logo-image

अब पाकिस्तान को हवा में धूल चटा देगा भारत, AIF को मिलेंगे दो AWACS

दरअसल बालाकोट हमले के बाद AWACS की आवश्यकता को बलकोट हवाई हमले के बाद महसूस किया गया.

Updated on: 05 Jan 2020, 03:12 PM

नई दिल्ली:

The Defence Acquisition Council (DAC) ने पिछले महीने 9,000 करोड़ रुपये का एक प्रपोजल पास किया. इस प्रपोजल में डीआरडीओ और इंडियन आर्मी के लिए दो एयरबस 330एस खरीदकर उसे 360 डिग्री लांग रेंज क्षमता वाले एयरबोन वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (AWACS) में बदलने का प्रस्ताव था. ये जानकारी डिफेंस के एक उच्च अधिकारी ने दी. अब ये प्रस्ताव या प्रपोजल कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्योरिटी के सामने आ चुका है. इस प्रोजेक्ट को पूरा होने में एपेक्स कमिटी से क्लीयरेंस मिलने के बाद करीब 3 साल का समय लगेगा.

दरअसल बालाकोट हमले के बाद AWACS की आवश्यकता को बलकोट हवाई हमले के बाद महसूस किया गया, क्योंकि पाकिस्तान अपने SAAB AWACS 24x7 को उत्तर और दक्षिण क्षेत्रों में तैनात करने में सक्षम था और भारत प्रतिदिन केवल 12 घंटे के लिए अपनी सीमाओं को कवर करने में सक्षम था.

यह भी पढ़ें: अब 'ब्रह्मा' दूर करेगी सभी दिमागी बीमारियां, यहां जानें पूरी जानकारी

बता दें कि डीआरडीओ ने जल्द ही तीसरे Embraer-mounted अर्ली वार्निंग सिस्टम को भारतीय वायुसेना को उसकी क्षमता बढ़ाने के लिए देगा ताकि वायुसेना की मारक क्षमता और अधिक हो सके. भारतीय वायुसेना के पास पहले से इजाइली फाल्कन रडार हैं जो कि रशिया के ए-50 प्लेटफार्म पर माउंट है जबकि दूसरा डीआरडीओ का ही डेवलप किया हुआ है जो कि Embraer पर माउंट है.
डीएसी के प्रस्ताव के मुताबिक, एयरबस AWACS डीआरडीओ और भारतीय वायुसेना दोनों का ज्वाइंट वेंचर होगा. एक बार जब एयरबस खरीद लिया जाता है तो डीआरडीओ उस पर 360 डिग्री वाले डोम रडार माउंट कर देगा. इसका लाभ सीधे भारतीय वायु सेना को मिलेगा जिसमें वायुसेना के फाइटर्स और अटैक हैलिकाप्टर को भविष्य में गाइड किया जा सकेगा.

यह भी पढ़ें: ये बैटरी आपके Smartphones को 5 दिन तक देगी Power, जानें क्या है खास

AWACS न केवल हवाई खतरे को ट्रैक करता है, यह एक लड़ाकू या मिसाइल हो, बल्कि जवाबी कार्रवाई का भी मार्गदर्शन करता है. अगर यह PHALCON AWACS के लिए नहीं होता, तो 27 फरवरी की पाकिस्तानी जवाबी हमले की भारतीय प्रतिक्रिया कमजोर होती और IAF को कभी पता नहीं चलता कि विंग कमांडर अभिनंदन ने रडार पर पाकिस्तान वायु सेना के लड़ाकू कोड-रेड रेड माइक को गिरा दिया था. क्या रेड माइक एक अमेरिकी एफ -16 था जो जॉर्डन द्वारा पाकिस्तान को बेचा गया था या किसी अन्य सेनानी की अभी भी पुष्टि नहीं हुई है.