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बिना किसी लालच के करें मतदान, चुनें ईमानदार और देशभक्त प्रधानमंत्री : पारस भाई गुरु जी

हर कोई देश का अगला प्रधानमंत्री बनना चाहता है लेकिन इसका फैसला देश की जनता को करना है.

Updated on: 17 Mar 2019, 07:49 AM

नई दिल्ली:

देश में इस वक्त लोकसभा चुनाव (Loksabha election) का माहौल है और सभी राजनीतिक पार्टियां मतदाताओं को लुभाने के लिए बड़ी-बड़ी घोषणाएं कर रहीं हैं. हर कोई देश का अगला प्रधानमंत्री बनना चाहता है लेकिन इसका फैसला देश की जनता को करना है. लोगों को बिना किसी लोभ-लालच के अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए. उन्हें ईमानदार और देशभक्त प्रधानमंत्री चुनना चाहिए. ये बातें पारस परिवार (Paras Parivaar) के मुखिया श्री पारस भाई जी (Paras bhai ji) ने कही.

बता दें कि पारस भाई जी (Paras bhai ji) पहले ही कह चुके हैं कि उनकी जिंदगी का मुख्य उद्देश्य सनातन धर्म का प्रचार, आडंबरों से मुक्ति व गरीबों और बुजुर्गों की सेवा कर नए राष्ट्र का नव निर्माण करना है. उन्होंने देश के लोगों को मतदान के प्रति जागरूक होने की अपील की है. उन्होंने कहा लोग मतदान के दिन पहले पोलिंग बूथ जाकर वोट डालें और फिर कोई दूसरा काम करें. क्योंकि वोट ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है.

पारस भाई जी (Paras bhai ji) ने कहा वह मतदान के दिन सुबह उठकर सबसे पहले वोट डालते हैं और इसके बाद अन्य काम करते हैं. साथ ही अगर आसपास के इलाके में कोई बुजुर्ग या विकलांग पोलिंग बूथ (polling booth) तक पहुंचने में असमर्थ है तो वह खुद उन्हें पोलिंग बूथ ले जाकर उनसे वोट डलवाते हैं. इसलिए ही तो गरीब और असहाय उन्हें अपना मसीहा मानते हैं. पारस भाई जी (Paras bhai ji) का कहना है कि लोकतंत्र (Democracy) की असली ताकत वोट में छुपी है और कोई भी व्यक्ति अगर अपनी वोट की ताकत को इस्तेमाल नहीं करता है तो वह अपना कर्तव्य नहीं निभा रहा है. उनका कहना है कि देश में 100 प्रतिशत मतदान होना चाहिए तभी सही मायने मे लोकतंत्र सफल होगा और गलत लोग कभी भी राजनीति (Politics) मे नहीं आ पाएंगे.

पारस भाई गुरु जी (Paras bhai guru ji) ने आगे कहा कि पहले लोगों को ये पता नहीं था कि उनके वोट में इतनी ताकत है कि वह देश की सत्ता में किसी को बैठा सकते हैं तो किसी को बेदखल भी कर सकते हैं. देश की जनता को ही जागरुक करने के लिए भारत में हर साल 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस (National Voters' Day) मनाया जाता है. साल 1950 से स्थापित चुनाव आयोग के 61वें स्‍थापना साल पर 25 जनवरी 2011 को तत्कालीन राष्ट्रपत‌ि प्रतिभा देवी सिंह पाटिल (Pratibha Patil) ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस (National Voters' Day) का शुभारंभ किया था.

श्री पारस भाई को मां भगवती और भगवान शिव पर अटूट आस्था है. वह अपने व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद अपना काफी समय सामाजिक कार्यों में बिताते हैं. उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा कि कई नेता जनता को मूर्ख समझते हैं. उन नेताओं की सोच है कि वह चुनाव में कुछ लोभ-लालच देकर मतदाता को मोह लेंगे. उन्होंने कहा, लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा. अब लोग जागरुक हो गए हैं और अपने प्रतिनिधि का चुनाव सोच समझ कर करेंगे.