गुरु पूर्णिमा 2018: इस मंत्र के उच्चारण के साथ करें गुरु की पूजा, जानें शुभ मुहूर्त
आषाढ़ शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima) कहते हैं। हिंदू कैलेंडर के मुताबिक, इस बार गुरु पूर्णिमा 27 जुलाई को है।
नई दिल्ली:
आषाढ़ शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima) कहते हैं। हिंदू कैलेंडर के मुताबिक, इस बार गुरु पूर्णिमा 27 जुलाई को है।
मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन महाभारत और चार वेदों के रचयिता महर्षि कृष्ण द्वैपायन व्यास यानि महर्षि वेद व्यास का जन्म हुआ था। इसी वजह से गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा भी कहते हैं।
क्या है गुरु पूर्णिमा का महत्व?
गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु की पूजा का विधान है। कहते हैं कि गुरु के बिना ज्ञान की प्राप्ति नहीं हो सकती है। इसीलिए इन्हें भगवान से भी ऊपर का दर्जा दिया जाता है। गुरुकुल में रहने वाले विद्यार्थी इस दिन अपने गुरु की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं।
गुरु पूर्णिमा की पूजा विधि
गुरु पूर्णिमा के दिन सुबह स्नान करें और साफ कपड़े पहनें। फिर घर के मंदिर में चौकी पर सफेद कपड़ा बिछाकर उस पर 12-12 रेखाएं बनाकर व्यास-पीठ बनाएं। इसके बाद 'गुरुपरंपरासिद्धयर्थं व्यासपूजां करिष्ये' मंत्र का उच्चारण करें।
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