UP Board Exams 2019: 7 फरवरी से होगी परीक्षा, यहां देखें एग्जाम का शेड्यूल
यूपी बोर्ड की परीक्षाएं (UP board exam 2019 date announced) 2019 में 7 फरवरी को शुरू कर 16 कार्यदिवसों में खत्म की जाएंगी.
नई दिल्ली:
UP Board Exam 2019 schedule: UP बोर्ड माध्यमिक शिक्षा विभाग की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा का कार्यक्रम आज जारी कर दिया है. सिर्फ 16 दिन में परीक्षा को पूरा कराया जाएगा. यूपी बोर्ड हाईस्कूल की परीक्षा 15 और इंटर की 16 कार्यदिवसों में संपन्न होगी. परीक्षा कुंभ मेला के दौरान होगी. इस कारण प्रमुख स्नानपर्वों का भी ध्यान रखा गया है. 7 फरवरी के बाद 10 को बसन्त पंचमी और 19 फरवरी को माघी पूर्णिमा का स्नान है, इसलिए इस दिन परीक्षाएंं नहीं होंगी.
कुछ दिनों पहले यह घोषणा की गई थी कि यूपी बोर्ड की परीक्षाएं (UP board exam 2019 date announced) 2019 में 7 फरवरी को शुरू कर 16 कार्यदिवसों में खत्म की जाएंगी. यूपी (UP Board exams date) के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान यह फैसला लिया था. परीक्षाओं की सारिणी तैयार करते समय त्योहार और कुम्भ में महत्वपूर्ण स्नान की तारिखों को धयान में रखा गया है. कुछ समय बाद छात्र परीक्षा का पूरा schedule यूपी बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट https://upmsp.edu.in/ से डाउनलोड कर पाएंगे.
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माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से जारी परीक्षा टाइम टेबल के मुताबिक हाई स्कूल की परीक्षा सिर्फ 14 कार्य दिवस में और इंटर की परीक्षा सिर्फ 16 कार्य दिवस में संपन्न होगी. पहली पाली की परीक्षा सुबह 7.30 बजे से 8 बजे शुरू होगी। इस बार इंटर में 39 विषयों में 1-1 प्रश्नपत्र में परीक्षा होगी। वहीं हाईस्कूल के 36 विषयों में 1-1 प्रश्नपत्र में परीक्षा होगी. बता दें कि 7 फरवरी के बाद 10 को बसंत पंचमी और 19 को माघी पूर्णिमा का स्नान है. इस वजह से इन दोनों ही दिन परीक्षा नहीं रखी गई है. उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि अगले साल यूपी में कुंभ और लोकसभा चुनाव दोनों होने हैं, जिसके अनुसार बोर्ड परीक्षाओं का शेड्यूल बनाया गया है.
नकल रोकने के लिए परीक्षा के दौरान होगी सख्ती
उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि, 7 फरवरी से होने वाली यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में इस बार और सख्ती की जाएगी. उन्होंने बताया कि इस बात का पूरा ध्यान रखा जाएगा कि परीक्षाओं में नकल न हो. जिसके लिए कमेटी का भी गठन किया जाएगा.
उप मुख्यमंत्री ने आंकड़ों के हवाले से कहा कि नकल पर शिकंजा कसने से छात्रों की संख्या कम हो गई। बीते वर्ष 67.22 लाख छात्र-छात्राओं ने पंजीकरण कराया था लेकिन सख्ती के कारण 11 लाख परीक्षार्थी परीक्षा छोड़ दी. पिछली बार 1.81 लाख प्राइवेट बच्चों के पंजीकरण हुए थे लेकिन, इस बार पारदर्शितापूर्ण पंजीकरण कराने पर यह संख्या 93 हजार पर रह गई. उनके अनुसार यह आंकड़ा सख्ती के कारण ही नीचे गया है.
डॉ. दिनेश शर्मा ने संवेदनशील परीक्षा केंद्रों को पहचानने की कार्रवाई को ध्यान से करने के निर्देश दिये हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर परीक्षा केंद्रों में किसी तरह कि अनियमितताएं पाई जाती हैं तो डीआईओएस को दोषी माना जाएगा.
बोर्ड परिक्षाओं के सफल आयोजन को सुनिश्चित करने के लिए कुछ अन्य कदम भी उठाए गए हैं. जैसे सीसीटीवी कैमरा में वॉयस रिकार्डिंग की व्यवस्था भी की जाएगी. वहीं परिक्षार्थियों का नामांकन आधार से लिंक कराया जाएगा ताकि फर्जी परीक्षार्थियों को बैठने से रोका जा सकें. उत्तर पुस्तिकाओं में डी-कोडिंग करवाई जाएगी. इसके साथ ही उत्तर पुस्तिकाओं में मूल्यांकन के मानदेय का भुगतान शिक्षको तुरंत कर दिया जाए.
नोटिस में कही गयी हैं ये बातें-
आधार से विद्यार्थियों को लिंक को लिंक किया जाएगा. सब छुट्टियों को हटाते हुए केवल जरूरी छुट्टियां दी जाएंगी.
परीक्षा की समय अवधी सवा तीन घंटे होगी. दो पारियों में होगी. पहली पाली की परीक्षा सवा 8 बजे शुरू होगी और दूसरी पाली की परीक्षा 2 बजे से होगी.
पहले dios के स्तर पर निर्णय होते थे इसबार जिलाधिकारी के स्तर पर फैसला होगा dios सदस्य होगा परीक्षा केंद्रों की दूरी तय होगी.
हाईस्कूल और इंटर की परीक्षाफल एक साथ निकाल देंगे. अब ऑनलाइन निश्चित शुल्क पर भुगतान करने के बाद मार्कशीट और प्रमाणपत्र देंगे.
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