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IND vs AUS: क्या विश्व कप से पहले मिले सुनहरे मौके को भुना पाएंगे विजय शंकर, 2016 में चोट ने कराया था हार्दिक का डेब्यू

2016 में विजय शंकर (Vijay Shankar) के चोटिल होने के बाद अपना डेब्यू करने वाले हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) ने ऐसा प्रदर्शन किया कि विजय शंकर (Vijay Shankar) को टीम में वापसी करने का मौका ही नहीं मिल पाया.

Updated on: 14 Jan 2019, 03:36 PM

नई दिल्ली:

एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले दूसरे वनडे मैच में भारतीय टीम दो नए बदलाव के साथ उतर रही है. महिलाओं के लिए अपने विवादित बयान से भारतीय टीम में प्रतिबंधित होने वाले हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) और केएल राहुल की जगह ऑल राउंडर विजय शंकर (Vijay Shankar) और शुभमन गिल को शामिल किया गया है. ऐसा लग रहा है कि इतिहास अपने आप को एक बार फिर से दोहरा रहा है. 2016 में विजय शंकर (Vijay Shankar) के चोटिल होने के बाद अपना डेब्यू करने वाले हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) ने ऐसा प्रदर्शन किया कि विजय शंकर (Vijay Shankar) को टीम में वापसी करने का मौका ही नहीं मिल पाया, तो क्या विजय शंकर (Vijay Shankar) भी इस मौके को उसी तरह भुना पाएंगे जिस तरह से हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) ने भुनाया था.

बात 2016 की है जहां विजय शंकर (Vijay Shankar) इंडिया ए की ओर से दोनों प्ररूपों में खेलने के लिए पहुंचे थे, हालांकि घुटने में चोट के चलते उन्हें बाहर का रास्ता देखना पड़ा और उनकी जगह हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) को टीम में शामिल किया गया. इस दौरे पर हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) ने शानदार प्रदर्शन किया जिसके चलते हार्दिक को न्यूजीलैंड के खिलाफ 16 अक्टूबर 2016 को वनडे मैचों में डेब्यू करने का मौका मिला. 

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हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) ने इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा लगातार अपने प्रदर्शन की बदौलत टीम में अपनी जगह को और पक्का कर लिया वहीं विजय शंकर (Vijay Shankar) को रणजी ट्रॉफी और घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद अपने डेब्यू का इंतजार करना पड़ा.

हालांकि विजय शंकर (Vijay Shankar) को 2017 में श्रीलंका के खिलाफ आखिर के दो टेस्ट मैचों के लिए अंतिम 13 में शामिल किया गया था लेकिन हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) की वापसी के बाद विजय शंकर (Vijay Shankar) का टेस्ट डेब्यू नहीं हो सका. विजय शंकर (Vijay Shankar) को निदाहास ट्रॉफी में खेले गए 5 टी20 मैचों की सीरीज के लिए भी चुना गया और विजय शंकर (Vijay Shankar) ने अपना डेब्यू भी किया लेकिन जैसे ही हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) की वापसी हुई उन्हें एक बार फिर से टीम में जगह नहीं मिल पाई.

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जहां एक ओर हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) लगातार अपने अच्छे प्रदर्शन के चलते लगातार अपनी जगह मजबूत बनाते जा रहे थे वहीं दूसरी ओर विजय शंकर (Vijay Shankar) अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे. पर उन्हें इस बात का शायद ही अंदाजा था कि विश्व कप से कुछ समय पहले ही उन्हें वो मौका मिलेगा जो 2016 में घुटने में चोट के चलते दूर चला गया था.

विजय शंकर (Vijay Shankar) ने लिस्ट ए में 58 मैचों और टी20 के 59 मैचों का अनुभव हो चुका है. मैदान पर लंबे छक्के लगाने को मशहूर विजय शंकर (Vijay Shankar) ने 2016-17 में अपनी कप्तानी में तमिलनाडु को रणजी ट्रॉफी का खिताब जिताया था. 

हाल ही में न्यूजीलैंड दौरे पर गई इंडिया ए का हिस्सा रहे विजय शंकर (Vijay Shankar) ने 5वें स्थान पर बल्लेबाजी कर कई उपयोगी पारियां खेली और जीत में अहम रोल निभाया. 5वें नंबर पर विजय शंकर (Vijay Shankar) भारत के लिए फिनिशर की भूमिका निभा सकते हैं और मौजूदा समय में टीम इंडिया के सिरदर्द को कम कर सकते हैं.

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यह देखने लायक होगा कि विजय शंकर (Vijay Shankar) इस सुनहरे मौके को किस तरह से भुना पाते हैं और 2016 में डेब्यू न कर पाने के दर्द को विश्व कप से पहले मिले मौके से कैसे सुधार पाते हैं. क्या विजय शंकर (Vijay Shankar) वो कारनामा कर पाएंगे जो हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) ने अपने प्रदर्शन से किया था.