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जावेद मियांदाद का बड़ा खुलासा, 1992 विश्व कप फाइनल में अजीबो-गरीब वायरस से थे पीड़ित

जावेद मियांदाद ने बताया कि विश्व कप 1992 के फाइनल मुकाबले में वे खुद एक अजीबो-गरीब वायरस की चपेट में आ गए थे.

Updated on: 27 Mar 2020, 05:56 PM

नई दिल्ली:

चीन के वुहान शहर से पूरी दुनिया में फैल चुके कोरोना वायरस ने भयानक स्थिति पैदा कर दी है. कोरोना वायरस की वजह से दुनियाभर में 24 हजार से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना वायरस ने इस वक्त विश्व के लगभग सभी देशों को अपने चपेट में ले रखा है. भारत में भी कोरोना वायरस के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. कोरोना ने भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान को भी अपनी चपेट में ले रखा है. worldometers.info की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में कोविड-19 के मामलों की संख्या 1200 से भी ज्यादा हो चुकी है, जबकि यहां इस भयानक वायरस की वजह से 9 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.

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अजीबो-गरीब वायरस की चपेट में आए थे जावेद मियांदाद
जब पूरी दुनिया कोरोना के कहर को झेल रही है, इस बीच पाकिस्तान के दिग्गज बल्लेबाज जावेद मियांदाद ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है. जावेद मियांदाद ने बताया कि विश्व कप 1992 के फाइनल मुकाबले में वे खुद एक अजीबो-गरीब वायरस की चपेट में आ गए थे. बता दें कि पाकिस्तान ने इमरान खान की कप्तानी में 25 मार्च, 1992 को खेले गए विश्व कप फाइनल में इंग्लैंड को हराकर अपना पहला खिताब जीता था. विश्व चैंपियन बनने की 18वीं सालगिरह मना रहे पाकिस्तानी दिग्गज ने इस खास मौके पर उस दिन का जिक्र किया. मियांदाद ने कहा कि फाइनल मैच में पाकिस्तान ने एक के बाद एक कई विकेट गंवा दिए थे. जब वे क्रीज पर आए तो उनके दिमाग में सिर्फ क्रीज पर टिके रहने की ही रणनीति चल रही थी.

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मियांदाद और इमरान के बीच हुई थी 139 रनों की पार्टनरशिप
पाकिस्तान को विश्व चैंपियन बनाने में अहम किरदार निभाने वाले मियांदाद ने कहा कि वे उस दिन वायरस इंफेक्शन से पीड़ित थे, लिहाजा वे ठीक से बल्लेबाजी भी नहीं कर पा रहे थे. हालांकि वे कप्तान इमरान खान के साथ जैसे-तैसे पाकिस्तान के स्कोर को आगे बढ़ाते रहे. विश्व कप फाइनल मुकाबले में मियांदाद और इमरान खान के बीच 139 रनों की पार्टनरशिप हुई थी, जिसकी बदौलत पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट के नुकसान पर 249 रनों का स्कोर खड़ा कर दिया था. 250 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड को पाकिस्तान ने 227 रनों पर ही ढेर कर दिया और विश्व कप पर कब्जा जमा लिया था.