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World Cup Final: फाइनल मैच पर भी बारिश का साया, लार्ड्स के मैदान पर छाए बादल

क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 ( Cricket World Cup 2019 ) में बारिश की भूमिका काफी अहम रही. इस वर्ल्‍ड कप में 11वीं टीम के रूप में बारिश ने कई टीमों का खेल बिगाड़ा.

Updated on: 14 Jul 2019, 01:36 PM

लंदन:

क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 ( Cricket World Cup 2019 ) में बारिश की भूमिका काफी अहम रही. इस वर्ल्‍ड कप में 11वीं टीम के रूप में बारिश ने कई टीमों का खेल बिगाड़ा. आज लार्डस में होने वाले फाइनल मुकाबले में न्‍यूजीलैंड और इंग्‍लैंड के अलावा तीसरी टीम बारिश भी है जो अभी से ही खलल डालने की तैयारी कर रही है. लार्ड्स के मैदान पर आज बादल छाए हुए हैं. इस ऐतिहासिक मैदान पर खेला जाने वाला ये फाइनल मुकाबला कई मायने अब तक हुए विश्व कप के फाइनल मैचों से अलग है. इस मैच से 23 साल विश्व क्रिकेट को नया विश्व चैम्पियन मिलना तय है.  

लॉडर्स के ऐतिहासिक मैदान पर क्रिकेट के महाकुंभ के फाइनल में दोनों टीमों का स्वागत बादलों से होगा. ब्रिटिश मौसम विभाग ने इस महामुकाबले के दौरान आसमान पर बादल रहने की संभावना जताई है. भारतीय समय के अनुसार सुबह नौ बजे से लेकर रात नौ बजे तक आसमान काले बादलों से घिरा रहेगा. लेकिन दोनों टीमों के फैंस के लिए ये राहत की बात है कि मैच के दौरान बारिश की संभावना नहीं है.

पहले सेमीफाइनल में बारिश ने डाला था खलल

विश्व कप में भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए सेमीफाइनल मैच के निर्धारित दिन पहली पारी के 46वें ओवर में बारिश आ गई. इसके बाद रिजर्व डे में खेले गए मैच में बारिश से आई नमी का न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने फायदा उठाया और सिर्फ 6 रन पर तीन विकेट गिर जाने से मैच की शुरूआत में ही भारत की हार तय हो गई थी.  

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अगर मौसम मेहरबान रहा तो क्रिकेट का ताज 23 साल बाद किसी नए देश के सिर पर सजेगा. वर्ल्ड कप ट्रॉफी पर चली आ रही महज पांच देशों की बादशाहत रविवार देर रात खत्म हो जाएगी. अब तक हुए 11 वर्ल्ड कप महज पांच देशों ने ही आपस में बांटे हैं. फाइनल क्रिकेट का जनक इंग्लैंड और हमेशा 'अंडरडॉग' कही जाने वाली टीम न्यूजीलैंड के बीच है. इनमें से जीते भले ही कोई, लेकिन दुनिया को बिल्कुल नया वर्ल्ड चैंपियन मिलेगा.

दोनों टीमों का सफर

इयोन मॉर्गन की कप्तानी वाली इंग्लैंड ने 5 बार के चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को सेमीफाइनल में हराकर वर्ल्ड कप-2019 के फाइनल में जगह बनाई. वहीं, न्यूजीलैंड ने 2 बार की चैंपियन टीम इंडिया को सेमीफाइनल में 18 रन से हराया, जिस मैच का परिणाम रिजर्व डे में आया.

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अब जो भी टीम फाइनल में जीतेगी, वह इस चमचमाती ट्रोफी को पहली बार उठाएगी. कह सकते हैं कि एक तरफ 6 करोड़ की आबादी वाला देश है, तो दूसरी तरफ महज 50 लाख की जनसंख्या की दुआएं. एक देश क्रिकेट का जनक है, तो दूसरे का राष्ट्रीय खेल रग्बी है. एक टीम चौथी बार फाइनल में पहुंची है तो एक की यह लगातार दूसरी खिताबी जंग होगी.

अब तक के वर्ल्ड चैंपियन

अब तक हुए 11 वर्ल्ड कप में से ऑस्ट्रेलिया ने सर्वाधिक पांच खिताब जीते हैं. उसके बाद भारत और वेस्टइंडीज के नाम दो-दो खिताब हैं. श्रीलंका और पाकिस्तान ने एक-एक बार यह ट्रॉफी जीती.

पहले बल्लेबाजी करने वाले को फायदा
लॉर्ड्स का मैदान इस वर्ल्‍ड कप में पहले बल्‍लेबाजी करने वाली टीमों के पक्ष में रहा है. साथ ही 300 से ज्‍यादा के स्‍कोर बने हैं, लेकिन फाइनल मैच नई पिच पर होगा. अभी यह पिच हरी नजर आ रही है. ऐसे में लग रहा है कि गेंदबाजों को मदद मिल सकती है. माना जा रहा है कि सूरज निकलने के बाद घास का रंग सफेद या भूरा हो सकता है.

किसमें कितना है दम

इंग्लैंड

मजबूत बल्लेबाजी लाइन वाली टीम इंग्लैंड का शीर्ष क्रम यदि न्यूजीलैंड की धारदार गेंदबाजी से शुरुआती 15 ओवरों में खुद को बचा लेता है तो फिर आधी लड़ाई टीम वैसे ही जीत लेगी. हालांकि इसके लिए ओपनर जेसन रे और जॉनी बेयरस्टो को जोखिम से बचते हुए रन बनाने होंगे. इंग्लैंड का मध्यक्रम भी मजबूत है, जिसमें जोए रूट, कप्तान ऑयन मॉर्गन, बेन स्टोक्स और जोस बटलर जैसे खिलाड़ी हैं, जबकि निचले क्रम में भी क्रिस वोक्स और आदिल रशीद मौजूद हैं. जोफ्रा आर्चर, क्रिस वोक्स, बेन स्टोक्स की अगुआई में टीम का गेंदबाजी विभाग भी सुरक्षित हाथों में है.

न्यूजीलैंड

इंग्लैंड की टीम के लिए राह इतनी भी आसान नहीं रहेगी. उसके लिए सबसे बड़ी चुनौती न्यूजीलैंड के गेंदबाज होंगे. भारत के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में मैट हेनरी और ट्रेंट बोल्ट ने टीम को शुरुआती सफलता दिलाकर मुकाबले में काफी आगे कर दिया था, लेकिन अगर टीम को खिताब जीतना है तो फिर इंग्लैंड के गेंदबाजों की धारदार गेंदबाजी से बचते हुए मार्टिन गप्टिल और निकोल्स को जिम्मेदारी निभानी होगी.