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रामनवमी 2017: पूजा विधि, शुभ मुहूर्त के साथ ही पढ़ें आखिर क्यों होती है नवरात्र के समापन पर राम की पूजा

इस दिन राम की कथा पढ़ी और सुनाई जाती है। इस साल राम नवमी का शुभ समय सुबह 10.3 मिनट से शुरू हो जाएगा।

Updated on: 05 Apr 2017, 07:38 AM

नई दिल्ली:

आज यानि 5 अप्रैल को चैत्र नवरात्रों का समापन हो गया है, ऐसे में देशभर में राम नवमी की धूम है। रामनवमी के दिन सभी भक्त कन्या पूजन करके ही अपना व्रत खोलते हैं।

इस त्योहार को भगवान राम के जन्मदिन के तौर पर देशभर में मनाया जाता है। इस दिन राम की कथा पढ़ी और सुनाई जाती है। इस साल राम नवमी का शुभ समय सुबह 10.3 मिनट से शुरू हो जाएगा।

यह हिंदुओं के वैष्णव पंथ को मानने वाले लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण त्योहार होता है। हिंदुओं में विष्णु को भगवान का सातवां अवतार माना जाता है। इस दिन कई स्थानों में राम, सीता, लक्ष्मण और हुमान की झाकियां या पालकी निकाली जाती है। इसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं।

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रामनवमी के दिन बहुत से लोग राम जन्म भूमि अयोध्या जाते हैं और ब्रह्म मुहूर्त में सरयू नदी में स्नान करने के बाद भगवान राम के मंदिर जाकर भक्तिभाव से पूजा-पाठ करते हैं। इस दिन जगह-जगह रामायण का पाठ करवाया जाता है।

पूजा विधि-

प्रातः काल स्नान करने के बाद राम दरबार की पूजा में भगवान श्री राम का पूजन, आह्वान और आरती करें। इसके बाद फूल अर्पित करें। साथ ही इस मंत्र का जाप करें।

कृतेनानेन पूजनेन श्री सीतारामाय समर्पयामि।

वहीं नारद पुराण के अनुसार राम नवमी के दिन सभी भक्तों को उपवास करने का सुझाव दिया गया है। भगवा राम की पूजा के बाद ब्राह्मणों को भोजन करवाना चाहिए। उसके बाद उन्हें गाय, जमीन, कपड़े और दक्षिणा देकर दोनों हाथ जोड़कर विदा करना चाहिए। जिसके बाद ही राम की पूजा खत्म होती है।

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