logo-image

भारतीय मध्यक्रम निश्चित रूप से सुधार कर सकता है: स्मृति मंधाना

त्रिकोणीय श्रृंखला के फाइनल में आस्ट्रेलिया के खिलाफ 155 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पूरी टीम 144 रन पर सिमट गयी थी जबकि एक समय उसका स्कोर तीन विकेट पर 115 रन था.

Updated on: 15 Feb 2020, 06:03 PM

दुबई:

फार्म में चल रही सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना का मानना है कि मध्यक्रम की अनिरंतरता को देखते हुए भारत की शीर्ष चार खिलाड़ियों को 21 फरवरी से आस्ट्रेलिया में शुरू होने वाले आईसीसी महिला टी20 विश्व कप के दौरान लंबे समय तक बल्लेबाजी करनी होगी. भारत के मध्यक्रम का प्रदर्शन निरंतर नहीं रहा है और लगातार विफलताओं का खामियाजा टीम को भुगतना पड़ा है. वर्ष 2017 विश्व कप फाइनल में भारत ने सात विकेट 28 रन के अंदर गंवा दिये थे और टीम इंग्लैंड से नौ रन से हार गयी थी.

ये भी पढ़ें- टी-20 विश्व कप के बाद क्रिकेट से संन्यास ले सकते हैं शोएब मलिक, कही ये बड़ी बात

वहीं हाल में त्रिकोणीय श्रृंखला के फाइनल में आस्ट्रेलिया के खिलाफ 155 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पूरी टीम 144 रन पर सिमट गयी थी जबकि एक समय उसका स्कोर तीन विकेट पर 115 रन था. मंधाना ने कहा, ‘‘मध्यक्रम में निश्चित रूप से सुधार किया जा सकता है.’’ वर्ष 2018 महिला टी20 विश्व कप में 1,000 टी20 अंतरराष्ट्रीय रन तक पहुंचने वाली तीसरी भारतीय मंधाना हाल में आस्ट्रेलिया में त्रिकोणीय श्रृंखला में शीर्ष रन स्कोरर भी रही थीं.

ये भी पढ़ें- जसप्रीत बुमराह ने देश के लिए जो हासिल किया, उसे भुलाया नहीं जा सकता: मोहम्मद शमी

उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी कुछ चीजें अब भी हैं जिन्हें हमें अपने बल्लेबाजी लाइन अप में देखना हैं और हम ऐसा करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. मध्यक्रम की मदद का सबसे बढ़िया तरीका है कि शीर्ष क्रम 20 ओवर तक बल्लेबाजी करे. मुझे लगता है कि शीर्ष चार खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा समय तक बल्लेबाजी करने की जरूरत है.’’

ये भी पढ़ें- उमर अकमल ने ट्रेनर के साथ की बदतमीजी, PCB ने नहीं लिया कोई कड़ा फैसला

मंधाना ने कहा, ‘‘हमें कोशिश करनी होगी कि हम 16वें या 17वें ओवर तक आउट नहीं हों और अगर हम 20वें ओवर तक डटे रहेंगे तो समस्या निपट जायेगी.’’ मंधाना शुक्रवार को आईसीसी रैंकिंग में चौथे नंबर पर पहुंच गयीं थी. भारतीय टीम 21 फरवरी को चार बार की चैम्पियन आस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने टी20 विश्व कप अभियान की शुरूआत करेगी.