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सेब खाने वाले सावधानः अब एक Apple डॉक्टर को दूर नहीं, बल्कि पास लेकर आएगा

अब जब आप स्वस्थ बने रहने के लिए सेब खाएं, तो यह भी जरूर ध्यान रखें कि सेब के साथ ही आप लगभग 10 करोड़ बैक्टीरिया भी निगल रहे हैं.

Updated on: 08 Sep 2019, 02:47 PM

highlights

  • एक अध्ययन में सामने आया है कि सेब रोग भी दे सकता है.
  • 240 ग्राम सेब में लगभग 10 करोड़ बैक्टीरिया पाए जाते हैं.
  • ऑर्गेनिक और सामान्य सेब पर निर्भर है स्वस्थ रहने का नुस्खा.

नई दिल्ली:

अंग्रेजी में एक कहावत है...एन एप्पल ए डे कीप्स डॉक्टर अवे. हालांकि अब जब आप स्वस्थ बने रहने के लिए सेब खाएं, तो यह भी जरूर ध्यान रखें कि सेब के साथ ही आप लगभग 10 करोड़ बैक्टीरिया भी निगल रहे हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि बैक्टीरिया हानिकारक या लाभदायक हैं, यह इस पर र्निभर करेगा कि सेब की पैदावार कैसे हुई है. शोधकर्ताओं का कहना है कि सेब में अधिकांश बैक्टीरिया मौजूद रहते हैं, लेकिन यह इस पर निर्भर करता है कि आप किस तरह का सेब खाते हैं या सेब ऑर्गेनिक है कि नहीं. उनका कहना है कि जैविक रूप से उगाए गए सेब में परंपरागत रूप से उगाए गए सेब की तुलना विविध प्रकार और संतुलित बैक्टीरिया होते हैं, जो उसे स्वास्थ्यकारी और स्वादिष्ट बनाते हैं.

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ऑर्गेनिक में भी बैक्टीरिया
ऑस्टिया की ग्रेज यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के प्रोफेसर गैबरियल बर्ग ने बताया, 'बैक्टीरिया, फंगस और वायरस भोजन के द्वारा हमारी आंतों में पहुंचते हैं. भोजन पकाने के दौरान इनमें अधिकतर मारे जाते हैं, इसलिए फल और कच्ची सब्जियां विशेष तौर पर आंतों में बैक्टीरिया के महत्वपूर्ण स्रोत हैं.' माइक्रोबायोलॉजी पर 'जर्नल फ्रंटियर' में प्रकाशित अध्ययन में परंपरागत रूप से भंडारित और खरीदे गए सेबों और ताजा ऑर्गेनिक सेबों के बीच बैक्टीरिया की तुलना की गई. इसके तहत सेब के नीचे स्टेम, पील, गुदा, बीज और कैलिक्स (पुंजदल) जहां फूल होता है का अलग से विश्लेषण किया गया. कुल मिलाकर यह पाया गया कि परंपरागत और ऑर्गेनिक दोनों सेबों में बैक्टीरिया की संख्या समान थी.

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240 ग्राम सेब में 10 करोड़ बैक्टीरिया
बेग ने बताया, 'प्रत्येक सेब के घटकों को औसत रूप से एक साथ रखने पर अनुमान लगाया गया कि 240 ग्राम सेब में करीब 10 करोड़ बैक्टीरिया होते हैं.' अधिकांश बैक्टीरिया बीज में पाए गए और बाकी के अधिकतर सेब के गूदे में थे. इसलिए अगर आप बीज कोष को हटा दें तो आपके खाने में बैक्टीरिया की संख्या में 1 करोड़ तक की कमी आ जाएगी. अब प्रश्न यह है कि क्या ये बैक्टीरिया आपके लिए अच्छे या लाभकारी हैं? बेग ने व्याख्या करते हुए कहा, 'ताजा और जैविक रूप से प्रबंधित सेबों में परंपरागत रूप से प्रबंधित सेबों की तुलना में महत्वपूर्ण रूप से अधिक विविधता, सम और विशिष्ट बैक्टीरिया का समूह पाया जाता है.'

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सामान्य सेबों में रोग देने की क्षमता
बैक्क्टीरिया का विशिष्ट समूह जो स्वास्थ्य पर संभावित रूप से असर डालने के लिए जाने जाते हैं का भी मूल्यांकन जैविक सेब के पक्ष में किया गया. शोधकर्ताओं का कहना है कि रोग पैदा करने के लिए जाने जाने वाले बैक्टीरियों का समूह 'इसचेरिचिया-शिंगेला' परंपरागत सेबों के नमूनों में पाया गया, लेकिन जैविक सेबों में इसकी उपस्थिति नहीं थी.

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सेब खाने के फायदे
सेब में पेक्टिन जैसे फायदेमंद फाइबर्स पाए जाते हैं. हर रोज एक सेब खाने से कैंसर, हाइपरटेंशन, मधुमेह और दिल से जुड़ी बीमारियों के होने का खतरा कम हो जाता है. सेब खाने के ये नौ ऐसे फायदे हैं जिनके बारे में बहुत कम लोगों को पता होगा.

  • स्वस्थ और सफेद दांतों के लिए.
  • बढ़ती उम्र की वजह से मस्ति‍ष्क पर पड़ने वाले प्रभाव को दूर करने के लिए.
  • सेब में भरपूर मात्रा में डाइट्री फाइबर्स पाए जाते हैं, जो पाचन क्रिया को सही रखने में मददगार होते हैं.
  • सेब का सेवन करने से कैंसर होने का खतरा कम हो जाता है.
  • सेब के नियमित सेवन से टाइप-2 मधुमेह होने का खतरा कम हो जाता है.
  • सेब का सेवन करना दिल के लिए बहुत अच्छा होता है.
  • सेब के नियमित सेवन से कब्ज की समस्या नहीं होती है.
  • वजन को नियंत्रित करने के लिए भी सेब का नियमित इस्तेमाल फायदेमंद होता है.
  • सेब के नियमित इस्तेमाल से शरीर के भीतर मौजूद कई विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं.

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सेब खाने से नुकसान

  • सेब रक्त में शुगर की मात्रा को बढ़ा देता है.
  • खाली पेट सेब खाने से हार्ट से सम्बंधित बिमारियों का खतरा होता है.
  • सेब खाने से एलर्जिक रिएक्शन भी हो जाते हैं.
  • सेब के बीज से भी नुकसान होता है, इसमें साइनाइट पायी जाती है.
  • कैलोरीज और शुगर की मात्रा अत्यधिक होने से वजन बढ़ता है.
  • अम्लीय (एसिडिक) होने के कारण सेब दातों को नुकसान पहुंचाता है.
  • सेब से हड्डियाँ कमज़ोर हो जाती हैं.
  • सेब के रस से भी होता है नुकसान.

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ऐसे बचें नुकसान से

    • यदि नुकसान से बचना चाहते हैं, तो जरूरी है कि आप सेब को सही समय पर और सही मात्रा में खाएं.
    • आप हर रोज सुबह या दोपहर में सेब खाएं.
    • सेब के जूस का सेवन कम करें.
    • सेब खाने के बाद दांत साफ़ करें.
    • सेब को रात में ना खाएं.
    • एक दिन में एक सेब से ज्यादा सेबी ना खाएं.
    • सेब के बीज का सेवन ना करें.