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ISRO भारतीय सेना को आकाश से बनाएगा मजबूत, इस सैटेलाइट से दुश्मनों को मिलेगा मुंहतोड़ जवाब

इसरो रडार इमेजिंग सैटेलाइट Rista-2BRI का प्रक्षेपण करने वाला है. 22 मई को इसरो Risat-2BR1 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपण करेगा.

Updated on: 07 May 2019, 11:14 AM

highlights

  • इसरो रडार इमेजिंग सैटेलाइट Rista-2BRI का प्रक्षेपण करने वाला 
  • भारतीय सेना को आसमान में मिलेगी मजबूती
  • किसी भी मौसम ले सकता है तस्वीर

नई दिल्ली:

इसरो रडार इमेजिंग सैटेलाइट Rista-2BRI का प्रक्षेपण करने वाला है. 22 मई को इसरो Risat-2BR1 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपण करेगा. रॉकेट जो आरआईएसएटी 2बीआरआई लेकर जाएगा को इसरो की नंबरिंग प्रणाली के अनुसार उसे पीएसएलवी-सी46 के रूप में नामित किया गया है और श्रीहरिकोटा में बने देश के पहले रॉकेट पोर्ट लॉन्च पैड से इसका प्रक्षेपण होगा.

श्रीहरिकोटा से प्रक्षेपण किया जाएगा

इसरो 22 मई को रडार इमेजिंग सैटेलाइट Risat- 2BR1 का आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपण करेगा. इस सैटेलाइट से भारतीय सुरक्षा बलों की सभी मौसम में निगरानी की क्षमता बढ़ जाएगी. यह सैटेलाइट धरती पर मौजूद किसी बिल्डिंग या किसी वस्तु की तस्वीरें दिनभर में ही 2 से 3 बार ले सकती है.

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आरआईएसएटी 2बीआरआई के लॉन्च के बाद, इसरो एक काटरेग्राफी उपग्रह काटोसैट-3 भेजेगा. भारत जुलाई या अगस्त में अपने नए रॉकेट स्मॉल सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (एसएसएलवी) के साथ कुछ और रक्षा उपग्रहों को भी लॉन्च करेगा.

पीएसएलवी-सी46 के रूप में नामित किया गया

रॉकेट जो आरआईएसएटी 2बीआरआई लेकर जाएगा को इसरो की नंबरिंग प्रणाली के अनुसार उसे पीएसएलवी-सी46 के रूप में नामित किया गया है और श्रीहरिकोटा में बने देश के पहले रॉकेट पोर्ट लॉन्च पैड से इसका प्रक्षेपण होगा.

भारत अंतरिक्ष में और मजबूत हो जाएगा

22 मई को Risat- 2BR1 सैटेलाइट के लॉन्च के साथ ही भारत अंतरिक्ष में और मजबूत हो जाएगा. इसरो के एक सूत्र ने बताया, 'Risat- 2BR1 नाम की यह सैटेलाइट पिछली Risat सैटेलाइट्स से ज्यादा एडवांस है. हालांकि यह देखने में बिल्कुल पिछली Risat सैटेलाइट्स की तरह ही दिखती है. इसमें निगरानी रखने और तस्वीरें खींचने की क्षमता में बढ़ोत्तरी की गई है.'

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घने बादल-कोहरा में भी ले सकता है तस्वीर

रीसैट का X बैंड साइनेथिक अपर्चर रडार इस सैटेलाइट को सिर्फ दिन ही नहीं बल्कि रात में भी साफ तस्वीरें लेने और सभी मौसमों में ऐसा कर सकने की क्षमता देता है. घने बादल-कोहरा में यह रडार 1 मीटर दूर से किसी भी चीज की तस्वीर ले सकता है.