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महेंद्र सिंह धोनी ने वर्ल्ड टी-20, चैंपियंस ट्रॉफी और वन डे क्रिकेट विश्व कप में भारत को बनाया चैंपियन

2004 में महेंद्र सिंह धोनी ने वन डे क्रिकेट में पदार्पण किया, 2005 में टेस्ट में किया पदार्पण, पहला टेस्ट मैच श्रीलंका के खिलाफ खेला था

Updated on: 03 Jul 2019, 05:46 PM

highlights

  • महेंद्र सिंह धोनी ने 2004 में वन डे इंटरनेशनल क्रिकेट में किया पदार्पण किया
  • 2005 में टेस्ट क्रिकेट में खेलने के लिए चुने गए
  • 2011 में भारत को वन डे इंटरनेशनल में विश्व विजेता बनाया

नई दिल्ली:

महेंद्र सिंह धोनी का नाम भारत के लोकप्रिय क्रिकेटरों में शुमार है. वे भारत के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर हैं. उन्होंने कई सालों तक टीम इंडिया की कप्तानी की. उन्होंने सीमित ओवरों के मैच में 2007 से लेकर 2016 तक कप्तानी की. वहीं टेस्ट मैच में भी 2008 से लेकर 2014 तक कप्तानी की. एम. एस धोनी आक्रमक बल्लेबाजी और सुपर विकेट-कीपिंग के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने कई बार टीम इंडिया को कठिन परिस्थितियों से उबारा है. उन्होंने 2004 के दिसंबर में बांग्लादेश के खिलाफ खेलते हुए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया. एक वर्ष के बाद उन्होंने टेस्ट में पदार्पण किया. पहला टेस्ट मैच उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ खेला था.

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जानें धोनी के बारे में

एम.एस धोनी का जन्म 7 जुलाई 1981 को हुआ था. उनका जन्म झारखंड के रांची शहर में हुआ था. उनके माता-पिता का नाम देवकी देवी और पान सिंह हैं. माही के एक भाई और एक बहन हैं. भाई का नाम नरेंद्र सिंह धोनी और बहन का नाम जयंती हैं. धोनी अपने स्कूल के समय में बैडमिंटन और फुटबॉल खेलते थे. वे फुटबॉल के गोलकीपर के रूप में जाने जाते थे. कुछ दिनों बाद उनके फुटबॉल कोच ने लोकल क्रिकेट कल्ब में क्रिकेट खेलने के लिए भेज दिया. उन्होंने अपने विकेट-कीपिंग से ऐसा छाप छोड़ा कि हर कोई उसके मुरीद हो गए.

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इस सफलता से लबरेज माही कमांडो क्रिकेट कप कल्ब में रेगुलर विकेटकीपर बन गए. उन्होंने 2001 से 2003 तक ट्रेन टिकट परीक्षक (टीटीई) के रूप में भी काम किया.
धोनी ने अपने क्रिकेट करिअर की शुरुआत 1998 में की थी. उन्होंने बिहार अंडर -19 से खेलना शुरू किया. उन्होंने 1999-2000 में बिहार के लिए रणजी ट्रॉफी खेला. उन्होंने देवधर ट्रॉफी, दुलीप ट्रॉफी और केन्या के भारत A के दौरे में शानदार प्रदर्शन किया. चयनकर्ताओं ने उसके खेल को नोटिस किया. इसके बाद उसे 2004 में एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में खेलने का मौका मिला. तब से एम.एस धोनी क्रिकेट में एक लंबा सफर को तय किया.

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भारत को बनाया विश्व विजेता

एम.एल धोनी ने 2007 में आईसीसी क्रिकेट विश्व कप में शुरूआत की. उन्होंने अपनी कप्तानी में भारत को 2007 में आईसीसी वर्ल्ड T- 20 और 2011 में आईसीसी क्रिकेट विश्व कप में विश्व विजेता बनाया. 2010 में उन्होंने चैंपियंस लीग ट्वेंटी -20 का खिताब जिताया. वह आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स टीम के कैप्टन हैं. उनकी कप्तानी में टीम ने दो बार आईपीएल का खिताब जीत चुकी है.

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कैप्टन कुल का आंकड़ा

एम.एस धोनी ने कुल 90 टेस्ट मैच खेले हैं. 341 वनडे 98 टी-20 और 302 इंटरनेशनल टी-20 मैच खेल चुके हैं. उन्होंने टेस्ट में 4 हजार 8 सौ 76 रन बनाए हैं. वन डे में 10, 500, टी-20 में 1,617 और इंटरनेशनल टी-20 में 6,205 रन बना चुके हैं. टेस्ट में 6 शतक और 33 अर्द्धशतक जड़ चुके हैं. वन डे में 10 शतक और 71 अर्द्धशतक बनाए हैं. इंटरनेशनल टी-20 में 24 अर्द्धशतक जडे हैं.

टेस्ट में सबसे उच्च स्कोर 224 रन है. वन डे में नाबाद 183 रन बनाए हैं. टी-20 में 56 रन और इंटरनेशनल टी-20 में नाबाद 84 रन बनाए हैं. टेस्ट में 256 कैच ले चुके हैं. वन डे में 314, टी-20 में 159 और इंटरनेशनल टी-20 में 364 कैच ले चुके हैं. माही ने टेस्ट में 38 स्टंप कर चुके हैं. वनडे में 120, टी-20 में 159 और इंटरनेशनल टी-20 में 364 स्टंप कर चुके हैं.

पुरस्कार

2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ माही को पहला टेस्ट मैन ऑफ द मैच का खिताब मिला. 2005-06 में भारत-श्रीलंका की एक दिवसीय सीरीज में उन्हें पहला मैन ऑफ द सीरीज का खिताब मिला. उन्हें लगातार 2008 और 2009 के लिए आईसीसी प्लेयर ऑफ द ईयर पुरस्कार से नवाजे गए हैं. 2007 में राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार और 2009 में पद्मश्री पुरस्कार मिला. इसके बाद उन्हें पद्म भूषण अवार्ड भी मिला. 

इन तारीखों को लिया सन्यास

धोनी ने 30 दिसंबर 2014 को अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट से अपनी सन्यास ले लिया. उन्होंने 4 जनवरी 2017 को भारतीय ओडीआई और टी 20 अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के कैप्टन से सन्यास ले लिया.