Holi 2019: Google ने इस तरह से किया होली के त्योहार को सेलिब्रेट, बनाया ये खास Doodle
वृदांवन और मथुरा में तो होली का रंग लोगों पर कुछ ऐसे चढ़ा है कि आप किसी को भी पहचान नहीं पाएंगे.
नई दिल्ली:
आज भारत में होली का त्योहार है. सभी तरफ रंग, गुलाल और पानी की बौछार ही दिखाई पड़ रहा है. वृदांवन और मथुरा में तो होली का रंग लोगों पर कुछ ऐसे चढ़ा है कि आप किसी को भी पहचान नहीं पाएंगे. सिर्फ रंगों की ही पहचान कर पाएंगे- लाल, हरा, नीला, पीला, गुलाबी और केसरिया. होली का त्यौहार सर्दियों के अंत और वसंत की शुरुआत का प्रतीक है. बुधवार को होलिका दहन के एक दिन पहले समारोह शुरू हुआ, जिसमें लोग माता होलिका के सामने धार्मिक अनुष्ठान करते हैं और बुराई के विनाश के लिए प्रार्थना करते हैं. ठीक उसी तरह, जिस तरह से राक्षस राजा हिरण्यकश्यप की बहन होलिका को आग में मारा गया था. गूगल ने भी खास डूडल बनाकर रंगों के इस त्यौहार को सेलिब्रेट किया है.
यह भी पढ़ें: कहीं भारी न पड़ जाए होली की मस्ती, रंगीन हुए तो फंसोगे इस संगीन जुर्म में
होली या रंगपंचमी पर, लोग एक-दूसरे को रंगों से सराबोर करते हैं और पानी के गुब्बारे उड़ाते हैं और गुझिया, मठरी, दही भल्ले, अलु पप्पी, ठंडाई जैसे होंठों की स्वादिष्ट व्यंजनों की भी खूब कद्र करते हैं. ऐसा माना जाता है कि कृष्ण वृंदावन और गोकुल में रंगों के साथ त्योहार मनाते थे.
हालांकि, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में एक आत्मघाती हमले में पिछले महीने मारे गए अपने 40 जवानों के सम्मान के रूप में इस साल आधिकारिक रूप से होली नहीं मनाएगा.
यह भी पढ़ें: Today History: आज के दिन ही देश में आपातकाल की घोषणा हुई थी, जानिए आज का दिन इतिहास के पन्नों में
क्यों मनाते हैं होली
किंवदंती है कि प्रह्लाद नाम का एक युवा लड़का भगवान विष्णु को समर्पित था. प्रह्लाद के पिता, बुरे राजा को भगवान विष्णु के प्रति अपने बेटे की भक्ति पसंद नहीं थी और वह चाहता था कि वह भगवान में अपना विश्वास छोड़ दे और उनकी पूजा करना बंद कर दे. जब प्रह्लाद ने ऐसा करने से इनकार कर दिया और हिरण्यकश्यप ने उसे मारने की कोशिश की.
हिरण्यकश्यप की बहन होलिका को एक दिव्य वरदान प्राप्त था कि वह आग से नहीं जलेगी. राजा ने प्रह्लाद को होलिका की गोद में बैठा दिया और दोनों को आग लगा दी. भगवान विष्णु के आशीर्वाद से, प्रह्लाद, जो अपना नाम जपते रहे, अछूते रहे, लेकिन यह होलिका थी जो चिल्लाने लगी, इस बार आग ने उसे नहीं बचाया. भगवान विष्णु अपने भव्य नरसिंह अवतार में दिखाई दिए और इसलिए होलिका दहन पूजा नरसिंह अवतार को समर्पित है. इस अवतार में, भगवान आधे आदमी और आधे शेर के रूप में दिखाई देते हैं. उन्होंने लालची हिरण्यकश्यप द्वारा किए गए सभी अत्याचारों को समाप्त करने के लिए यह असामान्य रूप लिया.
यह भी पढ़ें: आज होली के दिन ये इशारे कर रहे हैं आपके सितारे, पढ़िए आज का राशिफल
जबकि कुछ किंवदंती कहती हैं कि आशीर्वाद केवल तब लागू होता था जब वह अकेले आग में बैठती है, अन्य किंवदंतियों में एक शाल या 'जादुई' कपड़े का टुकड़ा होता है जो उसे आग से बचाता है. यह कहता है कि भगवान विष्णु के आशीर्वाद से, एक तेज हवा चली और प्रह्लाद को उस शॉल से ढक दिया, जिससे वह बच गया, जबकि होलिका जल गई. इस कथा के साथ, होलिका दहन की परंपरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक बन गई.
यह भी पढ़ें: Happy Holi 2019: बस ये काम करिए और छोड़िए मोबाइल भीगने की चिंता, जम कर खेलें होली
होली के उत्सव की एक और पौराणिक कथा जो दक्षिण भारत में बेहद लोकप्रिय है, भगवान शिव और कामदेव की है. ऐसा माना जाता है कि कामदेव, जोश के देवता हैं, ने अपने गहन ध्यान से शिव को जगाया ताकि वे दुनिया को बचा सकें.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Salman Khan Spotted in Airport: घर में फायरिंग के बाद काम पर निकले सलमान, एयरपोर्ट पर कड़ी सुरक्षा के साथ हुए स्पॉट
-
Kajol Daughter : निसा के बर्थडे से पहले इमोशनल हुईं काजोल, बेटी के लिए बयां किया प्यार
-
Lok Sabha Elections 2024: रजनीकांथ से लेकर कमल हासन तक वोट देने पहुंचे ये सितारे, जागरूक नागरिक होने का निभाया फर्ज
धर्म-कर्म
-
Akshaya Tritiya 2024: 10 मई को चरम पर होंगे सोने-चांदी के रेट, ये है बड़ी वजह
-
Abrahamic Religion: दुनिया का सबसे नया धर्म अब्राहमी, जानें इसकी विशेषताएं और विवाद
-
Peeli Sarso Ke Totke: पीली सरसों के ये 5 टोटके आपको बनाएंगे मालामाल, आर्थिक तंगी होगी दूर
-
Maa Lakshmi Mantra: ये हैं मां लक्ष्मी के 5 चमत्कारी मंत्र, जपते ही सिद्ध हो जाते हैं सारे कार्य