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कर्नाटक से कांग्रेस के लिए रही बुरी खबर, विधायक दल की बैठक में नहीं पहुंचे ये विधायक

दूसरी ओर कांग्रेस विधायक दल के नेता और कांग्रेस-जद(एस) समन्वय समिति प्रमुख सिद्धारमैया का कहना है कि कांग्रेस छोड़कर कोई विधायक नहीं जाएगा और पार्टी में कोई असंतोष नहीं है.

Updated on: 30 May 2019, 09:01 AM

highlights

  • विधायक दल की बैठक में नहीं पहुंचे रोशन बेग सहित 4 विधायक
  • रोशन बेग ने लोकसभा चुनाव के बाद पार्टी नेतृत्‍व पर लगाए थे आरोप
  • एक विधायक बीजेपी के संपर्क में, जल्‍द ही हो सकते हैं शामिल 

नई दिल्‍ली:

लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) के बाद कांग्रेस के लिए परेशानी खत्‍म होने का नाम नहीं ले रही है. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) इस्‍तीफा देने को अड़े हुए हैं, वहीं कई राज्‍यों से लगातार बुरी खबरें आ रही हैं. कर्नाटक के बारे में कहा जा रहा है कि बुधवार को हुई विधायक दल की बैठक में बागी विधायक रौशन बेग समेत 4 एमएलए ने शिरकत नहीं की. दूसरी ओर कांग्रेस विधायक दल के नेता और कांग्रेस-जद(एस) समन्वय समिति प्रमुख सिद्धारमैया का कहना है कि कांग्रेस छोड़कर कोई विधायक नहीं जाएगा और पार्टी में कोई असंतोष नहीं है.

बैठक में जो चार विधायक शामिल नहीं हुए, उनमें रमेश जरकीहोली, आर रोशन बेग, रामलिंगा रेड्डी और बयराती बासवराज शामिल हैं. कांग्रेस सूत्र बता रहे हैं कि रामलिंगा रेड्डी और बयराती बासवराज ने उपस्‍थित न होने की इजाजत ली थी. बता दें कि विधायक रौशन बेग ने लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद कहा था कि कांग्रेस ने मुसलमानों को वोटबैंक के रूप में इस्‍तेमाल किया. मुसलमानों में डर पैदा किया गया. पिछले कुछ दिनों में रमेश जरकीहोली का बीजेपी नेताओं से संपर्क बढ़ा है और उनके बीजेपी में शामिल होने की संभावना है.

कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस प्रमुख दिनेश गुंडु राव का कहना है कि पार्टी नेताओं एवं गठबंधन के सहयोगियों का असंतोष को दूर करने के लिए यह समाधान तलाशा गया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और जद(एस) के विधायक दलों की संयुक्त बैठक जल्द होगी.

संकट को देखते हुए कर्नाटक कांग्रेस ने विधायक काम्पली गणेश का निलंबन रद कर दिया है. विधायक काम्पली गणेश पर जनवरी में इगलटन रिजॉर्ट में अपने सहयोगी विधायक के साथ मारपीट करने का आरोप था. कर्नाटक की कुल 28 लोकसभा सीटों में से बीजेपी ने 25 पर जीत हासिल की थी. राज्य में कांग्रेस और जद (एस) को मात्र एक-एक सीट पर जीत मिली है.

पिछले साल 224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा के लिए हुए चुनावों में बीजेपी ने 104 सीटें जीती थीं, जबकि उपचुनाव में एक सीट जीतने के बाद उसकी सीटें 105 हो गई हैं. इस सत्ताधारी गठबंधन में कुल 117 विधायक हैं, इनमें 78 कांग्रेस और 37 जद (एस) के हैं. इसे बसपा के एक और एक निर्दलीय विधायक का भी समर्थन है.