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15 जून को आधी रात को लॉन्च होगा 'चंद्रयान 2', जानें क्या है खासियत

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रयान-2 मिशन के लांच की तारीख और समय निर्धारित कर लिया है.

Updated on: 13 Jun 2019, 06:57 AM

नई दिल्ली:

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रयान-2 मिशन के लांच की तारीख और समय निर्धारित कर लिया है. इसे लेकर सारी तैयारी पूरी हो गई है. इसरो ने चंद्रयान-2 मिशन की पहली तस्वीर दुनिया के सामने जारी कर दी है. बता दें कि चंद्रयान-2 का ये मिशन कामयाब हुआ तो चीन, रूस और अमेरिका के बाद भारत चौथा ऐसा देश होगा जो चांद पर रोवर उतारेगा.

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चंद्रयान-2 15 जुलाई 2019 को लगभग आधी रात 2.15 बजे प्रक्षेपित किया जाएगा. इसे इसे 'बाहुबली' अथवा जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल मार्क 3 (GSLV Mk III) से लांच किया जाएगा. इसमें एक ऑरबिटर, 'विक्रम' नामक एक लैंडर तथा 'प्रज्ञान' नामक एक रोवर शामिल हैं. इसका वजन 3.8 टन है, जो आठ वयस्क हाथियों के वजन के बराबर है.

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भारत चंद्रमा के धुर दक्षिणी हिस्से पर पहुंचने जा रहा है, जहां पहुंचने की कोशिश आज तक कभी किसी देश ने नहीं की. चंद्रयान 2 कुल 13 भारतीय वैज्ञानिक उपकरणों को ले जाएगा. चंद्रयान 2 पूरी तरह स्वदेशी अभियान है. भुगतान करने के बाद भारत नासा के डीप स्पेस नेटवर्क का इस्तेमाल करेगा. चंद्रयान 2 काफी उत्साहवर्द्धक मिशन है. चंद्रयान 2 इसरो का अब तक का सबसे जटिल अभियान है.

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लैंडर के अलग होने तथा चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग के बीच वाले 15 मिनट सबसे ज्यादा घबराहट रहेगी. चंद्रयान 2 को कामयाब बनाने के लिए इसरो (ISRO) कड़ी मेहनत कर रहा है. इसरो में पुरुष और महिलाएं कंधे से कंधा मिलाकर काम करते हैं. चंद्रयान 2 में मजबूती को सुनिश्चित करने और इसकी कामयाबी के प्रति पूरी तरह आश्वस्त होने के लिए देरी की गई.