logo-image

IND vs SA: जसप्रीत बुमराह की गैर-मौजूदगी को तेंदुलकर ने बताया चिंताजनक, साथ ही कही ये बड़ी बात

सचिन ने कहा कि बुमराह जैसे खिलाड़ी को चोट के कारण मजबूरन बाहर जाना पड़ा है, लेकिन मुझे लगता है कि भारतीय टीम के पास उनकी भरपाई करने के लिए जरूरी बेंच स्ट्रेंथ है.

Updated on: 01 Oct 2019, 07:42 PM

नई दिल्ली:

आईसीसी टेस्ट चैम्पियनशिप के तहत भारतीय टीम बुधवार से अपना घरेलू टेस्ट दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलेगी. इस तीन मैचों की सीरीज में भारत के लिए चिंता की बात यह है कि उसके मुख्य तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह चोट के कारण नहीं खेल रहे हैं. पूर्व कप्तान सचिन तेंदुलकर का मानना है कि बुमराह की कमी भारत को जरूर खलेगी, लेकिन टीम के पास बेंच स्ट्रेंथ है. सीरीज ने पहले टेस्ट मैच से पहले सचिन ने आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप, बुमराह को लेकर अपने विचार साझा किए.

सचिन ने बुमराह को लेकर कहा, "जब बुमराह की बात आती है तो आप निश्चित तौर पर उनकी कमी महसूस करेंगे. उनके जैसे खिलाड़ी को चोट के कारण मजबूरन बाहर जाना पड़ा है, लेकिन मुझे लगता है कि भारतीय टीम के पास उनकी भरपाई करने के लिए जरूरी बेंच स्ट्रेंथ है. भारतीय तेज गेंदबाजी मेरे लिए काफी मजबूत है साथ ही स्पिन भी. तेज गेंदबाजी विभाग में हमारे पास अच्छा बैकअप है जिनके पास अच्छा खासा अनुभव है. हम इस अच्छी स्थिति में हैं कि हमारे पास बेंच पर भी अच्छे विकल्प हैं. हमें बुमराह की कमी खलेगी लेकिन उस स्तर तक नहीं जितनी अन्य देशों में खेलते हुए खलती. जहां तक स्पिन गेंदबाजी की बात आती है तो जो संयोजन हमारे पास है उसने काफी समय तक अच्छा किया है. मुझे लगता है कि हमारे गेंदबाज दक्षिण अफ्रीका पर दवाब बना पाएंगे."

ये भी पढ़ें- श्रेयस अय्यर ने CEAT के साथ किया करार, क्रिकेट के सभी फॉर्मेट्स में करेंगे कंपनी का प्रचार

जहीर खान के बाद से टीम में बाएं हाथ का कोई अच्छा गेंदबाज नहीं आया है. इस पर सचिन ने कहा, "हां, अगर बाएं हाथ का गेंदबाज होता तो हमारे पास विविधता होती, और यह बल्लेबाजों के लिए मुश्किल पैदा करता. बाएं हाथ के तेज गेंदबाज शुरुआत में गेंदबाजी कर ऑफ स्पिनर के लिए अच्छे निशान छोड़ता उसी तरह जिस तरह बाएं हाथ का स्पिनर दाएं हाथ के तेज गेंदबाज द्वारा बनाए गए निशानों का उपयोग करता है. इसलिए बाएं हाथ के तेज गेंदबाज के होने से हमें विविधता मिलती."

सचिन को लगता है कि टेस्ट चैम्पियनशिप हर मैच को अहम बनाएगी और अंतिम छह महीनों में इसमें काफी रोमांच आएगा. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप दर्शकों के लिए काफी अहम है क्योंकि वह हर मैच को देखेंगे. मुझे लगात है कि आखिरी के छह महीने काफी रोमांचक होंगे क्योंकि इस समय कई आंकड़े सामने आएंगे. यह खिलाड़ियों के लिए काफी अहम है. मुझे लगता है कि खिलाड़ी हर मैच जीतना चाहेंगे. तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में, अगर टीम पहले दो मैच जीत लेती है तो कई बार होता है कि दर्शक अगला मैच नहीं देखते हैं, लेकिन जहां तक क्रिकेट खिलाड़ियों की बात है तो वहह हर मैच जीतना चाहेंगे."

ये भी पढ़ें- IND vs SA: टेस्ट में रोहित शर्मा को भरपूर मौके देंगे विराट कोहली, पहले टेस्ट से पहले कही ये बातें

विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट को बढ़ावा देने की बात पर सचिन ने कहा, "जब खिलाड़ियों के टेस्ट क्रिकेट को बढ़ावा देने की बात आती है तो मुझे लगता है कि टेस्ट क्रिकेट के लिए यह अच्छी बात है. मुझे हमेशा से लगता है कि टेस्ट क्रिकेट काफी मुश्किल है. यह दर्शकों को अपनी ओर आने के लिए मजबूर करेगा और उन्हें बेहतरीन गेंदबाज तथा बल्लेबाजी देखने को मिलेगी." सचिन ने साथ की कहा कि किस तरह की पिचें बनाई जा रही हैं उन पर भी नजरें रखनी होगी. क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन ने कहा, "मुझे साथ ही लगता है कि अगर अच्छी पिचों पर मैच खेले जाएंगे तो इस टेस्ट चैम्पियनशिप के मायने और बढ़ जाएंगे."

भारत और दक्षिण अफ्रीका की सीरीज को लेकर सचिन ने कहा, "यह सीरीज अच्छी सीरीज होगी. दक्षिण अफ्रीका के पास कुछ ऐसे बल्लेबाज हैं जो यहां आकर टेस्ट क्रिकेट खेल चुके हैं. उन्हें कई तरह के बदलाव करने होंगे और अपनी सोच को भी बदलना होगा. उनके लिए सकारात्मक सोच के अलावा कोई और विकल्प नहीं है क्योंकि भारतीय गेंदबाज जानते हैं कि एसजी गेंद का इस्तेमाल कैसे करना है."

भारतीय बल्लेबाजी को लेकर पूर्व कप्तान ने कहा, "हमारे पास कुछ अच्छे बल्लेबाज हैं. रोहित इस मैच में सलामी बल्लेबाजी करेंगे. अजिंक्य रहाणे वापस आ चुके हैं. पुजारा हैं, कोहली हैं. विहारी हैं. यह सभी टीम के लिए योगदान देंगे. काफी कुछ इस बात पर निर्भर करता है कि यह लोग कितने रन बनाते हैं. अगर यह लोग मिलकर बड़ा स्कोर नहीं कर पाए तो इन सभी के लिए मुश्किल होगा."