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राजस्थान टेंट हादसे के बाद केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने रांची दौरा किया रद्द

कैलाश चौधरी बाड़मेर से सांसद चुने गए हैं, मोदी सरकार में उन्हें कृषि राज्य मंत्री निर्वाचित किया गया

Updated on: 23 Jun 2019, 08:02 PM

highlights

  • राजस्थान में हुआ टेंट हादसा
  • केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री ने दौरा किया रद्द
  • हादसे में 18 लोगों की मौत, 50 घायल

नई दिल्ली:

राजस्थान के बाड़मेर में हुए पंडाल हादसे के मद्देनजर केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी अपना दौरा रद्द कर दिया. केंद्रीय मंत्री ने रांची का दौरा रद्द कर दिया है. हादसा होने के तुरंत बाद केंद्रीय मंत्री बाड़मेर के लिए रवाना हो गया. कैलाश चौधरी बाड़मेर से सांसद चुने गए हैं. पीएम मोदी सरकार में कैलाश चौधरी को कृषि राज्य मंत्री निर्वाचित किया गया. राजस्थान में हुए टेंट हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई. 50 से अधिक लोग घायल हो गए. पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस हादसे पर दुख व्यक्त किए हैं.

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राजस्थान के बाड़मेर जिले के बालोतरा में गंभीर हादसा हो गया. हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई. वहीं 50 से अधिक लोग घायल हो गए. यह हादसा राम कथआ के दौरान हुआ. राम कथा के दौरान पंडाल गिर गया. कथा सुन रहे श्रद्धालु पंडाल के नीचे दब गए. जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई. सभी घायलों को उपचार के लिए नजदीक के अस्पताल में भेजा गया. घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. हादसे से अफरा-तफरी का माहौल बन गया. लोगों दहशत में आ गए. घटना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई है. 

प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस भयावह घटना पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने मृतक के परिजनों को शक्ति प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है. साथ ही घायलों को शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हादसे में बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो गई. यह अत्यंत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है. ईश्वर से दिवंगतों की आत्मा को शांति प्रदान करने, शोकाकुल परिजनों को सम्बल देने की प्रार्थना करता हूं. घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं. उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन द्वारा राहत एवं बचाव का कार्य किया जा रहा है. सम्बंधित अधिकारियों को हादसे की जांच करने, घायलों का शीघ्र उपचार सुनिश्चित करने तथा प्रभावितों एवं उनके परिजनों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं.

पुलिस और प्रशासन राहत-बचाव कार्य में जुट गए हैं. बताया जा रहा है कि कथा पंडाल में एक हजार से ज्यादा श्रद्धालु मौजूद थे. अभी भी पंडाल के नीचे काफी लोग दबे हुए हैं. सभी को पंडाल से निकाला जा रहा है. राहत-बचाव कार्य जोरों पर है. अचानक पंडाल गिरने से करंट चारों तरफ फैल गया. जिससे वहां पर मौजूद श्रद्धालु करंट की चपेट में आ गए. बताया जा रहा है कि ज्यादातर मौतें करंट की चपेट में आने से हुई हैं. श्रद्धालु राम कथा सुनने में मग्न थे. इसी वक्त तेज आंधी आ गई. आंधी की वजह से टेंट हवा में उड़ा गया.