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राहुल द्रविड़ के मामले पर सीओए ने साफ किया रुख, कहा- हितों का टकराव नहीं

लेफ्टिनेंट जनरल रवि थोडगे (Ravi Thodge) ने कहा कि गेंद अब बीसीसीआई (BCCI) के लोकपाल सह आचरण अधिकारी डी के जैन के पाले में है.

Updated on: 13 Aug 2019, 07:10 PM

नई दिल्ली:

प्रशासकों की समिति ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के क्रिकेट प्रमुख के रूप में राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) की नियुक्ति में ‘हितों के टकराव’ का कोई मसला नहीं है. लेफ्टिनेंट जनरल रवि थोडगे (Ravi Thodge) ने कहा कि गेंद अब बीसीसीआई (BCCI) के लोकपाल सह आचरण अधिकारी डी के जैन के पाले में है.

रवि थोडगे (Ravi Thodge) ने कहा ,'राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) के मामले में हितों का टकराव नहीं है. उसे नोटिस मिला था और हमने उसकी नियुक्ति को मंजूरी दी थी. हमें हितों का टकराव नहीं दिखा लेकिन अगर लोकपाल को लगता है तो हम उन्हें अपना पक्ष स्पष्ट करेंगे.'

रवि थोडगे (Ravi Thodge) ने कहा ,' उसके बाद वह इस पर गौर करेंगे. यह एक प्रक्रिया है जो जारी रहेगी.'

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भारतीय क्रिकेट के सबसे सम्मानित व्यक्तियों में से एक राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) पर एनसीए में नियुक्ति के बाद हितों के टकराव का आरोप लगा था चूंकि वह इंडिया सीमेंट्स के कर्मचारी है जो चेन्नई सुपर किंग्स टीम की मालिक है.

राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने अपना जवाब जैन को भेज दिया है लेकिन अभी यह पता नहीं चला है कि उन्होंने पद से इस्तीफा दिया है या नहीं. सीओए (COA) ने उनकी नियुक्ति के समय स्पष्ट किया था कि राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) को इंडिया सीमेंट्स के उपाध्यक्ष का पद छोड़ना होगा या कार्यकाल पूरा होने तक छुट्टी पर रहना होगा.

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राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने इंडिया सीमेंट्स से अवैतनिक अवकाश मांगा था जिसके बाद एमपीसीए के आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता ने राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) के खिलाफ शिकायत की थी.