अब गूगल तुरंत नहीं देगा आपके जवाब, खत्म होगा इंस्टेंट सर्च फीचर
गूगल अब जल्द ही अपने इंस्टेंट सर्च फीचर को बंद करने जा रहा है। गूगल ने यह फीचर 2010 में लॉन्च किया था। 2015 के बाद मोबाइल पर होने वाली सर्च डेस्कटॉप के मुकाबले ज्यादा होने लगी।
नई दिल्ली:
गूगल अब जल्द ही अपने इंस्टेंट सर्च फीचर को बंद करने जा रहा है। गूगल ने यह फीचर 2010 में लॉन्च किया था। 2015 के बाद मोबाइल पर होने वाली सर्च डेस्कटॉप के मुकाबले ज्यादा होने लगी। इन सर्च रिजल्ट्स के चौंकाने वाले आंकड़ों की वजह से ही गूगल ने सबसे ज्यादा फेमस फीचर को बंद करने का फैसला लिया है।
बता दें कि जब आप गूगल के टाइटल बार में कुछ टाइप करते हैं और ओके बटन पर क्लिक करते हैं, तो गूगल ड्रॉप डाउन मीनू में जो रिल्ट्स दिखाता है उसे ही इंस्टेंट सर्च कहते हैं। मोबाइल पर सर्च का आंकड़ा 50 प्रतिशत से भी ऊपर पहुंच गया है। गूगल के स्पोक्सपर्सन ने यह जानकारी दी है।
गूगल के स्पोक्सपर्सन ने कहा है कि अब गूगल इंस्टेंट सर्च यूजर्स को ज्यादा से ज्यादा जानकारी उपलब्ध कराने के लिए हुई थी। इसकी स्पीड इतनी ज्यादा रखी गई थी कि यूजर टाइप करे और उसके पहले ही उसे जवाब मिल जाए। लेकिन बाद में ज्यादातर सर्च मोबाइल पर ही होने लगी है।
और पढ़ें: जियोनी का 'A1 प्लस' स्मार्टफोन भारत में हुआ लॉन्च, कीमत 26,999 रुपये
मोबाइल का इनपुट, इंटरैक्शन और स्क्रीन कॉन्स्ट्रेंट्स बहुत अलग है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए गूगल इंस्टेंट सर्च बंद करने का फैसला लिया गया है। इससे हर डिवाइस में सर्चिंग और भी आसान हो जाएगी।
कंपनी के स्पोक्सपर्सन ने कहा कि इंस्टेंट सर्च फीचर बंद करने का यह मतलब नहीं है कि आप जो सर्च करते हैं वो सुझाव आना बंद हो जाएगा। यह सुविधा बंद होने के बाद जब आप कुछ गूगल पर सर्च करेंगे तो पहले सुझाव आएंगे। इसके बाद जब आप सुझाव पर क्लिक करेंगे इसके बाद ही आपने इंट्रेस्ट के रिजल्ट खुलेंगे।
और पढ़ें: व्हाट्सएप में अब वीडियो से वॉयस कॉल में स्विच करने वाला फीचर, शुरू हुई टेस्टिंग
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें