logo-image

रहस्य : श्रद्धालुओं की चिंता हरने वाली माता चिंतापूर्णी ज्योति के रूप में देती हैं दर्शन

चिंतपूर्णी माता का प्रसाद ज्वाला जी मंदिर से आगे नहीं ले जाया जा सकता, कोई ले जाता है तो उसके साथ अनहोनी घटना घट जाती है

Updated on: 10 Jun 2019, 06:44 AM

highlights

  • माता चिंतपूर्णी सभी श्रद्धालुओं की चिंता को हर लेती है
  • माता का प्रसाद ज्वाला जी मंदिर से आगे नहीं ले जाया जा सकता
  • माता ज्योति के रूप में देती है दर्शन

नई दिल्ली:

माता चिंतपूर्णी जो कि हिमाचल प्रदेश के गुना जिला में स्थित है. कहा जाता है कि इस मंदिर में जाने वाले सभी श्रद्धालुओं की चिंता को माता हर लेती है. अगर इस मंदिर की रहस्यों की बात करें तो कहा जाता है कि चिंतपूर्णी माता का प्रसाद ज्वाला जी मंदिर से आगे नहीं ले जाया जा सकता. अगर कोई ले जाता है तो उसके साथ अनहोनी घटना घट जाती है. साथ ही नवरात्र के महीनों में माता यहां पर ज्योति के रूप में दर्शन देती है. इसको कई श्रद्धालुओं ने देखा है.

यह भी पढ़ें - मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बयानबाजी करने वाले विधायक दिल्‍ली तलब

हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला के नजदीक चामुंडा माता स्थित है. कहा जाता है कि यहां पर एक श्मशान घाट है. जहां पर हर रोज चिता जलती है. अगर किसी रोज कोई मृत्यु नहीं होती है और यहां पर चिता नहीं जलती है तो उसके बदले में लकड़ियों की चिता बनाकर यहां पर जलाया जाता है. यहां के लोगों के अनुसार यह कहा जाता है कि अगर यहां पर चिता न जलाए जाए तो अनहोनी घटना घट सकती है.