CWG 2018: आठवें दिन भारतीय पहलवानों ने बढ़ाई तिरंगे की शान, 14 गोल्ड मेडल के साथ भारत तीसरे स्थान पर कायम
भारतीय पहलवानों ने यहां जारी 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में आठवें दिन गुरुवार को देश के तिरंगे की शान पर चार चांद लगा दिए। कुश्ती में आठवें दिन भारत को दो स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक हासिल हुआ।
गोल्ड कोस्ट:
भारतीय पहलवानों ने यहां जारी 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में आठवें दिन गुरुवार को देश के तिरंगे की शान पर चार चांद लगा दिए। कुश्ती में आठवें दिन भारत को दो स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक हासिल हुआ।
भारत के दिग्गज पहलवान सुशील कुमार ने राष्ट्रमंडल खेलों में अपने स्वर्ण पदकों की हैट्रिक पूरी की है।
इसके अलावा, बबीता कुमारी ने रजत, राहुल अवारे ने स्वर्ण और किरण ने कांस्य पदक पर कब्जा जमाया।
सुशील ने पुरुषों की 74 किलोग्राम वर्ग स्पर्धा में दक्षिण अफ्रीका के जोहानेस बोथा को 10-0 से मात देकर राष्ट्रमंडल खेलों का तीसरा स्वर्ण पदक जीता।
इससे पहले, सुशील ने 2010 दिल्ली और 2014 ग्लास्गो में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीते थे। इस जीत के साथ ही उन्होंने अपने पदकों की हैट्रिक पूरी की है। उन्होंने 2010 में 66 किलोग्राम वर्ग में सोना जीता था, जिसे अब हटा दिया गया है।
सुशील ने बोथा को पहले ही मिनट में पूरा पलटते हुए चार अंक लिए और इसके बाद उन्हें नीचे पटकते हुए दो और अंक हासिल कर लिए।
और पढ़ेंः CWG 2018: कुश्ती में भारत राहुल ने भारत को दिया 13वां स्वर्ण पदक
भारतीय दिग्गज पहलवान सुशील ने बोथी को संभलने का मौका भी नहीं दिया और और एक बार फिर उन्हें पटकर चार और अंक हासिल किए और स्वर्ण पदक जीता।
महाराष्ट्र के राहुल ने पुरुषों की 57 किलोग्राम स्पर्धा के फाइनल में कनाडा के स्टीवन ताकाहाशी को 15-7 से मात देकर जीत हासिल की।
राहुल ने पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा लिया और पदार्पण करने के साथ ही स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया।
पहले ही मिनट में ही राहुल ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए ताकाहाशी को पटककर दो अंक हासिल किए। हालांकि, अगले ही पल राहुल को संभलने का मौका नहीं देते हुए कनाडा के पहलवान ने पूरा पलटते हुए चार अंक ले लिए।
इसके बाद राहुल ने भी ताकाहाशी पर दबाव बनाया और उन्हें रोल करते हुए छह अंक ले लिए थे। कनाडा के पहलवान ने भी हार नहीं मानी और राहुल को अच्छी टक्कर देते हुए दो अंक लिए और 6-6 से बराबरी कर ली।
राहुल ने भी अपनी तकनीक को अपनाते हुए एक बार फिर ताकाहाशी को पकड़ा और फिर रोल करते हुए तीन और अंक हासिल करते हुए 9-6 से बढ़त ले ली। यहां राहुल को दर्द की समस्या हुई, लेकिन इसे नजरअंदाज करते हुए उन्होंने वापसी की और दो अंक और हासिल किए।
और पढ़ेंः CWG 2018: सुशील की स्वर्णिक हैट्रिक, राहुल, बबीता और किरण ने भी मारी बाजी
मुकाबले की समाप्ति के लिए कुछ सेकेंड रह गए थे और एक बार फिर राहुल ने ताकाहाशी पर शिकंजा कस 15-7 से जीत हासिल कर भारत की झोली में 13वां स्वर्ण पदक डाल दिया।
राहुल ने इससे पहले सेमीफाइनल मुकाबले में पाकिस्तान के मुहम्मद असद भट्ट को हराया था।
बबीता ने महिलाओं की फ्रीस्टाइल 53 किलोग्राम स्पर्धा के फाइनल में कनाडा की डियाना वीकर ने 5-2 से मात देकर स्वर्ण पदक जीता।
बबीता फाइनल मुकाबले में डियाना की तकनीक के आगे कमजोर नजर आईं। डियाना ने पहले ही भारतीय पहलवान पर दबाव बनाते हुए एक अंक हासिल किए।
इसके बाद बबीता ने डियाना पर अपनी पकड़ बनाते हुए दो अंक बटोरे, लेकिन यहां जजों ने डियाना को भी दो अंक दिए और उन्होंने फिर 3-2 से बढ़त बना ली है।
बबीता ने मौका हासिल करते हुए बबीता के पैर पकड़ उन्हें पलटने की कोशिश की, लेकिन यहां डियाना ने दांव मारते हुए बबीता को ही पलटकर दो और अंक हासिल किए और अंत में 5-2 से स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया और बबीता को रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
किरण ने महिलाओं की 76 किलोग्राम स्पर्धा के कांस्य पदक के लिए हुए मुकाबले में मॉरिशस की कातुओस्किया परिधावेन को 10-0 से मात दी।
किरण ने पहले ही परिधावेन पर शिकंजा कसते हुए 6-0 से बढ़त हासिल कर ली। इसके बाद, उन्होंने मॉरिशस की पहलवान को नीचे पटकर पलटते हुए दो अंक और हासिल किए।
किरण ने तकनीक में लगातार अंक हासिल किए और परिधावेन को संभलने का भी मौका नहीं दिया और अंत में 10-0 से जीत हासिल कर कांस्य पदक जीत लिया।
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