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सरकार अविश्वास प्रस्ताव गिरने को लेकर आश्वस्त, सोनिया बोलीं- संख्याबल हमारे पास

लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने बीजेपी की अगुवाई वाली सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव स्वीकार कर लिया, जिसके बाद सरकार ने इसे गिरने को लेकर विश्वास जताया है।

Updated on: 19 Jul 2018, 12:07 AM

नई दिल्ली:

मॉनसून सत्र के पहले ही दिन बुधवार को लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने बीजेपी की अगुवाई वाली सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव स्वीकार कर लिया, जिसके बाद सरकार ने इसे गिरने को लेकर विश्वास जताया है।

केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने पत्रकारों से कहा, 'हम अविश्वास प्रस्ताव पर विपक्ष को करारा जवाब देने के लिए तैयार हैं। हम इसे हराने के लिए 100 प्रतिशत आश्वस्त हैं। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(एनडीए) एकजुट है और हमारे सदस्य प्रस्ताव के खिलाफ वोट देंगे।

अविश्वास प्रस्ताव लाने के पीछे विपक्ष के इरादों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह उनका 'लोकतांत्रिक अधिकार' है।

उन्होंने कहा, 'विपक्ष उन मुद्दों को फिर से उठाएगा, जो वह उठाती रही है। वे लोग फिर एकबार सरकार के बारे में झूठ फैलाएंगे। हम सभी प्रश्नों का जवाब देने के लिए तैयार हैं। यह हमें लोगों को सरकार की उपलब्धियों को बताने का मौका प्रदान करेगा।'

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कुमार ने कहा, 'हम गत चार वर्षो में सरकार द्वारा की गई कल्याणकारी योजनाओं और विकास परियोजनाओं को लोगों के समक्ष रखेंगे।'

उन्होंने कहा कि राजग एकजुट है और सभी प्रस्ताव के विरुद्ध वोट करेंगे।

अनंत कुमार ने कहा, 'हम पूर्ण बहुमत वाली सरकार चला रहे हैं। राजग की 21 राज्यों में सरकार है। गत चार वर्षो में हुए सभी चुनावों में लोगों ने उन्हें खारिज किया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के प्रति पूरा विश्वास जताया है।'

सदन में शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी और उसके बाद मतदान होगा।

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सोनिया ने कहा, कौन कहता है हमारे पास संख्याबल नहीं है

वहीं कांग्रेस ने बुधवार को लोकसभा में विपक्षी पार्टियों के अविश्वास प्रस्ताव की सफलता के लिए जरूरी संख्याबल के प्रति विश्वास प्रकट किया। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, 'कौन कहता है कि विपक्षी दलों के पास संख्याबल नहीं है।'


बता दें कि लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने बुधवार को विपक्षी दलों द्वारा नरेंद्र मोदी सरकार के विरुद्ध लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया।

प्रश्नकाल के बाद मुद्दे पर महाजन ने कहा कि उन्हें केंद्रीय मंत्रिपरिषद में विश्वास की कमी व्यक्त करते हुए विपक्षी सांसदों के नोटिस प्राप्त हुए हैं और यह उनका कर्तव्य है कि वह इसे सदन में विचार के लिए रखें।

वहीं कई विपक्षी पार्टियों ने अविश्वास प्रस्ताव वाले दिन (शुक्रवार) अपने सभी सांसदों के सदन में उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किया है।

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