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धोनी के संन्यास पर जानें क्या बोले यूपी के खेल मंत्री चेतन चौहान

इस पूर्व बल्लेबाज ने कहा, 'महेन्द्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने भारत को क्रिकेट के सभी प्रारूप में चैंपियन बनाया है. उनके ऐतिहासिक योगदान को भारतीय क्रिकेट इतिहास में सुनहरे अल्फाज में लिखा जाएगा.'

Updated on: 14 Jul 2019, 08:06 PM

नई दिल्ली:

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की लगातार जारी आलोचना और उनके संन्यास की उठती मांगों के बीच पूर्व भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी चेतन चौहान (Chetan Chauhan) ने कहा कि इस चैंपियन क्रिकेटर पर दबाव डालने के बजाए भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान का एहतराम करते हुए उन्हें खुद फैसला लेने दिया जाए.

उत्तर प्रदेश के खेल मंत्री चेतन चौहान (Chetan Chauhan) ने रविवार को कहा, 'विश्व कप (World Cup) में अपेक्षानुरूप प्रदर्शन न कर पाने की वजह से महेन्द्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की आलोचना करने वालों को यह नहीं भूलना चाहिए कि भारतीय क्रिकेट में महेन्द्र सिंह धोनी (MS Dhoni) का बेमिसाल योगदान रहा है. इसे अल्फाज में बयान करना मुश्किल है.'

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उन्होंने कहा, 'यह सही है कि विश्व कप (World Cup) में महेन्द्र सिंह धोनी (MS Dhoni) का प्रदर्शन अपेक्षानुरूप नहीं रहा, मगर उन पर संन्यास लेने का दबाव डालने के बजाए यह निर्णय उन्हीं पर छोड़ देना चाहिए.'

इस पूर्व बल्लेबाज ने कहा, 'महेन्द्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने भारत को क्रिकेट के सभी प्रारूप में चैंपियन बनाया है. उनके ऐतिहासिक योगदान को भारतीय क्रिकेट इतिहास में सुनहरे अल्फाज में लिखा जाएगा.'

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इस सवाल पर कि क्या भारतीय टीम के पास इस वक्त महेन्द्र सिंह धोनी (MS Dhoni) का कोई विकल्प है? चेतन चौहान (Chetan Chauhan) ने कहा 'इतनी आसानी से दूसरा महेन्द्र सिंह महेन्द्र सिंह धोनी (MS Dhoni) नहीं मिलेगा. उनके नजदीक पहुंचने के लिए दूसरे विकेट कीपर बल्लेबाजों को बहुत मेहनत करनी होगी.'

विश्व कप (World Cup) में न्यू जीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में महेन्द्र सिंह धोनी (MS Dhoni) को 7वें नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए भेजने के निर्णय को बड़ी चूक करार देते हुए पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि उस वक्त जैसे हालात थे, उनमें महेन्द्र सिंह धोनी (MS Dhoni) को पांचवें नंबर पर उतारना चाहिए था.

उन्होंने कहा, 'तीन विकेट गिरने के बाद 5वें नम्बर पर पारी को सम्भालने वाला बल्लेबाज चाहिए था. महेन्द्र सिंह धोनी (MS Dhoni) यह काम बखूबी कर सकते थे. उस स्थिति में हमारे पास नीचे के क्रम में ऋषभ पंत या हार्दिक पंड्या में से एक आक्रामक बल्लेबाज बच जाता, जो आखिरी ओवरों में ताबड़तोड़ शॉट खेलकर मैच जिता सकता था. मगर ऐसा न होने के कारण 92 रन पर छह विकेट गिर गए और महेन्द्र सिंह धोनी (MS Dhoni) तथा रविंद्र जडेजा पर जबर्दस्त दबाव आ गया.'

भारत के लिए 40 टेस्ट और सात वनडे मुकाबले खेल चुके चेतन चौहान (Chetan Chauhan) ने कहा कि महेन्द्र सिंह धोनी (MS Dhoni) का बल्लेबाजी क्रम बदलने से नुकसान हुआ. उन्हें निश्चित बल्लेबाजी क्रम नहीं मिला, ऐसे में अस्थिरता पैदा हुई.

चेतन चौहान (Chetan Chauhan) ने टीम के चयन पर भी सवाल उठाते हुए कहा, 'चौथे नंबर पर अजिंक्य रहाणे या अंबाती रायुडू जैसे लंबी पारी खेलने की क्षमता रखने एक अतिरिक्त बल्लेबाज की जरूरत थी. टीम इंडिया में चार और पांच नम्बर की बल्लेबाजी बेहद कमजोर थी. यह कमी सेमीफाइनल में उजागर हो गई.'