कर्फ्यू के दौरान अपनी लग्जरी गाड़ी लेकर बाहर निकला ये भारतीय क्रिकेटर, पुलिस ने काटा चालान
बेवजह गाड़ी लेकर घूमने के आरोप में पुलिस ने ऋषि धवन का 500 रुपये का चालान काट दिया. ऋषि धवन ने गलती मानते हुए तुरंत चालान का भुगतान कर दिया.
नई दिल्ली:
देश में कोरोना वायरस तेजी से पैर पसार रहा है. भारत में कोरोनावायरस के कुल मामले 6600 से भी ज्यादा हो गए हैं, जबकि इस महामारी की वजह से देश में मरने वालों का आंकड़ा 200 के पार पहुंच चुका है. कोरोना से बचने के लिए सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे अपने घरों में ही रहें और बेवजह बाहर न निकलें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदेश पर पूरे देश में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन किया गया है. लॉकडाउन के दौरान घर में बेवजह बाहर निकलने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी हो रही है.
ये भी पढ़ें- कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सनराइजर्स हैदराबाद ने दान किए 10 करोड़ रुपये, वॉर्नर ने की तारीफ
लॉकडाउन तोड़ने को लेकर देशभर का प्रशासन काफी सख्त है. चाहे कोई वीआईपी हो या कोई आम आदमी, लॉकडाउन का उल्लंघन करने के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है. इसी सिलसिले में भारत के एक क्रिकेटर को भी लॉकडाउन का उल्लंघन करने का दोषी पाया गया, जिसके बाद पुलिस ने उनका चालान काट दिया. हिमाचल प्रदेश के मंडी में रहने वाले क्रिकेटर ऋषि धवन कर्फ्यू के दौरान अपनी लग्जरी कार लेकर बाहर निकले थे, जिन्हें गांधी चौक नाके पर खड़ी पुलिस ने पकड़ लिया.
ये भी पढ़ें- माइकल क्लार्क ने ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों पर लगाया था विराट कोहली की चाटुकारिता का आरोप, टिम पेन ने की भर्त्सना
पुलिस ने धवन से बाहर निकलने का कारण पूछा, लेकिन धवन कोई वाजिब जवाब नहीं दे पाए. जिसके बाद पुलिस ने उनका 500 रुपये का चालान काट दिया. ऋषि धवन ने गलती मानते हुए तुरंत चालान का भुगतान कर दिया. बता दें कि यहां सुबह 10 से लेकर दोपहर 1 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी जा रही है ताकि लोग अपना जरूरी काम निपटा लें. हालांकि, बिना पास के गाड़ी लेकर बाहर निकलना पूरी तरह से प्रतिबंधित है. जिसकी वजह से ऋषि धवन के खिलाफ कार्रवाई की गई.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें