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राज्यसभा में आज पेश नहीं होगा ट्रिपल तलाक बिल, विपक्ष को मनाएगी मोदी सरकार

विपक्षी दलों के तेवर के बीच मोदी सरकार ने तीन तलाक बिल को बुधवार तक के लिए टाल दी है। अब वह बिल पर कांग्रेस समेत अन्य दलों से बातचीत के बाद बुधवार को राज्यसभा में पेश करेगी।

Updated on: 02 Jan 2018, 03:05 PM

highlights

  • बुधवार को राज्यसभा में पेश होगा तीन तलाक बिल, विपक्ष के कदमों पर होगी नजर
  • एनसीपी बोली- हमारी पार्टी ट्रिपल तलाक को अपराध बनाने के खिलाफ है
  • कई विपक्षी दल विधेयक को ऊपरी सदन की प्रवर समिति के पास भेजने के पक्ष में हैं

नई दिल्ली:

विपक्षी दलों के कड़े तेवर के बीच मोदी सरकार ने तीन तलाक बिल को बुधवार तक के लिए टाल दिया है। अब इस बिल को कांग्रेस समेत अन्य दलों से बातचीत के बाद बुधवार को राज्यसभा में पेश किया जाएगा।

संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने कहा, 'ट्रिपल तलाक बिल पर हम कांग्रेस समेत अन्य दलों से बात कर रहे हैं। उम्मीद है कि आसानी से राज्यसभा में पास होगा। कल (बुधवार) यह पेश हो सकता है।'

मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) बिल 2017 को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) और वामदलों ने प्रवर समिति (सेलेक्ट कमेटी) को भेजे जाने की मांग की है।

डीएमके नेता कनिमोझी ने कहा, तीन तलाक बिल को सलेक्ट कमेटी के पास भेजा जाना चाहिए। वहीं एनसीपी नेता माजीद मेमन ने ट्रिपल तलाक बिल पर कहा, 'हमारी पार्टी ट्रिपल तलाक को अपराध बनाने के खिलाफ है, आप तलाक देने पर तीन साल की सजा नहीं दे सकते हैं।'

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सीपीआई नेता डी राजा ने ट्रिपल तलाक पर कहा कि लेफ्ट पार्टी बिल को राज्यसभा की प्रवर समिति के पास भेजने की मांग करेंगे।

आपको बता दें कि कांग्रेस व कुछ अन्य दलों ने लोकसभा में मांग की थी कि विधेयक को स्थायी समिति के पास भेजा जाए लेकिन सरकार ने इस मांग को ठुकरा दिया था। विपक्ष द्वारा विधेयक में सुझाए गए संशोधनों को भी खारिज कर दिया गया था।

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राज्यसभा में बिल को पास कराने में मोदी सरकार को मुश्किलों का सामना करना पर सकता है, जहां सरकार अल्पमत में है।

'कांग्रेस कन्फ्यूज्ड'

केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि वह (कांग्रेस) ट्रिपल तलाक विधेयक पर अपने रुख को लेकर दिग्भ्रमित है और वह जानना चाहते हैं कि पार्टी इतनी दुखी क्यों है, जबकि मुस्लिम महिलाएं खुश हैं।

अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने कहा, 'इन दिनों कई सुधार विधेयक संसद में लाए जा रहे हैं। तीन तलाक विधेयक उनमें से एक है।' उन्होंने कहा, 'कांग्रेस एक कदम आगे बढ़ाती है और फिर 10 कदम पीछे हट जाती है। पार्टी तीन तलाक विधेयक को लेकर दिग्भ्रमित (कन्फ्यूज्ड) है।'

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