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लॉकडाउन को मजाक में लेने वालों से नाराज सचिन तेंदुलकर, बोले- कोरोना वायरस जैसी ‘आग’ के लिए ‘हवा’ न बनें

सचिन तेंदुलकर ने कहा कि यह निराशाजनक है कि कुछ लोग सरकार द्वारा किए गए लॉकडाउन को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं.

Updated on: 25 Mar 2020, 05:58 PM

नई दिल्ली:

क्रिकेट के भगवान यानि सचिन तेंदुलकर ने कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए देशवासियों से घर नें रहने की अपील की है. तेंदुलकर ने लोगों से अपील की है कि वे देश में हुए लॉकडाउन का पालन करें को सरकारी आदेशों को गंभीरता से लें. मास्टर ब्लास्टर ने देश को आगाह करते हुए कहा कि ‘यदि कोरोना वायरस अगर आग है तो इसे फैलाने वाली हवा हम हैं.’ बता दें कि चीन के वुहान शहर से फैले कोरोना वायरस ने दुनियाभर में जबरदस्त कोहराम मचाया हुआ है. भारत में भी कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. देश में कोरोना से बढ़ते संकट को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश को संबोधित करते हुए पूरे देश में 15 अप्रैल तक के संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान कर दिया.

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लोगों की लापरवाही से निराश हैं तेंदुलकर

तेंदुलकर ने कहा कि यह निराशाजनक है कि कुछ लोग इस बंद को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. उन्होंने ट्विटर पर जारी एक वीडियो में कहा, ‘‘हमारी सरकार ने और दुनिया भर के स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने हमसे आग्रह किया है कि हम घर पर रहें. और जब तक कोई आपात स्थिति न हो हम बाहर न जाएं. लेकिन फिर भी लोग इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. मैंने कुछ वीडियो भी देखे हैं जिनमें लोग अब भी बाहर क्रिकेट खेल रहे हैं.’’ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज ने कहा, ‘‘सभी चाहते हैं कि हम बाहर जाएं, दोस्तों से मिलें, खेल खेलें लेकिन अभी ये देश के लिये बहुत हानिकारक है. याद रखिये ये दिन छुट्टियों के दिन नहीं हैं. कोरोना वायरस अगर आग है तो इसे फैलाने वाली हवा हम हैं. इस वायरस को रोकने का एक ही तरीका है कि हम सब अपने घरों में रहें.’’

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परिवार के साथ समय बिताने का बड़ा मौका

तेंदुलकर ने कहा कि वह पिछले दस दिनों से घर से बाहर नहीं निकले हैं और अगले 21 दिनों तक भी वह इस पर कायम रहेंगे क्योंकि वर्तमान समय में समाज, देश और दुनिया को बचाने का एकमात्र तरीका यही है. उन्होंने कहा, ‘‘डॉक्टर, नर्स, अस्पताल के कर्मचारी जो हमारे लिये लड़ रहे हैं उनके लिये हम इतना तो कर ही सकते हैं और उनकी कही हुई बातों को मान सकते हैं. मैं और मेरा परिवार दस दिनों से दोस्तों से नहीं मिला है और अगले 21 दिन तक भी नहीं मिलेंगे. इसे अपने परिवार के साथ समय बिताने का एक मौका समझें. आप अपने आप को, हमारे समाज को, हमारे देश को और सारी दुनिया को इस वायरस से बचा सकते हैं सिर्फ अपने अपने घरों में रहकर.’’

(एजेंसी इनपुट्स के साथ)