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CAA-NRC पर बौखलाया पाकिस्तान, शाहिद अफरीदी बोले- PM मोदी को भुगतना होगा अंजाम

शाहिद अफरीदी क्रिकेट जगत में काफी चर्चित रहे हैं, लेकिन अब राजनीति में भी हाथ आजमा रहे हैं

Updated on: 25 Dec 2019, 05:02 PM

नई दिल्ली:

नागरिकता संशोधित कानून को लेकर देश भर में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. नागरिकता संशोधन बिल पास होते ही नॉर्थ ईस्ट, पश्चिम बंगाल समेत देश भर में विरोध प्रदर्शन किया गया है. अभी भी यह प्रदर्शन चल ही रहा है. लेकिन अब यह विरोध सरहद के पार भी चला गया. पाकिस्तान और जर्मनी में इस कानून के खिलाफ लोग बोल रहे हैं. पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने CAA और NRC को लेकर पीएम मोदी की आलोचना की है. हुआ यूं कि ध्रुव राठी नाम के एक सज्जन ने इस कानून को लेकर ट्वीट किया. इसके बाद उस ट्वीट को आसिफ गफूर ने रिट्वीट किया.

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मामला यहीं नहीं रुका. इसके बाद इस ट्वीट को शाहिद अफरीदी ने रिट्वीट किया. शाहिद अफरीदी ने आसिफ गफूर के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा कि सही कहा बॉस! मोदी अपना समय गंवा रहे हैं. उनकी हिंदुत्व आधारित विचारधारा का न केवल भारत अधिकृत जम्मू-कश्मीर (IOJ&K) में, बल्कि पूरे भारत में विरोध हो रहा है. उसे अल्पसंख्यकों के खिलाफ IOJ&K और CAB में अपने कार्यों को पूर्ववत (वापस) करना होगा. अन्यथा वह तेजी से गर्त की ओर जा रहे हैं. वह अपने भाग्य के बहुत करीब चले जाएंगे और इसका अंजाम उन्हें खुद भुगतना होगा.

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हालांकि शाहिद अफरीदी क्रिकेट जगत में काफी चर्चित रहे हैं, लेकिन अब राजनीति में भी हाथ आजमा रहे हैं. जिस देश की स्थिति किसी से छिपा नहीं है. वहां के लोग भारत और उसके प्रधानमंत्री को नसीहत दे रहे हैं. पाकिस्तान अपने आतंकवादी छवि और कानून व्यवस्था को तो संभाल नहीं पा रहा है. वहां के हालात जग जाहिर है. पाकिस्तान में किस तरह से गैर मुस्लिम अल्पसंख्यक को प्रताड़ित किया जा रहा है. वहां के लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है. वहां से परेशान होकर लोग पाकिस्तान छोड़ भारत शरण लेने आ रहे हैं.

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शाहिद अफरीदी अल्पसंख्यक को लेकर अगर इतना ही चिंतित हो रहे हैं तो अपने प्रधानमंत्री इमरान खान से गुजारिश करें कि पाकिस्तान में किसी भी गैर मुस्लिम अल्पसंख्यक के साथ प्रताड़ना ना करें. ताकि भारत को इस तरह का कानून बनाने की जरूरत ना हो. धर्म के नाम पर तो खुद उनके पूर्वज अलग देश की मांग की और सफल भी हुए. पाकिस्तान में महंगाई इतनी है कि लोगों को दो वक्त की रोटी सही से नसीब नहीं हो पा रही है.