logo-image

सचिन तेंदुलकर की तलाश पूरी, जानिए स्टॉक ब्रोकर से क्‍यों मिलना चाहते हैं

सचिन तेंदुलकर ने लिखा था, मैं चेन्नई के ताज कोरोमंडल में टेस्ट सीरीज के दौरान एक स्टाफ से मिला था. मेरी उसके साथ एल्बो गार्ड को लेकर बात हुई थी. उसी की सलाह पर मैंने अपना एल्बो गार्ड रिडिजाइन किया था.

Updated on: 17 Dec 2019, 02:39 PM

चेन्नई:

सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) की उनके एल्बो गार्ड (Sachin Tendulkar Elbo Guard) को लेकर सलाह देने वाले वेटर की तलाश पूरी होती दिख रही है. चेन्नई के पेरामबुर (Perambur Chennai) में रहने वाले एस गुरुप्रसाद (S Guruprasad) को फ्रांस से उनके रिश्तेदार का फोन आया, जिन्होंने गुरुप्रसाद को बताया कि क्रिकेट दिग्गज उनको लेकर ट्वीट कर रहे हैं. स्पोर्टस्टार ने गुरुप्रसाद के हवाले से लिखा है, मैं ट्वीटर पर नहीं हूं. मेरे भतीजे ने यह ट्वीटर पर देखा और तुरंत पहचान लिया कि यह मैं हूं क्योंकि मैंने उससे यह बात साझा की थी. सचिन तेंदुलकर ने अपने ट्विटर एकाउंट पर एक वीडियो साझा किया था, जिसमें वह उस घटना के बारे में बात कर रहे हैं जब एक वेटर ने उन्हें एल्बो गार्ड बदलने की सलाह दी थी.

यह भी पढ़ें ः IND VS WI : सीरीज में वापसी के लिए टीम इंडिया को झोंकनी होगी पूरी ताकत

सचिन तेंदुलकर ने लिखा था, मैं चेन्नई के ताज कोरोमंडल में टेस्ट सीरीज के दौरान एक स्टाफ से मिला था. मेरी उसके साथ एल्बो गार्ड को लेकर बात हुई थी. उसी की सलाह पर मैंने अपना एल्बो गार्ड रिडिजाइन किया था. मैं नहीं जानता कि वह अभी कहां है और मैं उससे मिलना चाहता हूं. क्या आप लोग उस वेटर की तलाश में मेरी मदद कर सकते हैं. सचिन तेंदुलकर ने कहा कि उन्हें अच्छी तरह याद है कि वह वेटर एक दिन उनके कमरे में आया था. वह कॉफी लेकर आया था. उसने उनसे एल्बो गार्ड पहनकर खेलते हुए बैट स्विंग के बारे में बात की थी. सचिन ने अपने वीडियो में कहा, उसने मुझसे कहा था कि एल्बो गार्ड पहनकर खेलते हुए मेरा बैट स्विंग बदल जाता है. वह मेरा बड़ा फैन था और मेरे एक्शन को कई बार देखता था. मैंने उससे कहा था कि तुम सही हो और दुनिया के पहले ऐसे इंसान हो, जिसने इस कमी को पकड़ा है. इसके बाद मैं मैदान से जब अपने कमरे में आया तब मैंने अपना एल्बो गार्ड रिडिजाइन किया था.

यह भी पढ़ें ः VIDEO : साक्षी धोनी से देखकर भी नहीं पढ़ा गया डायलॉग, एमएस धोनी बोले तुमसे...

गुरुप्रसाद को हालांकि कुछ अलग तरह का मसला याद है. वह कहते हैं कि 2001 में वह होटल में एक अनुबंध के जरिए सुरक्षा अधिकारी के तौर पर काम कर रहे थे. उन्होंने कहा, मैंने सचिन को तब देखा जब वो लिफ्ट में जा रहे थे. मैं उनका ऑटोग्राफ लेना चाहता था, लेकिन मेरे पास कागज नहीं था. मैंने अपनी सुरक्षा गार्ड की किताब में उनका ऑटोग्राफ ले लिया. जब उन्होंने तेंदुलकर से पूछा कि क्या वह क्रिकेट के बारे में बात कर सकते हैं तो तेंदुलकर ने बिना किसी परेशानी के हां कह दिया. उन्होंने कहा, मैंने उनसे कहा था कि उनका एल्बो गार्ड उनकी कलाई को खुलने से रोक रहा है और इसी कारण बल्ला सही से घूम नहीं रहा. ग्रुरुप्रसाद इस समय स्टॉकब्रोकर हैं जो सचिन तेंदुलकर के याद करने से अभिभूत हैं. उन्होंने कहा कि अगर सचिन उनकी कॉलोनी में उनसे मिलेंगे तो वह बेहद खुश होंगे. उन्होंने कहा, अगर सचिन हमारे यहां का दौरा करें और यह हमारे लिए सबसे अच्छी चीज होगी. अगर सचिन हमें तमिलनाडु तहजीब में मेजबानी करने का मौका दें तो यह हमारे लिए सम्मान की बात होगी.