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टीम इंडिया से बाहर और आईपीएल में भी नहीं लगी बोली, अब जड़ दिया तिहरा शतक

मनोज तिवारी ने 414 गेंदों पर नाबाद 303 रनों की पारी खेली. मनोज तिवारी ने अपनी पारी में 30 चौके और पांच छक्के लगाए. उन्होंने कहा कि हालांकि कुछ भी असंभव नहीं है. 34 साल के मनोज तिवारी के करियर का यह पहला तिहरा शतक है.

Updated on: 21 Jan 2020, 09:06 AM

kolkata:

Manoj Tiwari triple century : मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) के तिहरे शतक के दम पर बंगाल ने बंगाल क्रिकेट अकादमी ग्राउंड (Bengal Cricket Academy Ground) पर हैदराबाद के खिलाफ खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy Match) के ग्रुप ए के मैच के दूसरे दिन सोमवार को अपनी पहली पारी सात विकेट के नुकसान पर 635 रनों पर घोषित कर दी. मनोज तिवारी ने 414 गेंदों पर नाबाद 303 रनों की पारी खेली. मनोज तिवारी ने अपनी पारी में 30 चौके और पांच छक्के लगाए. हैदराबाद के खिलाफ तिहरा शतक जड़ने वाले पश्चिम बंगाल के दाएं हाथ के मध्यक्रम के बल्लेबाज मनोज तिवारी ने कहा है कि भारतीय टीम में जगह बनाना अब काफी मुश्किल हो गया है. उन्होंने साथ ही कहा कि हालांकि कुछ भी असंभव नहीं है. 34 साल के मनोज तिवारी के करियर का यह पहला तिहरा शतक है. 

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भारत के लिए 12 वनडे और तीन T20 अंतरराष्‍ट्रीय मैच खेलने वाले मनोज तिवारी ने दिन का खेल समाप्त होने के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, इस दुनिया में कुछ भी संभव है. मेरा विश्वास हमेशा मजबूत रहता है चाहे मैं जीरो रन बनाऊं या फिर शतक लगाऊं. मैंने हमेशा अपनी क्षमता और कड़ी मेहनत पर विश्वास किया है. मनोज तिवारी ने भारत के लिए अपना आखिरी वनडे मैच 2015 में जिम्बाब्वे दौरे पर खेला था. उन्होंने कहा, इसके लिए मैं अपने निजी कोच मनबेंद्र घोष को धन्यवाद देना चाहता हूं. उन्होंने मुझे बेहतर बनने में मदद की है. अगर आपको खुद पर विश्वास हो तो आत्मविश्वास आ ही जाता है. पता नहीं आगे क्या होगा. इस समय भारतीय टीम शानदार प्रदर्शन कर रही है और इसमें जगह बनाना मुश्किल है.

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हालांकि मनोज तिवारी ने कहा कि आईपीएल में नहीं बिकने की बात पचाना मुश्किल था, लेकिन यह सच्चाई है. निश्चित रूप से जब आप इतने सारे युवाओं को खेलते हुए देखते हो तो यह बुरा लगता है. मैं जब घर पर बैठकर उन्हें देखता हूं तो मुझे लगता है कि वो शाट मैं लगा सकता था. उन्होंने कहा, फ्रेंचाइजी प्रबंधन कुछ अलग चीज देख रहा था. मनोज तिवारी इस तरह देवांग गांधी (323) के बाद तिहरा शतक जड़ने वाले बंगाल के दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं. मनोज तिवारी का खुद का करियर काफी छोटा रहा है. उन्‍होंने भारतीय टीम के लिए 2008 से लेकर 2012 तक खेला. इस दौरान मात्र 12 एक दिवसीय मैच खेले, इसमें उन्‍होंने 26 के औसत से 287 रन बनाए. इसमें एक शतक और एक अर्द्धशतक लगाया. उन्‍होंने तीन T-20 मैच भी खेले, लेकिन इन मैचों में सिर्फ एक ही पारी खेल पाए, जिसमें उन्‍होंने 15 रन ही बनाए.