Ind Vs Ire : सीरीज जीतने के इरादे से उतरेगा भारत
भारत आज द विलेज मैदान पर टी-20 सीरीज के दूसरे और अंतिम मुकाबले में आयरलैंड के खिलाफ मैदान पर उतरेगा। पहले मैच में जीत हासिल करने के बाद भारत की नजरें इस मैच को जीत कर सीरीज अपने नाम करने की हैं।
नई दिल्ली:
भारत आज द विलेज मैदान पर टी-20 सीरीज के दूसरे और अंतिम मुकाबले में आयरलैंड के खिलाफ मैदान पर उतरेगा। पहले मैच में जीत हासिल करने के बाद भारत की नजरें इस मैच को जीत कर सीरीज अपने नाम करने की हैं।
पहल मैच में भारत को किसी भी तरह की परेशानी नहीं आई थी। रोहित शर्मा और शिखर धवन की सालमी जोड़ी ने उसे बड़ा स्कोर प्रदान किया जिसके बाद युजवेंद्रा चहल और कुलदीप यादव ने आयरलैंड के बल्लेबाजों को विकेट पर पैर जमाने का मौका नहीं दिया।
रोहित और धवन के जाने के बाद हालांकि कोई और बल्लेबाज रन नहीं कर सका था उसका एक कारण यह भी था कि आखिरी ओवरों में बल्लेबाज तेजी से रन बनाने के प्रयास में विकेट खो बैठे थे। अंतिम ओवर में भारत ने तीन विकेट खोए थे।
भारत की बल्लेबाजी मजबूत है और इसलिए उसके लिए चिंता का विषय नहीं है। कप्तान विराट कोहली इस मैच में कुछ बदलाव भी कर सकते हैं।
वहीं गेंदबाजों में जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार ने कसी हुई गेंदबाजी की थी। बुमराह को विकेट भी मिला था, लेकिन भुवनेश्वर को सफलता नहीं मिली थी।
कुलदीप ने पिछले मैच में चार विकेट लिए थे वहीं चहल को तीन सफलताएं मिली थीं।
वहीं आयरलैंड को अपने खेल के स्तर को ऊपर उठाना होगा। गेंदबाजी और बल्लेबाजी के अलावा टीम की फील्डिंग भी बेहद खराब रही थी।
बल्लेबाजी में आयरलैंड के लिए जेम्स शेनन ही विकेट पर टिक पाए थे। उन्होंने तेज तर्रार 35 गेंदों में 60 रनों की पारी खेली थी। उनके अलावा कोई और बल्लेबाज दूसरे छोर पर खड़ा नहीं रह सका था। गेंदबाजी में पीटर चेस ने चार विकेट लिए थे।
आयरलैंड को अगर बराबरी करनी है तो उसे खेल के तीन क्षेत्रों में सुधार करना होगा।
और पढ़ें: Fifa World Cup: कोलंबिया ने सेनेगल को 1-0 से हराया
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें