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मौत की वो रात और पाकिस्‍तान के क्रिकेटरों की नींद हराम हो गई थी

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी (Shahid Afridi) ने अपनी आत्मकथा ‘गेम चेंजर’ (Game Changer) में उस रात के बारे में लिखा है.

Updated on: 08 Jun 2019, 08:19 AM

highlights

  • सभी क्रिकेटरों को सिंगल-सिंगल रूम अलॉट हुए थे
  • कोई भी अपने रूम में अकेले सोने नहीं जा रहा था
  • शाहिद आफरीदी ने अपनी किताब में किया जिक्र 

नई दिल्‍ली:

पाकिस्तानी क्रिकेटरों (Pakistan Cricketer) को एक रात नींद नहीं आई थी. यह किसी एक खिलाड़ी के साथ नहीं हुआ था, बल्‍कि सभी खिलाड़ियों के साथ ऐसा हुआ था. उस रात को हर कोई डरा हुआ था. मौका था वेस्टइंडीज में 2007 में खेले गए क्रिकेट वर्ल्ड कप (ICC World Cup 2007) का. पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी (Shahid Afridi) ने अपनी आत्मकथा ‘गेम चेंजर’ (Game Changer) में उस रात के बारे में लिखा है.

अपनी किताब में शाहिद आफरीदी लिखते हैं, ‘20 साल के क्रिकेट करियर में वह सबसे मुश्किल रात थी. रातभर हम सभी को नींद आई. हम सभी को सिंगल-सिंगल रूम अलॉट हुए थे, लेकिन हममें से कोई भी अकेला नहीं सोना चाहता था. हम सबके मन में डर बैठ गया था.’

दरअसल, तब के पाकिस्‍तानी कोच बॉब वुल्‍मर (Bob Woolmer) की संदिग्‍ध हालात में मौत हो गई थी. आफरीदी लिखते हैं, ‘वो बॉब वूल्मर की मौत की रात थी. इसके बाद हम अपने कमरों में अकेले नहीं, दो या तीन के गुट में सोने गए, ताकि डर ना लगे. कप्तान इंजमाम ने भी मुश्ताक अहमद के साथ रूम शेयर किया था, जो तब के कोचिंग स्टाफ थे.’ बता दें कि 17 मार्च 2007 को पाकिस्तान की टीम आयरलैंड से हार गई थी. इसके बाद 17-18 मार्च की दरम्यानी रात ही कोच बॉब वूल्मर की मौत हो गई थी.

शाहिद आफरीदी ने लिखा,‘सोचिए उस मजबूत व सक्षम कप्तान इंजमाम के बारे में, जो अकेले सोने से डरा हुआ था. मैंने उन्हें इससे मुश्किल समय का सामना करते नहीं देखा था. आज भी उस रात की याद आते ही हताश हो जाता हूं. हम उस सदमे से नहीं उबर सके.