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सचिन तेंदुलकर ने पृथ्वी शॉ को क्यों दी ये सलाह, अगर कोई ग्रिप बदलने को कहे तो मुझसे बात कराना, यहां पढ़ें

अंडर 19 वर्ल्ड कप में भारत को जीत दिलाने वाले 18 साल के पृथ्वी शॉ भारतीय क्रिकेट की नई सनसनी माने जा रहे है।

Updated on: 24 Aug 2018, 11:48 AM

नई दिल्ली:

अंडर 19 वर्ल्ड कप में भारत को जीत दिलाने वाले 18 साल के पृथ्वी शॉ भारतीय क्रिकेट की नई सनसनी माने जा रहे है। मुंबई के इस छोटे कद के बड़े बल्लेबाज को इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के शेष दो मैचों के लिए भारतीय टीम में जगह मिली है। क्रिकेट के महान बल्लेबाज मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने भी कम उम्र में सफलता हासिल कर ली थी और उन्हें पृथ्वी शॉ की विलक्षण प्रतिभा को पहचानने में भी अधिक समय नहीं लगा। सचिन तेंदुलकर ने पृथ्वी की प्रतिभा को 8 साल की उम्र में ही पहचान लिया था। उन्होंने पृथ्‍वी से कहा था कि कोई कोच उसकी नैसर्गिक तकनीक को नहीं बदले।

सचिन तेंदुलकर ने अपनी ऐप '100 एमबी' पर कहा, 'मैंने उन्हें कहा था कि भविष्य में उनके कोच जितने की निर्देश दें वह अपनी ग्रिप नहीं बदले। अगर कोई तुम्हें ऐसा करने के लिए कहे तो उसे कहना कि वह मेरे से बात करे। कोचिंग देना अच्छा होता है लेकिन किसी खिलाड़ी में अत्यधिक बदलाव करना नहीं।'

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सचिन ने कहा, 'यह बेहद महत्वपूर्ण है कि जब आप ऐसे विशेष खिलाड़ी को देखें तो कुछ बदलाव नहीं करें। यह भगवान का तोहफा है।' पृथ्वी को इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम दो टेस्ट के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया है और तेंदुलकर को खुशी है कि उन्होंने पहली बार आठ साल की उम्र में उसे बल्लेबाजी करते देखकर उसके अंदर की प्रतिभा को परख लिया था।

सचिन ने आगे कहा, 'लगभग 10 साल पहले मेरे एक मित्र ने मुझे युवा पृथ्वी को खेलते हुए देखने को कहा। उन्होंने मुझे कहा कि मैं उनके खेल का आकलन करूं और उसे कुछ सलाह दूं। मैंने उनके साथ सत्र में हिस्सा लिया और खेल में सुधार के लिए कुछ चीजें बताई।'

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पृथ्वी को पहली बार खेलते हुए देखने के बाद तेंदुलकर ने अपने मित्र से कहा था, 'तुम देख रहे हो? यह भविष्य का भारतीय खिलाड़ी है।' इस साल 18 साल के पृथ्वी की कप्तानी में भारत ने अंडर 19 वर्ल्ड कप जीता। उन्होंने 14 प्रथम श्रेणी मैचों में 7 शतक की मदद से 56.72 की औसत के साथ 1418 रन बनाए हैं।

इनपुट-एजेंसी