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टीम इंडिया के लिए सिरदर्द नंबर 4 के लिए इस बल्‍लेबाज ने ठोकी दावेदारी

विश्व कप में नंबर चार के लिए लोकेश राहुल टीम में थे, लेकिन शिखर धवन के चोटिल होने के बाद वे ओपनिंग करने लगे. उनकी जगह पर नंबर 4 पर विजय शंकर को लाया गया पर उनका खेल प्रभावी नहीं रहा.

Updated on: 17 Jul 2019, 08:18 AM

नई दिल्‍ली:

वर्ल्‍ड कप मुकाबले में टीम इंडिया के बैटिंग क्रम में नंबर चार की समस्‍या भारत की सबसे बड़ी कमजोरी साबित हुई. इस नंबर के लिए टीम इंडिया के पास कोई मजबूत बल्‍लेबाज नहीं था, जो संकट के समय टीम को थाम सके. इसी कारण न्‍यूजीलैंड के सामने टीम इंडिया सेमीफाइनल में भरभराकर ढहती चली गई. टीम प्रबंधन नंबर चार के लिए बल्‍लेबाज की तलाश में है और उधर बल्‍लेबाज चेतेश्‍वर पुजारा ने इस नंबर के लिए अपनी दावेदारी ठोक दी है. उन्‍होंने कहा है कि अगर वनडे में मौका मिलता है तो वे नंबर चार पर खुद को साबित कर सकते हैं.

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पुजारा ने कहा कि उन्हें मौका मिले तो वो वनडे क्रिकेट में खुद को साबित करके दिखाएंगे. पुजारा ने ये भी कहा कि बल्लेबाज के तौर पर वो क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में खेलना चाहते हैं. पुजारा ने कहा कि वो टीम इंडिया की नीली जर्सी पहनने के इच्छुक हैं. बता दें कि टीम इंडिया में काफी समय से नंबर 4 की समस्‍या बनी हुई है. विश्व कप में नंबर चार के लिए लोकेश राहुल टीम में थे, लेकिन शिखर धवन के चोटिल होने के बाद वे ओपनिंग करने लगे.

उनकी जगह पर नंबर 4 पर विजय शंकर को लाया गया पर उनका खेल प्रभावी नहीं रहा और वो भी चोटिल होकर टीम से बाहर हो गए. उनकी जगह विकेटकीपर बल्‍लेबाज ऋषभ पंत नंबर 4 पर उतारे गए पर सेमीफाइनल उन्होंने जिम्मेदारी सही से नहीं निभाई. टीम के कोच रवि शास्त्री ने भी बाद में पत्रकारों से कहा था कि हमें इस नंबर पर एक मजबूत बल्लेबाज की कमी काफी खली.

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वेस्टइंडीज दौरे और टेस्ट चैंपियनशिप पर चेतेश्वर पुजारा की नजर टिकी है. उन्होंने बताया कि वो कड़ी मेहनत कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि पहले टेस्ट सीरीज में आप तीन में से दो मैच जीत जाते हैं तो सीरीज आपके नाम हो जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. अब हर मैच के लिए अंक होंगे और टेस्ट चैंपियनशिप से क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप की लोकप्रियता बढ़ेगी.