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Raksha Bandhan 2018: जानें रक्षा बंधन का धार्मिक महत्व, नहीं करनी चाहिए ये गलतियां

हिंदू धर्म में रक्षाबंधन का बेहद खास महत्व है। यह त्योहार भाई-बहन के अटूट प्रेम को दर्शाता है। इस बार राखी का पर्व 26 अगस्त 2018 को मनाया जाएगा।

Updated on: 21 Aug 2018, 03:17 PM

नई दिल्ली:

हिंदू धर्म में रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) का बेहद खास महत्व है। यह त्योहार भाई-बहन के अटूट प्रेम को दर्शाता है। इस बार राखी का पर्व 26 अगस्त 2018 को मनाया जाएगा।

यह पवित्र त्योहार श्रावण मास की शुक्ल पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाई की रक्षा के लिए उनकी कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती हैं। वहीं, भाई अपनी बहनों को जीवनभर उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं।

ये है रक्षाबंधन का धार्मिक महत्व

पुराणों के अनुसार, राजसूय यज्ञ के समय भगवान कृष्ण को द्रौपदी ने रक्षा सूत्र के रूप में अपने आंचल का टुकड़ा बांधा था। इसी के बाद से ही बहनों द्वारा भाइयों को राखी बांधने की परंपरा शुरू हुई थी।

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राखी बांधने का शुभ मुहूर्त

इस बार राखी बांधने का शुभ मुहूर्त 26 अगस्त को सुबह 5:59 बजे से शाम को 5 बजकर 25 मिनट तक है।

रक्षाबंधन पर नहीं करनी चाहिए ये गलतियां

- थाली में घी का दीपक जरूर रखें।
- रक्षा सूत्र और पूजा की थाल भगवान को समर्पित करने से पहले राखी नहीं बांधे।
- भाई को पश्चिम या दक्षिण की तरफ मुंह करके न बैठाएं। उन्हें पूर्व या उत्तर की तरफ मुंह कराकर बैठाएं।
- रक्षा सूत्र बांधते समय भाई और बहन का सिर खुला नहीं होना चाहिए।

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- राखी बांधने के बाद माता-पिता और गुरुओं का आशीर्वाद जरूर लें।
- काले कपड़े न पहनें और तीखा या नमकीन खाद्य नहीं खाएं।