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Surya Grahan 2019: लग गया है सूर्यग्रहण, जानें इस दौरान क्या एहतियात बरतें

सूर्य ग्रहण की वलयाकार अवस्था दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर समाप्त होगी.

Updated on: 26 Dec 2019, 08:17 AM

नई दिल्‍ली:

Solar Eclipse 2019 26 दिसंबर यानि गुरुवार को साल 2019 का अंतिम सूर्य ग्रहण लगेगा. यह सूर्य ग्रहण भारतीय समयानुसार सुबह 8 बजे से शुरू होगा और 10 बजकर 57 मिनट तक चलेगा. यह सूर्यग्रहण इस साल का पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा क्योंकि इसके पहले इस साल की शुरुआत में 6 जनवरी को और 2 जुलाई को भी सूर्य ग्रहण लगे थे लेकिन ये आंशिक सूर्य ग्रहण थे. आपको बता दें कि गुरुवार को होने वाला यह सूर्य ग्रहण वलयाकार होगा जो भारत समेत साउदी अरब, सिंगापुर ऑस्ट्रेलिया और फिलिपिंस जैसी जगहों पर देखा जा सकेगा. भारत में सूर्योदय के बाद इस वलयाकार सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) को देश के दक्षिणी भाग में तमिलनाडु, कर्नाटक, और केरल के हिस्सों देखा जा सकेगा जबकि देश के अन्य हिस्सों में यह आंशिक सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2019) के रूप में दिखाई देगा.

आपको बता दें कि भारतीय मानक के समयानुसार आंशिक सूर्यग्रहण सुबह आठ बजे शुरू होगा, जबकि वलयाकार सूर्यग्रहण की अवस्था सुबह 9 बजकर 6 मिनट से शुरू होगी. सूर्य ग्रहण की वलयाकार अवस्था दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर समाप्त होगी, जबकि ग्रहण की आंशिक अवस्था दोपहर एक बजकर 36 मिनट पर समाप्त होगी. आपको बता दें कि इस सूर्य ग्रहण की वलयाकार प्रावस्था का संकीर्ण गलियारा देश के दक्षिणी हिस्सों में कुछ जगहों पर जैसे कोयंबटूर, कोझीकोड, कन्नानोर, मदुरई, तिरुचिरापल्ली, मंगलोर और ऊटी से होकर निकलेगा. आपको बता दें कि भारत में वलयाकार सूर्य ग्रहण के समय सूर्य का लगभग 90 प्रतिशत हिस्सा चांद से ढका रहेगा.

  • सूर्य ग्रहण के वक्त क्या करें और क्या करने से बचें
  • ग्रहण काल में खाना-पिना, शोर मचाना या किसी भी प्रकार का शुभ कार्य जैसे पूजा-पाठ आदि नहीं करना चाहिए.
  • आप इस दौरान गुरु मंत्र का जाप, किसी मंत्र की सिद्धी, रामायण, सुंदरकांड का पाठ, तंत्र सिद्धी आदि कर सकते हैं.
  • सूतक लगने के बाद से ही गर्भवती स्त्रियों को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए.
  • सूर्य से निकलने वाली पराबैंगनी किरणें गर्भस्थ शिशु के लिए हानिकारक होती हैं.
  • ग्रहण खत्म होने के बाद पवित्र नदियों में स्नान कर के शुद्धिकरण कर लेना चाहिए.
  • सूतक लगने से पहले ही घर में मौजूद खाने की सभी वस्तुओं में तुलसी के पत्ते डाल लेने चाहिए.
  • यदि आपके घर में मंदिर है तो सूतक लगते ही उसके कपाट बंद कर दें या फिर मंदिर को पर्दे से ढक दें.
  • मान्यता है कि ग्रहण के बाद मन की शुद्धी के लिए दान-पुण्य भी करना चाहिए.