logo-image

अपने शब्दों के बाण से बीजेपी पर प्रहार करने वाले रणदीप सिंह सुरजेवाला का जानें सफर

कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला का जन्म 3 जून, 1967 को चंडीगढ़ में हुआ था

Updated on: 17 Jun 2019, 04:53 PM

नई दिल्ली:

कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala) अपने शब्दों के बाण से बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को अक्सर निशाने पर लेते हुए दिखाई देते हैं. 3 जून, 1967 को चंडीगढ़ में जन्मे रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता हैं.

यह भी पढ़ें: स्मृति ईरानी ने ली लोकसभा सांसद की शपथ, जानें कैसे अमेठी में राहुल गांधी को हरा पहुंची यहां तक

जीवन परिचय

कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला का जन्म 3 जून, 1967 को चंडीगढ़ में हुआ था. रणदीप अपने मां-बाप की चौथी संतान हैं. इनके पिता शमशेर सिंह सुरजेवाला हरियाणा के एक प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ हैं, जो कि 1967, 1977, 1982, 1991 तथा 2005 में हरियाणा विधान सभा के तथा 1993 में संसद सदस्य रहे. इनके पिता शमशेर सिंह सुरजेवाला को सरकार में कृषि मंत्रालय की ज़िम्मेदारी सौंपी गई थी. उनके पिता पांच बार विधायक और एक बार सांसद रह चुके हैं.

शमशेर सिंह सुरजेवाला ने अपनी आत्मकथा 'मेरा सफर, मेरी दास्तां' में लिखा है रणदीप का जन्म चंडीगढ़ पीजीआई में हुआ था. जब उसका जन्म हुआ, मैं सरकार में मंत्री था. ये महज इत्तेफाक की बात है या फिर किस्मत का कनेक्शन है कि जब-जब रणदीप के जीवन में कोई महत्वपूर्ण मोड़ या खास साल होता तो उस दौरान मैं मंत्री होता था.'

ये भी पढ़ें: प्रकाश जावेड़कर ने ली लोकसभा सांसद की शपथ, स्वतंत्र प्रभार से लेकर केंद्रीय मंत्री बनने तक ऐसा रहा राजनीतिक सफर

उन्होंने आगे लिखा 'जब रणदीप का जन्म हुआ, मैं मंत्री था, जब उसने 12वीं पास की, मैं मंत्री था. जब वो बीकॉम ऑनर्स पास किया, मैं मंत्री था और जब वो एलएलबी पास किया और शादी हुई, तब भी मैं मंत्री था.'

राजनीति जीवन

रणदीप सुरजेवाला ने अपना राजनीतिक सफर 1993 में उपचुनाव लड़कर शुरू किया था. सुरजेवाला ने अपने करियर में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला को दो बार साल 1996 और 2005 में हराया,जो कि सुरजेवाला की ऐतिहासिक जीत मानी जाती है. साल 2014 के विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस का प्रदर्शन काफी ख़राब चल रहा था लेकिन रणदीप सिंह सुरजेवाला इस दौरान भी अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे थे. जाट समुदाय से आने वाले सुरजेवाला कांग्रेस का युवा चेहरा हैं और राहुल गांधी के विश्वासपात्र समझे जाते हैं.

यह भी पढ़ें- Parliament Session : स्मृति ईरानी ने ली लोकसभा सांसद की शपथ, जानें उनका अबतक का राजनीतिक सफरनामा

महज 17 साल की उम्र में सुरजेवाला को हरियाणा प्रदेश के कांग्रेस यूथ विंग का जनरल सेकेट्री नियुक्त किया गया था. 6 साल बाद 2000 में वो पहले ऐसे हरियाणा से आने वाले शख्स बने, जिसे इंडियन यूथ कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया था. इस पद पर वो पांच साल रहे और इतने लंबे वक़्त तक रहने वाले भी वो पहले अध्यक्ष बने.

साल 2004 में उन्हें कांग्रेस पार्टी में सचिव का पद दिया गया और साल के अंत में उन्हें प्रदेश इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष की ज़िम्मेदारी सौंपी गई. रणदीप सुरजेवाला साल 2005 में हरियाणा कैबिनेट में मंत्री बनें थे. उस कैबिनेट में ये सबसे कम उम्र के मंत्री थे. सुरजेवाला ने हरियाणा कैबिनेट में नागरिक उड्डयन, पीडब्ल्यूडी, आईटी, जल आपूर्ती, विज्ञान और तकनीकी जैसे मंत्रालय संभाले हैं. सुरजेवाला कई बार राज्य मंत्री और कैबिनेट के सदस्य रह चुके हैं.