logo-image

टीम इंडिया के मैनेजर ने दुर्व्यवहार के लिए मांगी माफी, BCCI ने दिया सुधरने का आखिरी मौका

यह देखना दिलचल्प होगा कि क्या सुनील को मैनेजर के पद के लिए दोबारा आवेदन देने की अनुमति दी जाती है या नहीं क्योंकि इस महीने के अंत में मैनेजर की नियुक्ति होनी है.

Updated on: 15 Aug 2019, 12:00 AM

नई दिल्ली:

भारतीय क्रिकेट टीम के मैनेजर सुनील सुब्रमण्यम ने अपने गलत व्यवहार के लिए प्रशासकों की समिति (सीओए) से माफी मांग ली है और इसलिए उन्हें एक मौका और दिया गया है. सुनील ने कैरेबियन आइलैंड में उच्चायोग के अधिकारियों से दुर्व्यवहार किया था. भारत सरकार के एक सीनियर अधिकारी ने सुनील के दुर्व्यवहार की शिकायत सीओए से की थी. जिसके बाद सुनील को भारत लौटने का फरमान सुना दिया गया था. सुनील ने हालांकि माफी मांग ली जिसके बाद उन्हें टीम के साथ ही विंडीज में रहने दिया जाएगा. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के कार्यकारी ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा है कि इस बार सुनील को माफ कर दिया गया है.

ये भी पढ़ें- PKL 7: रोमांचक मुकाबले में बंगाल वॉरियर्स ने गुजरात फॉर्च्यूनजाएंट्स को 28-26 से हराया

अब यह देखना दिलचल्प होगा कि क्या सुनील को मैनेजर के पद के लिए दोबारा आवेदन देने की अनुमति दी जाती है या नहीं क्योंकि इस महीने के अंत में मैनेजर की नियुक्ति होनी है. अधिकारी ने कहा, "हां, मेल से संदेश का आदान प्रदान हुआ है और उन्होंने माना है कि यह अनजाने में हुई गलती थी. शीर्ष अधिकारी इस बात को लेकर साफ थे कि उन्हें वापस बुलाया जाए. जब उनसे वापस आने को कहा गया तो उन्होंने माफी मांग ली और इसने सीओए का रुख बदल दिया." कार्यकारी ने कहा, "मैनेजर के रोल के लिए, अब देखना होगा कि उन्हें दोबारा अनुमति दी जाती है या उन्हें हटा दिया जाता है."

ये भी पढ़ें- PKL 7: जीत की हैट्रिक के साथ हरियाणा स्टीलर्स टॉप-3 में, यूपी योद्धा को 36-33 से हराया

उन्होंने कहा, "यह अब इस बात पर निर्भर करता है कि अधिकारी उनके वापस देश लौटने के बाद मामले को कैसे लेते हैं. लेकिन यह पहली बार नहीं है कि उनकी इस तरह की गलती पकड़ी गई हो. विंडीज में उनकी हरकत ने ताबूत में आखिरी कील ठोंकने का काम किया है." बीसीसीआई ने दो उच्चायोगों को बताया था कि विंडीज में जिस विज्ञापन को फिल्माया जाना है, उसके लिए सुनील से सीधे बात की जाएगी लेकिन जब त्रिनिदाद एंड टोबैगो में मौजूद भारत के उच्चायोग के अधिकारियों ने सुनील से संपर्क किया तो मैनजेर ने उन्हें तवज्जो नहीं दी. गौरतलब है कि 2018 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी सुनील का दुर्व्यवहार सामने आया था लेकिन तब उसे नजरअंदाज कर दिया गया था.