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IND vs NZ 2nd ODI: भूखे शेर की तरह मैदान में उतरेगा न्यूजीलैंड, ये गलती करना भारत को पड़ सकता है भारी

किवी टीम के बल्लेबाज मेहमान टीम के गेंदबाजी आक्रमण के सामने पैर नहीं टिका पाए थे और लगातार विकेट खोते रहे थे.

Updated on: 25 Jan 2019, 04:39 PM

माउंट माउंगानुई:

भारत और न्यूजीलैंड के बीच जारी पांच मैचों की वनडे सीरीज में मेजबान टीम से जिस प्रकार की प्रतिस्पर्धा की उम्मीद थी, वह नेपियर में खेले गए पहले मैच में देखने को नहीं मिली थी. भारत ने पहले मैच में आसानी ने आठ विकेट से जीत दर्ज कर 1-0 की बढ़त ले ली है. दोनों टीमों के बीच दूसरा मैच माउंट माउंगानुई में शनिवार को खेला जाएगा. यहां भारत अपनी बढ़त को मजबूत करना चाहेगा तो वहीं मेजबान टीम वापसी की राह खोजेगी.

इस जीत में अहम भूमिका भारत के गेंदबाजों ने निभाई थी. किवी टीम के बल्लेबाज मेहमान टीम के गेंदबाजी आक्रमण के सामने पैर नहीं टिका पाए थे और लगातार विकेट खोते रहे थे. दूसरे मैच में भारतीय टीम की कोशिश होगी की एक बार फिर उसके गेंदबाज अपने प्रदर्शन को दोहरा पाएं. कुलदीप ने चार विकेट अपने नाम किए थे तो वहीं मोहम्मद शमी ने तीन सफलताएं अर्जित की थीं. युजवेंद्र चहल के हिस्से दो विकेट आए थे और पार्ट टाइम स्पिनर केदार जाधव ने भी एक विकेट लिया था. भुवनेश्वर हालांकि विकेट नहीं ले पाए थे.

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कुलदीप, चहल और जाधव ने मध्य के ओवरों में किवी टीम के बल्लेबाजों पर न सिर्फ अंकुश लगा रखा था बल्कि विकेट भी लेते रहे थे. इन तीनों ने मेजबान टीम की ताकत उसके मध्यक्रम को रन नहीं करने दिए थे और यह किवी टीम की हार की बड़ी वजहों में से एक थी. एक बार फिर इन तीनों से कप्तान विराट कोहली इसी प्रदर्शन की उम्मीद करेंगे, साथ ही चाहेंगे कि भुवनेश्वर भी विकेट अपने खाते में डाल सकें.

बल्लेबाजी में शिखर धवन का बल्ला 50 के पार जाने में सफल रहा. यह भारत के लिए अच्छी बात है क्योंकि धवन अच्छी शुरुआत तो कर रहे थे लेकिन लंबी पारी नहीं खेल पा रहे थे. वहीं कोहली की फॉर्म बरकरार है. मध्यक्रम में केदार, अंबाती रायडु, महेंद्र सिंह धोनी टीम को संभालने का दम रखते हैं. पहले मैच में हालांकि मध्य क्रम को बल्लेबाजी का ज्यादा मौका नहीं मिला था लेकिन आस्ट्रेलियाई सीरीज में जिस तरह की फॉर्म इन खिलाड़ियों ने दिखाई थी, उससे अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद बरकरार है.

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किवी टीम की बात की जाए तो उसकी ताकत कहे जाने वाले उसके मध्यक्रम का विफल हो जाना उसे अखरा होगा. कप्तान केन विलियमसन के सिवाए कोई और बल्लेबाज रन नहीं कर सका था. मेजबान टीम अपनी बल्लेबाजी में सुधार करना चाहेगी. पहले मैच में न मार्टिन गुप्टिल का बल्ला चला था न ही रॉस टेलर का. कोलिन मुनरो भी शांत रहे थे और टॉम लाथम भी सस्ते में आउट हो गए थे. यह चारों किवी टीम की बल्लेबाजी की धुरी हैं और अगर भारत के खिलाफ बड़ा स्कोर करना है तो इन चारों में से किसी न किसी के बल्ले को बड़ी पारी खेलनी होगी. पहले वनडे में लचर प्रदर्शन के बाद न्यूजीलैंड के सभी खिलाड़ी दूसरे मैच में भूखे शेर की तरह मैदान में उतर सकते हैं. इसलिए भारत को किसी भी मायने में मेजबान टीम को हल्के में आंकने की गलती नहीं करनी चाहिए.

गेंदबाजी में ट्रैंट बाउल्ट, टिम साउदी और लॉकी फग्र्यूसन पर भारत के मजबूत बल्लेबाजी क्रम को रोकने की जिम्मेदारी होगी. पहले मैच में गेंदबाजों के पास बचाने के लिए ज्यादा रन थे नहीं. मिशेल सैंटनर भी गेंदबाजी में अहम भूमिका निभाएंगे. किवी टीम बदलाव करे, इसकी संभावना भी कम ही है. ईश सोढ़ी को विलियमसन अंतिम एकादश में मौका दे सकते हैं लेकिन उनके लिए किसे बाहर जाना पड़ेगा, यह देखना होगा.

टीमें-
भारत: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उप-कप्तान), महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर), केदार जाधव, अंबाती रायडु, शिखर धवन, दिनेश कार्तिक, शुभमन गिल, विजय शंकर, खलील अहमद, युजवेंद्र चहल, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज.

न्यूजीलैंड: केन विलियम्सन (कप्तान), ट्रैंट बाउल्ट, डग ब्रैसवेल, कोलिन डी ग्रांडहोम, लॉकी फग्र्यूसन, मार्टिन गुप्टिल, मैट हेनरी, टॉम लाथम (विकेटकीपर), कोलिन मुनरो, हेनरी निकोलस, मिशेल सैंटनर, ईश सोढ़ी, टिम साउदी, रॉस टेलर.