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Kumbh Mela 2019: मकर संक्रांति पर 2 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में लगाई डुबकी, कुंभ मेले का आगाज

मकर संक्रांति के मौके पर कुंभ मेले का आगाज होने के साथ हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदी का मिलन स्थल माने जाने वाले पवित्र संगम में डुबकी लगाई.

Updated on: 15 Jan 2019, 11:56 PM

नई दिल्ली:

मकर संक्रांति के अवसर पर कुंभ 2019 (Kumbh 2019)  का पहला शाही स्नान भव्य रूप से संपन्न हो गया. शाही स्नान के दिन करीब 2 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक विविधताओं का गवाह बनने के लिए भक्तों से आग्रह किया कि वे इस वर्ष भारी संख्या में इसका हिस्सा बनें. शाही स्नान के लिए सबसे पहले संगम तट पर श्री पंचायती अखाड़ा महानिवार्णी का जुलूस पहुंचा. अखाड़े के देव भगवान कपिल देव और नागा संन्यासियों ने अखाड़े की अगुवाई की.

पंचायती अखाड़ा महानिवार्णी ने सबसे पहले डुबकी लगाई. परंपरा के मुताबिक सबसे पहले अखाड़े के भालादेव ने स्नान किया उसके बाद नागा साधुओं ने फिर आचार्य महामंडलेश्वर और साधु-संतों ने स्नान किया.

श्री पंचायती अखाड़ा महानिवार्णी के बाद अटल अखाड़े के संतों ने शाही स्नान किया. करीब 13 'अखाड़े' मंगलवार को 'शाही स्नान' में भाग लिया, जिसमें प्रत्येक को कुंभ के अधिकारियों ने लगभग 45 मिनट दिया गया. स्नान करने वालों की भारी भीड़ दिखी.

कुंभ में 6 शाही स्नान हैं जो 55 दिनों तक चलेगा. इस दौरान करीब 15 करोड़ लोग संगम में आस्था की डुबकी लगाते हुए पुण्य कमाएंगे.

संगम में 5 किलोमीटर के स्नान घाट पर आने-जाने के लिए विस्तृत सुरक्षा व्यवस्था की गई है और पोंटून पुलों का निर्माण किया गया है.प्र शासन द्वारा ऐतिहासिक शहर और स्नान घाटों को जगमगाने के लिए 40,000 से अधिक एलईडी लाइटों का इस्तेमाल किया गया है.

कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए इन पुलों के सभी प्रवेश और निकास द्वारों पर सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. मध्य रात्रि के बाद, देश और विदेश से मेले के लिए यहां जुटने वाले श्रद्धालु स्नान घाटों की ओर बढ़ने शुरू हो गए थे.

घाटों पर दिवाली की तरह बेहतरीन रोशनी की गई है. घाट पर पहुंचे लोगों ने कड़ी सुरक्षा के बीच शाही स्नान शुरू होने का इंतजार किया. सूर्योदय के ठीक पहले वह क्षण आ ही गया, जब आगंतुकों ने बेहद ठंडे जल में पवित्र डुबकी लगाई.

प्रधानमंत्री मोदी ने 'शाही स्नान' शुरू होने के तुरंत बाद ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया, जो मेले की आधिकारिक शुरुआत का प्रतीक था. कुंभ मेला हर छह साल में आयोजित किया जाता है, जबकि महा कुंभ 12 साल में होता है.

मकर संक्रांति के मौके पर दो केन्द्रीय मंत्रियों ने भी लगायी आस्था की डुबकी लगाई, उमा भारती और स्मृति ईरानी ने आम श्रद्धालुओं की तरह ही स्नान किया. प्रशासन ने पर्व का दिन होने की वजह से नहीं दिया कोई प्रोटोकॉल.

बता दें कि कुंभ मेला प्रशासन ने दावा किया है कि मकर संक्रांति के मौके पर  2 करोड़ लोगों को स्नान किया है.  ये आंकड़ें 14 और 15 जनवरी के स्नान के दौरान का बताया  गया है. वहीं प्रशासन ने सात सौ भूले भटके लोगों को अपनों से मिलवाया. साथ ही दो सौ लोगों के परिजन न मिलने पर एनजीओ को सौंपा दिया है जो कि उनकी परिजनों से मिलावएगी.

कुंभ मेला के दौरान 500 से अधिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. यह मेला 15 जनवरी से चार मार्च तक चलेगा.