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Kumbh Mela 2019 : कुंभ के इतिहास में पहली बार आज किन्नर अखाड़े का, जूना अखाड़े में होगा विलय

Kumbh Mela 2019 : For the first time in the history of kumbh, Kinnar Akhara will Merge with Juna Akhara

Updated on: 09 Jan 2019, 10:13 AM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 15 जनवरी से शुरू होने वाले कुंभ मेले में साधु-संतों की पेशवाई जोर-शोरों से निकाली जा रही हैं. इस क्रम में बुधवार को परी अखाड़ा की पेशवाई बुधवार सुबह 10 बजे श्री सर्वेश्वर महादेव वैकुंठ धाम मुक्तिद्वार अरैल से निकलेगी. पेशवाई नए यमुना पुल से होते हुए संगम कुम्भ मेला क्षेत्र में प्रवेश करेगी. अखाड़ा परी प्रमुख जगद्गुरु शंकराचार्य त्रिकाल भवंता सरस्वती जी महाराज की अगुवाई में निकालेगी पेशवाई. 

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वहीं आज यानी बुधवार को किन्नर अखाड़ा जूना अखाड़े में शामिल होगा. संगम में स्नान कर किन्नर संत-महात्मा मौजगिरि आश्रम जाएंगे. 

जहां पर किन्नर अखाड़ा जूना अखाड़े में शामिल होंगा. बताया जा रहा है कि जूना अखाड़े में शामिल होने के बाद भी किन्नर अखाड़ा का वजूद समाप्त नहीं होगा.
किन्नर अखाड़े के सभी पद और पदाधिकारी वही रहेंगे. किन्नर संत जूना की पेशवाई और शाही स्नान में भी होंगे शामिल, लेकिन किन्नर अखाडा निकालेगा अपनी देवत्व यात्रा और करेगा अमरत्व स्नान. बता दें कि जूना अखाड़े से किन्नर अखाड़े के समझौते पर मुहर लग गई है. जूना अखाड़े के संरक्षक एवं अखाडा परिषद के महामंत्री हरिगिरि ने इसे हरी झण्डी दे दी है. आपको बता दें कि किन्नर अखाड़े के आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी और प्रभारी महामण्डलेश्वर उत्तर भारत भवानी मां के बीच इस पर सहमति बन गई है.