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किस्मत चमकाएगा साल 2019, जानें किस पर पूरे साल बरसेगा धन, किसे मिलेगा कर्ज से छुटकारा

साल 2019 का आगाज हो चुका है. देश ही नहीं दुनियाभर में लोगों ने इस उम्मीद के साथ दिल खोलकर नए साल का स्वागत किया

Updated on: 01 Jan 2019, 09:03 AM

नई दिल्‍ली:

साल 2019 का आगाज हो चुका है. देश ही नहीं दुनियाभर में लोगों ने इस उम्मीद के साथ दिल खोलकर नए साल का स्वागत किया कि आने वाला साल उनके लिए खुशियों भरा होगा. ऐसे में धर्म यात्रा के तमाम दर्शकों को नए साल की हार्दिक शुभकामनाएं. वैसे तो हिंदू धर्म में 33 करोड़ देवी देवताओं की पूजा की जाती है. लेकिन शास्त्रों के अनुसार भगवान गणेश को प्रथम पूज्‍य का स्थान हासिल है. इसीलिए ये मान्यता है कि हर शुभ कार्य से पहले श्री गणेश का स्मरण करना चाहिए. कहते हैं अगर किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश को याद किया जाए तो उस कार्य में आने वाले सभी विघ्न अपने आप समाप्त हो जाते है. नई दुकान हो. गृह प्रवेश हो. या शादी हो. हर मांगलिक कार्य से पहले विघ्नहर्ता को याद करने का विधान है. और ऐसे में जब बात नए साल के शुभारंभ की हो तो भक्त कैसे विघ्नहर्ता को याद करना भूल सकते है. तो चलिए न्यूज स्टेट के साथ करते हैं नए साल की नई उम्मीदों का श्री गणेश. नया साल आपके लिए उम्मीदों का एक नया संसार लेकर आए. ऐसी न्यूज स्टेट की कामना है.

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नए साल पर लोग जश्न तो मनाते ही हैं. पर उसके साथ ही वो अपने इष्ट को याद करने नहीं भूलते. बच्चे हो. युवा हो. या बुजुर्ग हो. लोग भगवान के दर्शन कर अपने नए साल की शुरुआत करते है. वैसे तो सालभर ही मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है. लेकिल साल के पहले दिन तो मंदिरों का नजारा देखते ही बनता है. भक्त भारी संख्या में मंदिर पहुंचते है. और अपने आने वाले साल की मंगल कामना करते हैं.

पहले दिन मंदिर जाने से भक्तों को सुख, समृद्धि, वैभव और यश की प्राप्ति होती है

मान्यता है कि साल के पहले दिन मंदिर जाने से भक्तों को सुख, समृद्धि, वैभव और यश की प्राप्ति होती है. इतना ही नहीं मान्यता ये भी है कि जो भी भक्त इस दिन अपने आराध्य को याद करता है उसका पूरा साल सुखमय बीतता है. नए साल का आगाज होते ही धार्मिक नगरी उज्जैन में महाकाल के भक्त खुशी से झूम उठे. रात 12 बजे से ही भक्त लंबी लंबी कतारों में लगकर सुबह होने का इंतजार करने लगे. और सुबह 4 बजे बाबा महाकाल के पट खुलते ही बाबा के जयकारों से पूरा उज्जैन गुलज़ार हो गया. सुबह 4 बजे कई भक्तों ने भस्म आरती में शिरकत की. और बाबा से आने वाले साल की मंगल कामना की. भस्म आरती के बाद दर्शन आरती में भी लाखों भक्तों ने बाबा महाकाल के दर्शन कर एक नई पारी की शुरुआत की.

भक्तों का ये हुजुम महाकाल मंदिर में ही नहीं ब्लकि हरसिद्धि मंदिर में भी देखने को मिला. उज्जैन के हरसिद्धि मंदिर में भारी संख्या में भक्त मंदिर पहुंचे. मान्यता है कि यहां आने और सच्चे मन से मां की आराधना करने से भक्तों को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. वैसे तो सालभर ही भक्त यहां भारी संख्या में पहुंचते है. लेकिन आज का नजारा तो यहां देखते ही बन रहा है. भक्त नए साल पर अपनी आराध्य मां के दर्शन कर अपने आने वाले साल को मंगलमय बनाने की कामना कर रहे हैं.

छत्तीसगढ़ में भी नए साल की धूम देखने को मिली. शंखिनी और डंकिनी नदियों के संगम पर स्थित 51 शक्तिपीठों में से एक दंतेश्वरी मंदिर में भी भक्तों का जमावड़ा लगा रहा. नए साल की अच्छी और सुखमय शुरुआत के लिए भारी संख्या में भक्त यहां पहुंचे और मां के दर्शन कर नव वर्ष की शुरुआत की.

कहते हैं इंसान का जीवन सुखमय तभी बीत सकता है. जब उनपर शनि की कृपा हो. इसिलिए शनिदेव को खुश करने और उनकी कृपा पाने के लिए भक्त सुबह से ही शनि मंदिर पहुंच रहे है. और ऐसे में जब दिन मंगलवार का हो तो शनि की कृपा पाना और भी आसान हो जाता है. कहते हैं शनिदेव को खुश करने का सबसे आसान उपाय है हनुमान जी की पूजा. नए साल की धूम हनुमान मंदिर में भी देखने को मिली. आज का दिन कई मायनों में खास है.

आज पवनपुत्र श्री हनुमान का दिन मंगलवार है. और उसके साथ ही आज श्री कृष्ण की प्रिय तिथि एकादशी भी है. संकटमोचन हनुमान को लेकर मान्यता है कि इनके दर्शन मात्र से ही सभी संकटों का खात्मा हो जाता है. नए साल में आने वाले सभी संकटों से मुक्ति पाने के लिए भक्त संकटमोचन के दर पर शीश झुका रहे है. कहते हैं जिस किसी पर भी केसरीनंदर की कृपा हो जाती है उसके कार्य में आने वाले संकट खुद ब खुद टल जाते है.

मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में ही नहीं बल्कि देश के तमाम मंदिरों में नए साल पर भक्तों ने समा बांधा. भगवान कृष्ण की भक्ति और भजनों से सराबोर रहने वाली वृंदावन की गलियों में भी नए साल के दिन पड़ने वाली एकादशी की धूम देखने की मिली. मथुरा के बांके बिहारी मंदिर में रात के 12 बजते ही हर तरफ कान्हा के जयकारे गूंजने लगे. लाखों श्रद्धालुओं की मौजूदगी के बीच सुबह श्री बांके बिहारी मंदिर के पट खोले गए जिसके बाद पूरा माहौल कृष्णमय हो गया था. मथुरा के नटखट कृष्ण कन्हैया की नगरी हरे राम हरे कृष्णा के भजनों से गूंज उठी. घंटों तक कान्हा के भक्त इसी तरह भक्ति और जोश में डूबे रहे.

मथुरा की धरती में ही एक सम्मोहन है. ये सम्मोहन भक्तों को कुछ ऐसे खींचता है जैसे चुंबक लोहे को अपनी ओर खींचता है. ये श्री कृष्ण के रुप और भक्ति का ही सम्मोहन है जो भक्तों को अपनी ओर खींचता है. वराह पुराण में भी कहा गया है कि इस नगरी में जो लोग शुद्ध विचार से निवास करते हैं. वो मानव के रूप में साक्षात देवता हैं. ये भी मान्यता है कि मथुरा में श्राद्ध करने वालों के पूर्वजों को आध्यात्मिक मुक्ति मिलती है. सुहह से शुरु हुआ भक्तों का जश्न समय के साथ बढ़ता ही गया. भक्ति में लीम भक्त झुमते नाचते यही वजह है कि नए साल के दिन भक्त श्री कृष्ण की नगरी पधारते हैं और कान्हा के दर्शन कर खुद को सौभाग्यशाली मानते हैं.

बात करें मुंबई की तो जहन में आता है सिद्धिविनायक मंदिर. जी हां. ये बप्पा का ऐसा दिव्य स्थान है जहां आम से लेकर खास तक सभी बप्पा के आगे शीश नवाते हैं. सिद्घिविनायक श्री गणेश का सबसे लोकप्रिय रूप है. कहते हैं कि सिद्धिविनायक की महिमा अपरंपार है, वो भक्तों की मनोकामना को तुरंत पूरा करते हैं. मंदिर अपने बॉलीवुड भक्तों की वजह से भी अक्सर चर्चा में रहता है. .यहां आम जन ही नहीं बॉलीवुड की जानी मानी हस्तियां भी अपनी बिगड़ी लेकर पहुंचती हैं. और साल के पहले दिन तो यहां का नजारा देखते ही बनता है. इस दिन लोग भारी सेख्या में सिद्धिविनायक मंदिर पहुंचते हैं और अपने आने वाले साल के सभी विघ्नों को दूर करने की कामना करते हैं.

नए साल पर आस्था के गढ़ शिरडी के साईं बाबा मंदिर का नजारा भी भक्तिमय दिखा. कहते हैं बाबा के दर पर कोई अमीर नहीं है. और ना ही कोई गरीब है. यहां आने वाला हर शख्स बाबा का भक्त है. नव वर्ष के मौके पर यहां चारों तरफ साईं के जयकारे गूंजते सुनाई दिए. इसी कामना के साथ देशभर से भक्त यहां पहुंचे की आने वाला साल उनके लिए सुख और समृद्धि लेकर आए.

देश के दिल दिल्ली में भी धूम धाम से नए साल का स्वागत किया गया. दिल्ली के झंडेवाले मंदिर में लाखों की संख्या में भक्त मंदिर पहुंचे और मां की पूजा अर्चना कर नए साल की शुरुआत की. नए साल के मौके पर मां का विशेष रूप से श्रृंगार किया गया. वैसे तो रोजाना ही मंदिरों में भगवान को भोग लगाया जाता है. लेकिन विशेष मौकों पर मंदिर समिति की ओर से विशेष भोग का इंतजाम किया जाता है. नए साल के मौके पर भगवान को कई तरह के पकवानों का भोग लगाया गया. जिसके बाद उस भोग को प्रसाद के रूप में भक्तों को बांटा गया.

नए साल की धूम सिर्फ मंदिरों में ही नहीं देखने को मिली बल्कि अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में भी देखने को मिली. सिखों के प्रमुख गुरुद्वारों में से एक हरमिंसर साहिब में भी श्रद्धालुओं ने गुरु ग्रंथ साहिब जी के आगे शीश झुकाया और सरोवर में स्नान कर ने साल की शुरुुआत की. इस मौके पर गुरुद्वा समिति की ओर से श्रद्धालुओं के लिए लंगर का खास प्रबंध किया गया.

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हमारे भारतदेश में नदियों को मां की संज्ञा दी गई है. देश ही नहीं दुनिया की सबसे पावन नदी है मां गंगा. देवी गंगा को पतितों का उद्धार करने वाली पतित पावनी माना गया है. कहते हैं इस पावन नदी में दुबकी लगाने भर से ही जन्म जन्मांतर के पाप नष्ट हो जाते है. पुराणों में भी इसके जल को अमृत माना गया है. वहीं गंगाजल की महिमा किसी से छिपी नहीं है. हिन्दू धर्म में जब भी गंगा में प्रवेश किया जाता है. पहले उसके अमृत को माथे पर लगाया जाता है. गंगा को पवित्रतम माना गया है. इस्लिए साल के पहले दिन भक्त पतित पावनी गंगा में आस्था की डुबकी लगाकर जाने अंजाने में हुए अपने पापों की क्षमा याचना करते हैं. और आने वाले साल में अपनी नई जिंदगी की शुरुआत करते है.

नए साल पर इन मंत्रों का जाप कर आप अपने आने वाले साल को खुशहाल बना सकते हैं

जीवन में आ रही समस्त बाधाओं को दूर करने के लिए वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ मंत्र का जाप करें. इसका अर्थ है कि घुमावदार सूंड वाले, विशाल शरीर काय, करोड़ सूर्य के समान महान प्रतिभाशाली. मेरे प्रभु, हमेशा मेरे सारे कार्य बिना विघ्न के पूरे करें. ये गणपति का इतना प्रभावशाली मंत्र कि इसके प्रभाव से सभी कार्य निर्विघ्न पूरे हो जाते है. हिंदु धर्म में इस मंत्र को इतना प्रभावशाली माना गया है की हर शुभकार्य से पहले इस मंत्र का उचारण किया जाता है. आप भी ्पने आने वाले साल को खुशहाल बनाने के लिए इसी मंत्र का जाप करें.

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अगर आपके सभी बने बनाए काम बिगड़ जाते हैं. कोई भी काम अपने मुकाम तक नहीं पहुंच रहा. तो अपने सभी काम बनाने के लिए त्रयीमयायाखिलबुद्धिदात्रे बुद्धिप्रदीपाय सुराधिपाय। नित्याय सत्याय च नित्यबुद्धि नित्यं निरीहाय नमोस्तु नित्यम्। मंत्र का जाप करें. इस मंत्र का अर्थ है की भगवान गणेश आप सभी बुद्धियों को देने वाले, बुद्धि को जगाने वाले और देवताओं के भी ईश्वर हैं. आप ही सत्य और नित्य बोधस्वरूप हैं. आपको मैं सदा नमन करता हूं. यदी कोई भी साधक 21 बार इस मंत्र का जाप करता है तो उसके सभी बिगड़े काम बन सकते हैं. .

  • जीवन की समस्त बाधाओं को दूर करने के लिए ॐ गं गणपतये नमः। मंत्र का जाप करें. ये श्री गणेश का ऐसा चमत्कारिक मंत्र है जिसके जप से भक्तों को शीघ्र फल की प्राप्ति होती है. इस मंत्र का भक्तिपूर्वक जाप करने से जीवन की समस्त बाधाएं दूर होती हैं.
  • जीवन में फैली अशांति दूर करने के लिए ऊँ शं शनैश्चराय नमः मंत्र का जाप करें . ये शनिदेव का इतना प्रभावशाली मंत्र है. कि इसके जप करने मात्र से ही जीवन में फैली अशांति दूर होने लगती है और सभी बिगड़े काम भी बन जाते हैं.
  • अगर आपको जीवन में यश चाहिए. सुख चाहिए तो नीलांजन समाभासं रवि पुत्रं यमाग्रजम | छायामार्तंड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम || मंत्र का जप करें. कहते है इस मंत्र का जाप करने से जातक को सुख और समृद्ध जीवन जीने का वरदान प्राप्त होता है.
  • शुद्ध मन के साथ इन मंत्रों का जप कर नए साल का स्वागत करें. ऐसा करने से आपका आने वाला साल मंगल मय हो ऐसी न्यूज स्टेट की कामना है.

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