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Exam Stress Management: एग्जाम टाइम में इन बेहतरीन योगासनों को करके करें स्ट्रेस को रिलीज

एग्जाम टाइम में स्ट्रैस रिलीज करने के लिए कुछ ऐसे योगा अभ्यास भी किए जा सकते हैं जो ज्यादा समय नहीं लेते लेकिन जिनका असर बॉडी पर अच्छा होता है. आज हम आपको उन्ही पांच योगासन के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें करके स्टूडेंट्स काफी अच्छा महसूस करेंगे और अपनी पढ़ाई में भी अच्छा परफार्म कर पाएंगे.

Updated on: 18 Feb 2019, 01:57 PM

नई दिल्ली:

एग्जाम टाइम में स्टूडेंट्स के ऊपर पढ़ाई का काफी प्रेशर होता है जिस वजह से उनका डेली शेड्यूल थोड़ा सा बिगड़ जाता है. पढ़ाई के टेंशन में न डेली वॉक हो पाती है और रात को लेट पढ़ाई करने के बाद सुबह ठीक टाइम पर उठना भी नहीं हो पाता है. पढ़ाई के स्ट्रैस की वजह से स्टूडेंट्स के पास इतना समय नहीं होता है कि वो अपनी पढ़ाई में से हेल्थ के लिए टाइम निकाल पाएं.

लेकिन एग्जाम टाइम में स्ट्रैस रिलीज करने के लिए कुछ ऐसे योगा अभ्यास भी किए जा सकते हैं जो ज्यादा समय नहीं लेते लेकिन जिनका असर बॉडी पर अच्छा होता है. आज हम आपको उन्ही पांच योगासन के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें करके स्टूडेंट्स काफी अच्छा महसूस करेंगे और अपनी पढ़ाई में भी अच्छा परफार्म कर पाएंगे.

आइये जानते हैं स्ट्रेस रिलीज करने वाले पांच योगासन के बारे में -

1- अनुलोम विलोम (Anulom- Vilom)- इस आसन को करने के लिए आपको जमीन पर पलथी मार कर बैठ जाएं. बस ये ध्यान रखें कि आपकी रीढ़ की हड्डी सीधी होनी चाहिए. सबसे पहले अपनी आंख बंद करें. एक अंगुली से अपनी नाक के एक छेद को बंद करें और दूसरे खुले छेद से एक गहरी लंबी सांस को अंदर लें. फिर जितनी देर आप इसे अंदर रोक सकें रोकें फिर नाक के जिस तरफ के छेद को बंद किया था उसे खोलें और दूसरी नाक के छेद को बंद कर धीरे से सांस छोडे़ं. ऐसा 2-3 मिनट तक करें. अनुलोम विलोम करने के बाद आपका मन हल्का हो जाता है और आप ज्यादा कंसंट्रेट कर पाते हैं.

2- परिवृत्त सुखासन (Parivrtta Sukhasan) - इस आसन को करने के लिए आप सीधे बैठ जाएं. ध्यान दें कि आपकी रीढ़ की हड्डी सीधी हो. फिर अपने दाहिनें हाथ को अपने पीछे ले जाएं और बायें हाथ को अपने दाहिने घुटने पर रखकर दाहिनीं तरफ घूमें. इसी पोजिशन में थोड़ा रुकें, गहरी सांस लेंऔर फिर वापस आराम की मुद्रा में आ जाएं. अब एक बार फिर से यही प्रक्रिया शरीर के दूसरी तरफ के लिए दोहराएं. इसे करने से आपको पढ़ने से होने वाले पीठ के दर्द और गर्दन के होने वाले दर्द से छुटकारा मिल जाता है.

3- गोमुखासन (Gomukhasan)- अपने सीधे घुटने को अपने उल्टे घुटने पर ले आइये. सीधे हाथ को एकदम सीधा ऊपर करें. फिर उसे अपनी पीठ के पीछे ले जाएं. अपने दूसरे हाथ को भी पीछे ले जाएं. कोशिश करिए कि आप अपना दोनों हाथ पीठ के पीछे पकड़ ले. थोड़ी गहरी लंबी सांस लें और थोड़ी देर इसी पोजिशन को होल्ड करें. अब आप अपने उल्टे घुटने को सीधे घुटने पर रखें और अपने उल्टे हाथ से इस प्रक्रिया को उल्टी दिशा में दोहराएं. इसे करने से भी आपको कंधे और पीठ में दर्द में राहत मिलेगी और बॉडी रिलैक्स होगी.

4 - बद्ध कोणासन (Baddha Konasan) - जमीन पर बैठकर अपने दोनों तलवे को मिलाएं. रीढ़ की हड्डी बिल्कुल सीधी रखें, अपने हाथों से अपने दोनो पैरों के तलुओं को जोडें रखें. घुटने को एक तितली की तरह धीरे - धीरे ऊपर नीचे करें. इसे करने से आपके लोवर बॉडी को आराम मिलता है और बॉडी हल्की महसूस होती है.

5 -पाद्हस्तासन (Padahastasan) - सबसे पहले घुटनों और पैर के पंजों को सटाकर खड़ें हो जाएं. लंबी सांस लेते हुए अपने हाथों को ऊपर की ओर ले जाएं. फिर अपनी बॉडी को आगे की ओर जितना झुका सकते हैं उतना झुकाएं. अपने हाथों को अब अपनी झुकी बॉडी के पीछे ले जाएं और कोशिश करें की एक हाथ दूसरे हाथ को पकड़ ले. इस आसन को करने के बाद आपको पूरी बॉडी में स्फूर्ती आ जाएगी और आप ज्यादा पढ़ाई कर पाएंगे.