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Basant Panchami 2019 - क्यों करते हैं सरस्वती पूजा जाने पूजन का शुभ मुहूर्त एवं विधि

इसे देश में सरस्वती पूजा के दिन के रूप में भी मनाया जाता है, इसी दिन शब्दों की शक्ति ने मनुष्य के जीवन में प्रवेश किया था.

Updated on: 09 Feb 2019, 11:47 AM

नई दिल्ली:

बसंत पंचमी (Basant Panchami) हिन्दू पंचांग के अनुसार माघ महीने में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है. इसे देश में सरस्वती पूजा के दिन के रूप में भी मनाया जाता है, इसी दिन शब्दों की शक्ति ने मनुष्य के जीवन में प्रवेश किया था. पुराणों में लिखा है सृष्टि को वाणी देने के लिए ब्रह्मा जी ने कमंडल से जल लेकर चारों दिशाओं में छिड़का था. इस जल से हाथ में वीणा धारण कर जो शक्ति प्रकट हुई वह सरस्वती देवी कहलाई. बसंत ऋतु में पेड़ों में नई-नई कोंपलें निकलनी शुरू हो जाती हैं. मनमोहक फूलों से धरती प्राकृतिक रूप से सज जाती है. खेतों में सरसों के पीले फूल की चादर बिछी होती है और कोयल की कूक सभी दिशाओं में गुंजती रहती है. बसंत पंचमी (Basant Panchami 2019) का त्योहार 10 जनवरी 2019 को पूरी श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा.

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क्यों पहनते हैं पीले कपड़े-
बसंत पंचमी के दिन पीले रंग के परिधान पहनते जाते हैं, गांवों-कस्बों में पुरुष पीली पगड़ी पहनते है. हिन्दू परंपरा में पीले रंग को बहुत शुभ माना जाता है. यह समृद्धि, ऊर्जा और सौम्यता का प्रतीक भी है. इस दिन मां सरस्वती की पीले और सफेद रंग के फूलों से पूजा करनी चाहिए. इस रंग को बसंती रंग भी कहा जाता है. भारत में विवाह, मुंडन आदि में पूजा के कपड़े को पीले रंग से रंगा जाता है.

खान-पान बिना कोई भी भारतीय त्यौहार अधूरा है. बसंत पंचमी के दिन खास मिठाइयां और पकवान बनाये जाते हैं. इस दिन बंगाल में मीठा भात बनाया जाता है. बिहार में मालपुआ, खीर और बूंदी और पंजाब में मक्‍के की रोटी के साथ सरसों साग और मीठा चावल बनाया जाता है.

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बसंत पंचमी पर पूजा का शुभ मुहूर्त-

  • बसंत पंचमी पूजा मुहूर्त: सुबह 7.15 बजे से दोपहर 12.52 बजे तक.
  • पंचमी तिथि प्रारंभ: मघ शुक्ल पंचमी शनिवार 9 फरवरी की दोपहर 12.25 बजे से शुरू.
  • पंचमी तिथि समाप्त: रविवार 10 फरवरी को दोपहर 2.08 बजे तक.

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सरस्वती पूजन की विधि-

  • सुबह स्नान करके पीले या सफेद वस्त्र धारण करें.
  • मां सरस्वती की मूर्ति या चित्र उत्तर-पूर्व दिशा में स्थापित करें.
  • मां सरस्वती को सफेद चंदन, पीले और सफेद फूल अर्पित करें.
  • उनका ध्यान कर ऊं ऐं सरस्वत्यै नम: मंत्र का 108 बार जाप करें.

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मां सरस्वती को कैसे करें प्रसन्न-

  • बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती को बेसन के लड्डू अथवा बेसन की बर्फी, बूंदी का प्रशाद चढ़ाएं.
  • सफलता प्राप्ति के लिए मां सरस्वती पर हल्दी चढ़ाकर उस हल्दी से अपनी पुस्तक पर "ऐं" लिखें.
  • वाणी में मधुरता लाने के लिए देवी सरस्वती पर चढ़ी शहद को नित्य प्रात: सबसे पहले सेवन करें.
  • बसंत पंचमी के दिन गहनें, कपड़ें, वाहन आदि की खरीदारी आदि भी शुभ मानी जाती है.