट में यह दर्शाया है कि 2018 में टिकटों की ब्रिकी से जो आमदनी हुई थी उससे इस बार 2 करोड़ का इजाफा हुआ. पिछले आईपीएल (IPL) की टिकटों से बोर्ड को 18 करोड़ रुपये मिले थे.

इस संस्करण का फाइनल मैच 12 मई को हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनैशनल स्टडियम में खेला जाएगा जबकि क्वॉलिफायर-1 चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) और क्वॉलिफायर-2 एवं एलिमिनेटर विशाखापत्तनम में आयोजित किया जाएगा. तमिलनाडु क्रिकेट संघ (टीएनसीए) को आई, जे और के स्टैंड खोलने की अनुमति नहीं मिली, जिसके कारण फाइनल मुकाबला हैदराबाद में आयोजित कराए जाने का निर्णय लिया गया है.

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आमतौर पर प्लेऑफ मुकाबले मौजूदा विजेता और फाइनल तक पहुंचने वाली टीम के घरेलू मैदान पर खेले जाते हैं, लेकिन कुछ कठिनाइयों के कारण बीसीसीआई (BCCI) को विशाखापत्तनम में मैच कराने का निर्णय लेना पड़ा.

चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) में क्वॉलिफायर-1 7 मई को खेला जाएगा. विशाखापत्तनम 8 और 10 मई को क्वॉलिफायर-2 और एलिमिनेटर की मेजबानी करेगा. सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित प्रशासकों की समिति (सीओए) के प्रमुख विनोद राय ने कहा था कि प्लेऑफ मुकाबलों को स्थानांतरित करना होगा क्योंकि इन मैचों के टिकट की बिक्री बोर्ड का विशेषाधिकार है.

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राय ने कहा था, ‘टीएनसीए को आई, जे और के स्टैंड खोलने की अनुमति नहीं मिली जिसके बारे में उन्होंने हमें सूचित किया और हमने मुकाबलों को चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) से हैदराबाद स्थानांतरित करने का निर्णय लिया. चूंकि नॉक-आउट मैचों की टिकट बिक्री बोर्ड का विशेषाधिकार है, इसलिए हमें यह निर्णय लिया.’