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ISL4 : पहले खिताब के लिए पूर्व विजेता चेन्नइयन से भिड़ेगा बेंगलुरू

हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के चौथे सीजन के खिताबी मुकाबले में शनिवार को पूर्व विजेता चेन्नइयन एफसी का सामना पहली बार लीग में खेल रही बेंगलुरू एफसी से उसी के घर श्री कांतीरावा स्टेडियम में होगा।

Updated on: 16 Mar 2018, 05:44 PM

नई दिल्ली:

हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के चौथे सीजन के खिताबी मुकाबले में शनिवार को पूर्व विजेता चेन्नइयन एफसी का सामना पहली बार लीग में खेल रही बेंगलुरू एफसी से उसी के घर श्री कांतीरावा स्टेडियम में होगा।

फाइनल में बेंगलुरू की टीम खिताब की प्रबल दावेदार मानी जा रही है, लेकिन उसके प्रशंसक जानते हैं कि घर में खेलने वाली टीम कभी भी आईएसएल का फाइनल नहीं जीती है। गोवा को 2015 में चेन्नइयन से ही मात खानी पड़ी थी तो 2016 में केरला ब्लास्टर्स को एटीके ने उसके घर में मात देकर दूसरा खिताब जीता था।

इसके अलावा एक और आंकड़ा बेंगलुरू को चिंता में डाल सकता है। 2014 में लीग की शुरुआत से वो टीम कभी भी आईएसएल का खिताब नहीं जीती जिसने लीग दौर का अंत पहले स्थान पर रहते हुए किया हो।

हालांकि साउथ डर्बी के इस मैच में प्रशंसक रुकने वाले नहीं हैं। वह स्टेडियम की हर सीट पर मौजूद होंगे और बेंगलुरू का खुलकर समर्थन करेंगे। बेंगलुरू के प्रशंसकों को उम्मीद होगी की उनकी टीम खिताब अपने नाम करे।

अहम मैच से पहले बेंगलुरू के कोच अल्बर्ट रोका ने कहा, 'एएफसी कप के कारण हमने अपनी तैयारियां बाकी टीमों से पहले शुरू कर दी थीं। हमने सफल होने की कोशिश की। अभी एक और पड़ाव बाकी है, लेकिन मैं सभी के लिए खुश हूं। हमारे प्रशंसक हमेशा हमारे पीछे रहे। कल का मैच हमारे लिए अहम है क्योंकि यह एक बड़ी टीम के खिलाफ है। चेन्नइयन ने बताया है कि वह कैसी टीम है। मैं आसान मैच की उम्मीद नहीं कर रहा हूं। यह सीजन का सबसे मुश्किल मैच होने वाला है।'

बेंगलुरू इस आईएसएल में सबसे शानदार टीम रही है। उन्होंने अभी तक 38 गोल किए हैं और वह लीग में गोल करने के मामले में गोवा से एक स्थान पीछे है। लेकिन उनका डिफेंसिव रिकार्ड और शानदार है। उसने 20 मैचों में सिर्फ 17 गोल खाए हैं।

इस मामले में वह आगे हैं। बेंगलुरू के गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू ने विपक्षी टीमों के लिए गोल करना मुश्किल कर दिया है। बेंगलुरू अपने इसी फॉर्म को फाइनल में भी जारी रखना चाहेगी। बेंगलुरू अपने आखिरी 10 मैचों में अपराजित रही है जिसमें से आठ मैच उसने जीते हैं।

बेंगलुरू एफसी के पक्ष में हालांकि सब कुछ नहीं रहा है। चेन्नइयन ने बेंगलुरू को 2-1 से उसके ही घर में मात दी है। इस मैच में धनपाल गणेश ने आखिरी पलों में गोल करते हुए चेन्नइयन को जीत दिलाई थी।

जॉन ग्रेगोरी की टीम ने अपने आप को साबित किया है और बताया है कि वह उन मैचों को जीतना जानते हैं जो उनके लिए अहम होते हैं। एफसी गोवा के खिलाफ सेमीफाइनल में चेन्नइयन के शानदार डिफेंस ने फेरान कोरोमिनास और मैनुएल लैंजोरेते की जोड़ी को रोके रखा था और अब फाइनल में उसकी कोशिश बेंगलुरू के कप्तान सुनील छेत्री और मीकू की जोड़ी को रोकने की होगी। इन दोनों ने मिलकर टीम के लिए 27 गोल किए हैं।

चेन्नइयन के कोच ग्रेगोरी ने कहा, 'हम मैच में पूरे आत्मविश्वास के साथ जा रहे हैं। हम जानते हैं कि हमने उन्हें पहले हराया है। हम इकलौती ऐसी टीम नहीं हैं जिसने उन्हें उनके घर में मात दी हो। उन्होंने जो कुछ भी हासिल किया है उसका हम सम्मान करते हैं। हम चेन्नइयन हैं। हम किसी से डरते नहीं हैं।'

ग्रेगोरी भाग्यशाली हैं कि उनकी टीम में ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंन पहले आईएसएल में हिस्सा लिया है और विजेता बने हैं। मैलिसन अल्वेस, राफेल अगस्तो, जेजे लापेखुलआ, करणजीत सिंह 2015 में खिताब जीतने वाली चेन्नइयन का हिस्सा रह चुके हैं। वह एक बार फिर बेंगलुरू के खिलाफ उस प्रदर्शन को दोहराने की कोशिश करेंगे।