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IND vs AUS, 2nd ODI: करो या मरो के मुकाबले में भारत भिड़ने को तैयार

सीरीज की शुरुआत हार के साथ करने से आहत भारत (India) अब जख्मी शेर की तरह शिकार करने बैठा है और उसमें वह पूरी तरह से सक्षम भी है. भारत (India) ने टी-20 सीरीज में भी पहले मैच में हार के बाद वापसी की थी.

Updated on: 15 Jan 2019, 12:11 AM

नई दिल्ली:

ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम ने तीन मैचों की वनडे सीरीज के सिडनी में खेले गए पहले मैच में मेहमान भारत (India) को 34 रनों से हराकर सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है. दोनों टीमों के बीच सीरीज का दूसरा मैच मंगलवार को एडिलेड ओवल मैदान पर खेला जाएगा, जहां मेजबान टीम सीरीज में अजेय बढ़त लेने के इरादे से उतरेगा तो वहीं भारत (India) की मंशा बराबरी करने की होगी. ऑस्ट्रेलिया (Australia) की पहले मैच में जीत एक तरह से अप्रत्याशित सी थी क्योंकि बीते वर्षों में उसका जो प्रदर्शन रहा है उसके देखकर लग नहीं रहा था कि वह भारत (India) को मात दे पाएगी, लेकिन अपने घर में ऑस्ट्रेलिया (Australia) ने जीत के साथ शुरुआत करते हुए बता दिया है कि सीमित ओवरों में वह भारत (India) की नाक में दम करने का माद्दा रखती है.

सीरीज की शुरुआत हार के साथ करने से आहत भारत (India) अब जख्मी शेर की तरह शिकार करने बैठा है और उसमें वह पूरी तरह से सक्षम भी है. भारत (India) ने टी-20 सीरीज में भी पहले मैच में हार के बाद वापसी की थी.

वनडे में एक बार फिर कप्तान कोहली की उसी बात को दोहराना चाहेंगे. टीम की असफलता का कारण उसकी बल्लेबाजी रही थी. रोहित शर्मा और महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) को छोड़कर टीम का कोई और बल्लेबाज अपना कमाल नहीं दिखा सका था. 

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हालांकि भारत (India) य टीम के अभ्यास सत्र को देखकर स्पष्ट है कि टीम बल्लेबाजी क्रम में फिलहाल बदलाव नहीं करेगी. सिडनी क्रिकेट मैदान पर महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) को पारी के चौथे ओवर में ही उतरना पड़ा जो कम ही होता है. पिछले दो साल से रोहित, शिखर धवन और विराट कोहली का प्रदर्शन इतना अच्छा रहा है कि महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) को कभी इतनी जल्दी नहीं आना पड़ा. 

महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) ने हालांकि काफी धीमी पारी खेली जिसके लिए उनकी आलोचना भी हुई थी. टीम का शीर्ष क्रम तो सिर्फ चार रनों पर ही पवेलियन में बैठ गया था जिसमें शिखर धवन, कप्तान कोहली और अंबाती रायडू के नाम शामिल हैं.

इन तीनों पर बीते प्रदर्शन से बाहर निकल अपनी टीम को जीत दिलाने का दबाव होगा. ऐसा हालांकि बेहद कम ही देखने को मिला है कि भारत (India) की शीर्ष क्रम न काम रहा हो. बल्लेबाजी क्रम में बदलाव की उम्मीद की जा सकती है और हो सकता है महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) एक बार फिर नीचे उतरें.

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दूसरे वनडे से पहले संभावित टीम का ऐलान नहीं किया गया है. हरफनमौला विजय शंकर दोपहर देर से पहुंचे और चयन के लिए संभवत: उपलब्ध नहीं होंगे. हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) की गैर मौजूदगी में टीम का संतुलन बनाए रखना बड़ी चुनौती होगा. एशिया कप और वेस्ट इंडीज के खिलाफ सीरीज में वह चोट के कारण बाहर थे, तब उपमहाद्वीप में तीन स्पिनरों को उतारने का फायदा मिला. विदेश में उनके नहीं होने का टीम के प्रदर्शन पर असर पड़ेगा.

संदिग्ध एक्शन की शिकायत के बावजूद अंबाती रायुडू अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी कर सकते हैं. अब देखना यह है कि टीम प्रबंधन क्या करता है. केदार जाधव विकल्प हो सकते हैं और दिनेश कार्तिक की जगह उन्हें मौका दिया जा सकता है.

मध्यक्रम पर भी अच्छी रन गति को बनाए रखने का दवाब होगा जो पहले मैच में नहीं देखने को मिली थी. कोहली टीम में बदलाव कर सकते हैं और दिनेश कार्तिक को बाहर बैठा कर केदार जाधव को मैदान पर भेजा जा सकता है.

सलामी जोड़ी में अगर बदलाव देखने को मिले तो अचरज की बात नहीं. हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) पांड्या और लोकेश राहुल के प्रतिबंध के बाद चयनकर्ताओं ने हरफनमौला खिलाड़ी विजय शंकर और युवा बल्लेबाज शुभमन गिल को ऑस्ट्रेलिया (Australia) भेजा है. ऐसी संभावना कम ही है कि इन दोनों से कोई पदार्पण करे.

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ऑस्ट्रेलिया (Australia) की पहले मैच में जीत की जो वजह थी वो उसकी गेंदबाजी थी. झाए रिचडर्सन और जेसन बेहरनडोर्फ की जुगलबंदी ने भारत (India) के धवन, कोहली और रायडू जैसे बल्लेबाजों से युक्त मजबूत शीर्ष क्रम को बेहद सस्ते में पवेलियन लौटा दिया था.

साथ ही नाथन लॉयन, मार्कस स्टोइनिस ने मध्य के ओवरों में भारत (India) की रनगति को थामे रखा था जिससे आसान सा दिखने वाला लक्ष्य भी अंत तक आते-आते बड़ा लगने लगा था. आठ साल बाद वापसी करने वाले पीटर सिडल ने भी प्रभावी प्रदर्शन किया था. मेजबान टीम एक बार फिर इन सभी से इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद लगाए बैठी है. 

ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी तो अच्छी रही थी लेकिन उसकी बल्लेबाजी में कहीं न कहीं कमी रही थी और इसी कारण टीम 300 के पार न जाकर 288 तक सीमित रह गई थी.

ऑस्ट्रेलियाई मध्यक्रम ने हालांकि अपनी जिम्मेदारी निभाई थी और उस्मान ख्वाजा, शॉन मार्श, पीटर हैंड्सकॉम्ब ने टीम को खराब शुरुआत से बाहर निकालते हुए टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया था.

टीम की बल्लेबाजी में सबसे बड़ी समस्या उसके कप्तान एरॉन फिंच का फॉर्म है. टेस्ट के बाद कप्तान पहले मैच में भी नाकाम रहे थे और छह रन ही बना सके थे.

ऑस्ट्रेलिया (Australia) जानती है कि 1-0 की बढ़त के साथ इस मैच में आने से उसके पास सीरीज अपने नाम करने का यह शानदार मौका है जिससे वह कुछ हद तक टेस्ट सीरीज हार के दाग को धो अपनी साख बचा सकता है, लेकिन वह इस बात से भी बखूबी परिचित है कि अब उसे जख्मी भारत (India) को मात देने के लिए उसे पहले से ज्यादा मेहनत करनी होगी.

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टीम :

भारत (India) : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उप-कप्तान), शिखर धवन, अंबाती रायडू, दिनेश कार्तिक, केदार जाधव, महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) (विकेटकीपर), विजय शंकर, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, रवींद्र जडेजा, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, खलील अहमद, शुभमन गिल और मोहम्मद शमी.

ऑस्ट्रेलिया (Australia) : एरॉन फिंच (कप्तान), उस्मान ख्वाजा, शॉन मार्श, पीटर हैंड्सकॉम्ब, ग्लैन मैक्सवेल, मार्कस स्टोइनिस, मिशेल मार्श, एलेक्स कैरी (विकेटकीपर), झाए रिचर्डसन, बिलि स्टानलेक, जेहन बेहेरेनडोर्फ, पीटर सिडल, नाथन लॉयन, एडम जाम्पा, एश्टन टर्नर.

(IANS इनपुटस के साथ)