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जानिए क्यों खास है सावन का दूसरा सोमवार, मंदिरों में लगी भक्तों की कतार

मंदिरों के बाहर सुबह से ही भक्त हाथों में पूजा की थाली और दिल में आस्था लिए भगवान शिव का अभिषेक करने के लिए मंदिरों के बाहर लंबी कतारों में लगे हुए हैं।

Updated on: 06 Aug 2018, 09:06 AM

नई दिल्ली:

सावन का दूसरा सोमवार आज है और मंदिरों के बाहर भक्तों की भीड़ लगी हुई है। आज के दिन बेहद शुभ संयोग बन है। इस संयोग में पूजा करने से भगवान शिव हर मनोकामना पूरी करते हैं।
यहीं कारण है कि आज सुबह से ही मंदिरों में भक्तों का ताता लगा हुआ है। मंदिरों के बाहर सुबह से ही भक्त हाथों में पूजा की थाली और दिल में आस्था लिए भगवान शिव का अभिषेक करने के लिए मंदिरों के बाहर लंबी कतारों में लगे हुए हैं। सावन के दूसरे सोमवार भक्तों का खासा उत्साह देखा जा रहा है।

झारखंड के देवघर में बाबा बद्रीनाथ धाम के बाहर लगी श्रद्धालुओं की भीड़।

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के बाहर कड़ी सुरक्षा के बीच कतारों में खड़े लोग।

उत्तराखंड में हरिद्वार से दक्षा महादेव मंदिर की तस्वीरें आई हैं। जहां भक्त भगवान शिव का जलाभिषेक करते हुए देखे जा सकते हैं।

दूसरे सोमवार यानी आज के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बना है इसके साथ ही वृद्धि योग और कृतिका नक्षत्र का संयोग बना है। जब सोमवार में इस तरह का योग बनता है तब इस मुहूर्त में शुक्र अस्त, पंचक, भद्रा आदि पर विचार करने की जरूरत नहीं होती है। सच्चे मन से भगवान शिव की पूजा करने पर उनका आशीर्वाद मिलता है।

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सावन के महीने में आप गृह प्रवेश, घर-गाड़ी खरीदना, कीमती सामना खरीदना या अन्य शुभ कार्य आप इस महीने में कर सकते हैं। इस दौरान पूजा करने से सभी नकारात्मक ऊर्जा आपके पास नहीं आती है।

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संक्रांति की गणना के अनुसार, सावन का महीना 16 जुलाई, सोमवार से शुरू चुका था। उत्तराखंड, नेपाल और अन्य पहाड़ी इलाकों में लोग संक्रांति की गणना को ही मानते हैं। लेकिन पूरे देश में मुख्य रूप से पूर्णिमा की गणना के अनुसार ही सावन सोमवार का व्रत रखा जाता है। पूर्णिमा की गणना से 28 जुलाई से सावन की शुरुआत हुई है और पहला सावन सोमवार 30 जुलाई और दूसरा सोमवार 6 अगस्त को विशेष संयोग के साथ है।