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शेफाली वर्मा ने बताया तूफानी बल्लेबाजी का राज, बोलीं- अगर खराब गेंद मिले तो जरूर हिट करना चाहिए

शेफाली ने कहा कि आगे की राह केवल कड़ी होगी और वह हर उस चुनौती की तरफ बढ़ेंगी, जो महिला टीम को विश्व विजेता बनने की ओर ले जाती है.

Updated on: 06 Apr 2020, 06:57 PM

नई दिल्ली:

हाल में आस्ट्रेलिया में समाप्त हुई टी-20 विश्व कप में कमाल की बल्लेबाजी करने वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार बल्लेबाज शेफाली वर्मा का मानना है कि उनके लिए अभी सफर शुरू ही हुआ है. शेफाली ने कहा कि आगे की राह केवल कड़ी होगी और वह हर उस चुनौती की तरफ बढ़ेंगी, जो महिला टीम को विश्व विजेता बनने की ओर ले जाती है. भारतीय टीम को आईसीसी महिला टी-20 विश्व कप के फाइनल में आस्ट्रेलिया के हाथों शर्मनाक हार झेलनी पड़ी थी और शेफाली भी उस टीम का हिस्सा थी.

शेफाली ने कहा, " बस वह दिन हमारा दिन नहीं था. खेल में हार जीत तो लगी रहती है और भी मौके आएंगे जो हमें हमारी मंजिल तक ले जाएगी. जो हुआ हम उसे बदल नहीं सकते, अब जो होगा वह हमारे हाथों में है और हम उसे नहीं छोड़ेंगे." शेफाली ने विश्व कप के पांच मैचों में 158.25 के औसत से 163 रन बनाए थे. उन्होंने कहा कि अगर उनकी टीम खिताब जीतती तो उन्हें अच्छा महसूस होता.

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सलामी बल्लेबाज ने कहा, " मेरा काम फील्ड पर जाना और रन बनाना है ताकि टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया जा सके. निश्चित रूप से अगर कोई आपके प्रदर्शन की तारीफ करता है तो आपको अच्छा लगता है, लेकिन अगर हम खिताब जीतते तो हमें और अच्छा लगता." 16 साल की शेफाली ने कहा कि इस टीम का मानना है कि कोई सीनियर या जूनियर नहीं है और इससे टीम को काफी मदद मिलती है.

उन्होंने कहा, " आपको पता है कि यहां सीनियर-जूनियर जैसी कोई चीज नहीं है. यहां काफी शांत वातावरण है और ना केवल हरमनप्रीत कौर तथा स्मृति मंधाना जैसी सीनियर खिलाड़ी एक दूसरे की मदद करते हैं बल्कि सभी करते हैं. कोच डब्ल्यूवी रमन सर भी काफी अच्छे हैं. रमन सर के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि हमेशा समस्या का हल निकालने के लिए तैयार रहते हैं. अगर मुझे कोई समस्या होती है तो मैं उनके पास जाती हूं और वे मुझे बताते हैं कि मुझे किस तरह से काम करना है."

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विस्फोटक बल्लेबाज ने दूसरी विस्फोटक बल्लेबाज मंधाना के साथ अपनी बल्लेबाजी को लेकर कहा, " हम चीजों को सरल रखने की कोशिश करते हैं. अगर खराब गेंद है तो जरूर हिट करना चाहिए. इसलिए जब मुझे खराब बॉल मिलती है तो मैं इसे हिट करती हूं और मंधाना के साथ भी ऐसा ही है. लेकिन जब हमें अच्छी बॉल मिलती है तो हम उस पर सिंगल लेने की कोशिश करते हैं."

शेफाली का यह पहला टी-20 विश्व कप था. उन्होंने अपने अगले लक्ष्य को लेकर कहा, " अब भारत के लिए अधिक से अधिक मैच जीतना है. मेरा हमेशा से यह लक्ष्य रहता है कि मैं टीम की सफलता में ज्यादा से ज्यादा योगदान दूं."