logo-image

डायना एडुल्जी ने नकारा फिर भी BCCI ने CAC को चुना, भारतीय टीम का कोच चुनेगी कपिल देव की टीम

सीओए (COA) की बैठक के बारे में जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बातचीत में कहा कि विनोद विनोद राय (Vinod Rai) और लेफ्टिनेंट जनरल रवि थोज की विनोद राय (Vinod Rai) एक नहीं थी.

Updated on: 06 Aug 2019, 06:27 AM

नई दिल्ली:

प्रशासकों की समिति (सीओए) की सदस्य डायना इडुल्जी ने सोमवार को विरोध जताया लेकिन इसके बावजूद कपिल देव की अगुआई वाली समिति को हितों के टकराव मामले में 2-1 से पाक साफ करार दिया गया. इसके साथ ही इनके द्वारा भारतीय पुरुष टीम के कोच की नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया. इडुल्जी का नजरिया समिति के अध्यक्ष विनोद राय और एक अन्य सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) रवि थोडगे से मेल नहीं खाता था. 

सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए (COA)) ने सोमवार को यह स्पष्ट कर दिया कि कपिल देव (Kapil Dev) की अध्यक्षता वाली क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ही भारतीय क्रिकेट टीम के अगले मुख्य कोच का चयन करेगी. लेकिन यह निर्णय सर्वसम्मति से न होकर दो-एक के बहुमत के फैसले से हुआ. सीओए (COA) ने कहा कि समिति में किसी भी तरह के हितों का टकराव नहीं है. 

सीओए की बैठक के बाद इडुल्जी ने कहा, ‘यह फैसला (मेरे खिलाफ) 2-1 से था. मैंने कहा कि इसे आचरण अधिकारी (डीके जैन) के पास भेजा जाना चाहिए जिससे कि हितों के टकराव पर फैसला हो सके. तदर्थ समिति संविधान में नहीं है. इस तरह मैंने विरोध जताया.’ 

और पढ़ें: डेल स्टेन ने टेस्ट क्रिकेट को कहा अलविदा, लिया संन्यास

सीओए (COA) की बैठक के बारे में जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बातचीत में कहा कि विनोद विनोद राय (Vinod Rai) और लेफ्टिनेंट जनरल रवि थोज की विनोद राय (Vinod Rai) एक नहीं थी. लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि सदस्यों के खिलाफ हितों के टकराव का कोई मामला नहीं था, जबकि डायना एडुल्जी चाहती थीं कि लोकपाल डीके जैन ही इस बारे में कोई फैसला लें.

सूत्रों ने कहा, 'विनोद राय (Vinod Rai) और थोज इस चीज को लेकर एकमत थे कि तीन सदस्यीय समिति द्वारा दी गई घोषणाएं काफी अच्छी थीं. लेकिन डायना ने महसूस किया कि इस पर लोकपाल द्वारा ही कोई फैसला लेना उचित होगा ताकि हितों के टकराव मामले की अनदेखी न हो और बाद में कोई मामला न सामने आए.' 

विनोद राय (Vinod Rai) ने कहा, 'हमने इसे देख लिया है और यह ठीक है. अगस्त के मध्य में कोच पद के लिए उम्मीदवारों की छंटनी की जाएगी और फिर इसके बाद कोच का चुनाव किया जाएगा. इस मामले में सीएसी का फैसला अंतिम होगा.'

और पढ़ें: न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने जारी किए खिलाड़ियों के जर्सी नंबर, इस दिन से शुरू होगा श्रीलंका दौरा

गौरतलब है कि भारतीय टीम के नए कोच का चुनाव करने के लिए सीओए (COA) ने अपनी पिछली बैठक में कपिल की अध्यक्षता में एक क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) का गठन किया था. इस समिति का काम नए कोच का चुनाव करना है. इसमें कपिल के अलावा अंशुमान गायकवाड़ और शांता रंगास्वामी दो अन्य सदस्य हैं. 

बीसीसीआई (BCCI) के सीईओ राहुल जोहरी ने सीएसी से किसी भी तरह के हितों का टकराव स्पष्ट करने को कहा था. विनोद राय (Vinod Rai) ने हालांकि बीसीसीआई (BCCI) के कर्मचारियों के वेतन बढ़ोतरी पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया. 

इस बीच, 26 राज्य संघों ने बीसीसीआई (BCCI) के नए संविधान को स्वीकार कर लिया है और निर्वाचन अधिकारी की नियुक्ति की है. 

विनोद राय (Vinod Rai) ने उम्मीद जताई कि चुनाव के समय तक यह संख्या 30 तक हो सकती है. उन्होंने एक बार फिर से यह स्पष्ट कर दिया कि जिन संघों ने बीसीसीआई (BCCI) के संविधान को लागू नहीं किया है, उन्हें वोट देने की इजाजत नहीं दी जाएगी.

और पढ़ें:  नवदीप सैनी ने अंतरराष्ट्रीय करियर के पहले ही मैच में कर दी ऐसी गलती, आईसीसी ने दी सख्त चेतावनी

सीओए (COA) के प्रमुख ने कहा, '26 राज्यों ने इसे लागू कर दिया है और निर्वाचन अधिकारी का चुनाव कर लिया है. उन्हीं राज्यों को मत देने का अधिकार दिया जाएगा, जिन्होंने इसे लागू किया है.'