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World Cup: कभी थे ‘खलनायक’ पर विश्व कप की जीत ने बेन स्टोक्स को बना दिया महानायक

एक शानदार कैच लपककर विश्व कप (World Cup) में आगाज करने वाले बेन स्टोक्स (Ben Stoakes) टूर्नामेंट के आखिर में खुशी के आंसू पोछते नजर आये.

Updated on: 16 Jul 2019, 02:50 PM

नई दिल्ली:

दो बरस पहले एक नाइटक्लब के बाहर झगड़े के कारण क्रिकेट के बाहर होने की कगार पर खड़े बेन स्टोक्स (Ben Stoakes) को विश्व कप (World Cup) में उनके प्रदर्शन ने इंग्लैंड (England) का नूरे नजर बना दिया और फाइनल में जीत के सूत्रधार रहे इस हरफनमौला का नाम इतिहास में हमेशा के लिये दर्ज हो गया. एक शानदार कैच लपककर विश्व कप (World Cup) में आगाज करने वाले बेन स्टोक्स (Ben Stoakes) टूर्नामेंट के आखिर में खुशी के आंसू पोछते नजर आये. यह अतीत की नाकामियों और विवादों को पीछे छोड़ने की खुशी थी, टीम के लिये भी और बेन स्टोक्स (Ben Stoakes) के लिये भी. 

फाइनल में नाबाद 84 रन बनाकर मैन आफ द मैच रहे बेन स्टोक्स (Ben Stoakes) ने सुपर ओवर में जोस बटलर के साथ 15 रन बनाये. न्यूजीलैंड (New Zealand) ने भी सुपर ओवर में 15 रन बनाये लेकिन ज्यादा चौकों छक्कों के कारण इंग्लैंड (England) विजेता रहा.

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बेन स्टोक्स (Ben Stoakes) ने जीतने के बाद कहा ,' मेरे पास शब्द नहीं है. मैने बहुत मेहनत की और अब दुनिया के सामने हम चैम्पियन बनकर खड़े हैं. यह अद्भुत है. इस तरह के लम्हों के लिये ही आप क्रिकेटर बनते हैं.'

आस्ट्रेलिया में ब्रिस्टल में नाइटक्लब के बाहर झगड़े के कारण बेन स्टोक्स (Ben Stoakes) 2017-18 की एशेज श्रृंखला नहीं खेल सके थे. उसके बाद साथी खिलाड़ियों ने टीम में उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और विश्व कप (World Cup) में अपने प्रदर्शन से इस हरफनमौला ने उसका बदला चुकाया.

न्यूजीलैंड (New Zealand) में जन्में बेन स्टोक्स (Ben Stoakes) ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले ही मैच में एंडिले फेलुक्वायो का शानदार कैच लपका था. उसके बाद नाबाद 82 और 89 रन बनाये. भारत के खिलाफ करो या मरो के मैच में उन्होंने 79 रन जोड़े.

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न्यूजीलैंड (New Zealand) के खिलाफ फाइनल में चार विकेट जल्दी निकलने के बाद वह इंग्लैंड (England) के ‘संकटमोचक’ बने. उनके बल्ले से टकराकर ‘ओवरथ्रो ’ पर गेंद जिस तरह से चार रन के लिये गई. इससे बानगी मिल गई कि यह दिन उनका था, उनकी टीम का था.

यह सफर पिछले विश्व कप (World Cup) से पहले दौर से बाहर हुई इंग्लैंड (England) की टीम का ही नहीं था बल्कि उसके इस होनहार खिलाड़ी का भी था. दुनिया को क्रिकेट सिखाकर कभी खुद खिताब नहीं जीत पाने का मलाल इंग्लैंड (England) ने दूर किया , वहीं खलनायक से महानायक बने बेन स्टोक्स (Ben Stoakes) ने जिजीविषा, जुझारूपन और हार न मानने के जज्बे की नयी मिसाल पेश की.